सुखविंदर सिंह (पार्श्व गायक) Sukhwinder Singh biography in Hindi
सुखविंदर सिंह (पार्श्व गायक) Sukhwinder Singh biography in Hindi
सुखविंदर सिंह एक भारतीय पार्श्व गायक हैं जिन्हें मुख्यतः बॉलीवुड में पार्श्व गायन के लिए जाना जाता है । उन्हें छैया छैया गाने से प्रसिद्धि मिली जिसके लिए उन्होंने 1999 फिल्म फेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक का पुरस्कार प्रदान किया गया। |
पृष्ठभूमि-
सुखविंदर सिंह का जन्म 18 जुलाई 1971 पंजाब के अमृतसर में हुआ था उन्होंने महज 8 साल की उम्र में ही स्टेज पर परफॉर्म करना शुरू कर दिया था उन्होंने अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस स्वर कोकिला लता मंगेशकर के गाने सारे-गामा-पा पर दी थी।
फिल्मी करियर-
सुखविंदर सिंह को उनका पहला फिल्मी करियर ब्रेक फिल्म कर्मा से मिला इस फिल्म में उन्होंने सिर्फ चंद लाइने ही बोली थी। उन्होंने अपनी आवाज में वह खनक नहीं मिली जो वह चाहते थे। उसके बाद उन्होंने इंग्लैंड का टूर किया और संगीत के कई फॉर्म्स को जाना।तत्पश्चात उन्होंने मुंबई वापस आकर फिर काम करना शुरू कर दी दिया इसके बाद इन्होंने डांसिंग दिवा माधुरी दीक्षित की फिल्म खिलाफ के गाने आजा साजन के लिए अपनी आवाज दी। यह गाना सुपरहिट साबित हुआ। इसके बाद तो सुखविंदर ने हिंदी सिनेमा में बैक-टू- बैक हिट सोंग्स की लाइनें लगा दी।
सुखविंदर और ए-आर रहमान की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा में कई हिट गाने दिए जिनमें फिल्म दिल से का छैया- छैया, रमता जोगी, नई मैं समझ गई, ताल से ताल मिला, रुत आ गई रे, यह जो जिंदगी है, जाने तू मेरा क्या है, पिया हो और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध पाने वाला गाना फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर का जय हो भी शामिल हैहिंदी गाने के अलावा इस जोड़ी ने कई हिट तमिल सोंग्स भी दिए हैं।
सिंह बॉलीवुड के सर्वश्रेष्ठ गायकों में से एक है बॉलीवुड के हर कलाकार की आवाज बने हैं। सिंह ने बॉलीवुड के किंग खान के अब तक के कई सुपरहिट गानों में अपनी आवाज दी है।
अवॉर्ड्स-
सुखविंदर सिंह को पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार फिल्म दिल से के गाने छैया छैया के लिए मिला था। इस फिल्म का संगीत ए-आर रहमान ने दिया था। इसके अलावा उन्हें फिल्म रब ने बना दी जोड़ी के गाने होले-होले के लिए फिल्मफेयर सबसे श्रेष्ठ मेल प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार मिल चुका है। सिंह को साल 2014 में विशाल भारद्वाज निर्देशित फिल्म हैदर के गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
प्रसिद्ध गाने-
छाइयां-छाइयां, रमता जोगी, नई मैं समझ गई,ताल से ताल मिला, रुत आ गई रे, ये जो जिंदगी है, जाने तू मेरा क्या है, पिया हो, जय हो, तुझमें रब दिखता है,होले-होले,पिया मिलेंगे, मैं अलबेली, आज मेरा जी करदा, देश मेरे देश, कसम तुमको मेरे वतन, इश्क दा मारा, लगन लगी, माही वे, साकी साकी आदि।
शुरुआती जिंदगी और पेशा-
सुखविंदर सिंह भट्टी परिवार अमृतसर पंजाब में हाथी गेट से है उन्होंने टी.सिंह के साथ मुंडा साउथ हॉल दा नामक एक पंजाबी एलबम जारी किया, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की मंडली में शामिल हो गए, और काम की तलाश में दक्षिण भारत जाने से पहले जल्दी से एक संगीत अरेंजर्स बन गए। जिसमें उन्होंने तमिल फिल्म रत्चगन के लिए गाना गाया।
एक टिप्पणी भेजें