Class 11th Hindi half yearly real paper 2022-23 CG board || कक्षा 11वीं हिंदी अर्धवार्षिक रियल पेपर 2022 सीजी बोर्ड
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अर्धवार्षिक परीक्षा 2022-23
कक्षा - 11वी
विषय - हिंदी
समय:3 घंटे पूर्णांक:75
निर्देश :
1.सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है।
2. प्रश्नों पर आवंटित अंक उनके सामने अंकित हैं।
प्रश्न 1. निम्नलिखित अपठित गद्यांश को सम्यक् पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
व्यक्ति की दो मूलभूत आदतें होती हैं। एक तो यह कि लोग हमारे गुणों की प्रशंसा करें और हमारा आदर करें तथा दूसरे वे हमसे प्रेम करें, हमारी अनुपस्थिति में हमारा अभाव महसूस करें और ऐसा लगे कि उनके जीवन में हम बहुत महत्व रखते हैं। इस प्रकार की प्रवृत्तियां मनुष्य के जीवन में आगे बढ़ने तथा कुछ ना कुछ करने के लिए निरंतर प्रेरित करती रहती है। आपके जरा से भी कार्य की यदि कोई भी सच्चे दिल से प्रशंसा करे तो आपका मन फूला नहीं समाता। कोई भी व्यक्ति कितना भी अपने आप से आत्मविश्वासी और आत्म संतुष्ट क्यों ना दिखाई दे अंदर से वह हमारी और आपकी तरह तारीफ व प्रशंसा का प्रोत्साहन का तथास्नेह की अपेक्षा रखता है। व्यवहार कुशलता का पहला लक्षण यही है कि आप दूसरों की भावना को ठीक से समझें, उसकी फिक्र करें। इसी से सामाजिक जीवन में व्यक्ति विशेष की लोकप्रियता का दरवाजा खुलता है एवं मन को संतोष मिलता है।
प्रश्न -
1. किस प्रकार की प्रवृतियां मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने के लिए निरंतर प्रेरित करती रहती हैं? (2)
2. कब किसी का मन प्रसन्न हो जाता है? (2)
3. व्यवहार कुशलता से क्या तात्पर्य है तथा इसके क्या लाभ हैं? (2)
4. प्रत्येक आत्मविश्वासी व्यक्ति किस बात की अपेक्षा रखता है? (2)
5. 'फूला न समाना' मुहावरे का अर्थ स्पष्ट कीजिए। (1)
6. उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए। (1)
प्रश्न 2. निम्नलिखित अपठित काव्यांश का सम्यक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
पथ बंध है पीछे अचल है पीठ पर धक्का प्रबल
मत सोच बढ़ चल तू अभय, ले बाहु में उत्साह बल
जीवन सार के सैनिकों संभव असंभव को करो
पथ-पथ निमंत्रण दे रहा आगे कदम, आगे कदम
ओ बैठने वाले तुझे देगा ना कोई बैठने
पल-पल समर, नूनत सुमन शम्या ना देगा लेटने
आराम संभव है नहीं जीवन सतत् संग्राम है
बढ़ चल मुसाफिर धर कदम
आगे कदम, आगे कदम
ऊंचे हिमानी श्रंख पर अंगार के भू-भृंग पर
तीखे करारे संग पर आरंभ कर अद्भुत सफर
ओ नौजवां, निर्माण के पथ मोड़ दे, पथ खोल दे
जय हार में बढ़ता रहे आगे कदम, आगे कदम
प्रश्न -
1. इस काव्यांश में कवि किसे प्रेरणा दे रहा है और क्यों? (1)
2. किस पंक्ति का आशय है जीवन के युद्ध में सुख-सुविधाएं चाहना ठीक नहीं है। (1)
3.अद्भुत सफर की अद्भूतता क्या है? (1)
4. आशय स्पष्ट कीजिए-जीवन सतत् संग्रह है। (1)
5. कविता का केंद्रीय भाव 2-3 वाक्यों में लिखिए। (1)
6. पद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए। (1)
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर सारगर्भित निबंध लिखिए। (8)
1.जीवन में खेलों का महत्व
2.दहेज की बलिवेदी पर भारतीय नारी
3.शिक्षित बेरोजगारी की समस्या
4.स्वच्छता अभियान में छात्रों की भूमिका
प्रश्न 4. शाला शुल्क मुक्ति के लिए आर्थिक कारणों का उल्लेख करते हुए अपने प्राचार्य को आवेदन पत्र लिखिए। (5)
अथवा
दिनों दिन बढ़ती महंगाई के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
प्रश्न 5. निम्नलिखित अति लघु उत्तरीय प्रश्नों के अति संक्षिप्त उत्तर लिखिए। (4)
1. जनसंचार के दो प्रमुख माध्यमों के नाम लिखिए।
2. हिंदी का पहला समाचार पत्र कब, कहां से किसके द्वारा प्रकाशित किया गया है।
3. संपादन का क्या तात्पर्य है?
4. भारत का पहला छापाखाना कब व कहां हुआ?
5. अंग्रेजी में प्रकाशित होने वाले दो सैनिक समाचार पत्रों के नाम लिखिए।
प्रश्न 6. मानव शरीर का निर्माण किन पांच तत्वों से हुआ है? (2)
प्रश्न 7. पथिक का मन कहां बिचरना चाहता है? (2)
प्रश्न 8. निम्नलिखित काव्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (6)
निकल रहा है जल निधि तल पर दिनकर बिंबअधूरा
कमला के कंचन मंदिर का मानो कांत कंगूरा।
लाने को निज पुण्य-भूमिक पर लक्ष्मी की अपसारी
रत्नाकर ने निर्मित कर दी स्वर्ण सड़क अति प्यारी
प्रश्न -
1. मंदिर का 'कांत कंगूरा' के समान क्या प्रतीत होता है?
2. स्वर्ण सड़क का निर्माण किसने, किसके लिए किया है?
3. कवि ने प्रकृति के किस काल का मनोहारी चित्रण किया है?
प्रश्न 9. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
पंडित अलोपीदीन का लक्ष्मी जी का अखंड विश्वास था। वह कहा करते थे कि संसार का तो कहना ही क्या स्वर्ग में भी लक्ष्मी का ही राज है उनका यह कहना यथार्थ ही था। न्याय और नीती सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं इन्हें वह जैसे चाहती है नचाती है। लेटे ही लेटे गर्व से बोले चलो हम आते हैं यह कहकर पंडित जी ने बड़े निश्चिंता से पान के बेड़े लगाकर खाए। फि लिहाफ ओढे हुए दरोगा के पास आकर बोले बाबूजी आशीर्वाद कहिए। हमसे ऐसा कौन सा अपराध हुआ की गाड़ियां रोक दी गई हम ब्राह्मणों पर तो आपकी कृपया दृष्टि रहनी चाहिए। बंशीधर रूखाई से बोले - सरकारी हुकुम।
1.लक्ष्मी जी के बारे में पंडित जी का क्या विश्वास था?
2.गाड़ी पकड़े जाने की खबर पर उनकी क्या 3.प्रतिक्रिया थी और क्यों
बंशीधर रूखाई का क्या कारण था।
प्रश्न 10. अपने विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर एक प्रतिवेदन तैयार कीजिए।
प्रश्न 11. निम्नलिखित काव्यांश का काव्य सौंदर्य विशेष लिखिए।
हम तो एक एक करि जांनां दोहड़ कहँ तिनही की, दोजग जिन नाहिंन पहिचांनो ।
एकै पवन एक ही पानी एकै जोति समानां ।
एकै खाक गढ़े सब भांडै एकै कोहंरा सांनां ।
जड़े बादि काष्ट ही काटै अगिनि न काटै कोई ।
सब घटि अंतरि तू ही व्यापक धेरै सरुपै सोई । माया देखि के जगत लुभानां कारे रे नर गरबांनां । निरभै भया कछू नहीं व्यापै कहै कबीर दिवानां ।
प्रश्न 12. निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए।
घर में विधवा रही पतोहू
लक्ष्मी यद्यपि पति घातिन
प्रश्न 13. 'पथेर पांचाली' फिल्म की शूटिंग का काम ढाई साल तक क्यों चला ?
प्रश्न 14. लेखिका मियां नसीरुद्ददीन के पास क्यों गई थी ?
प्रश्न 15. स्पीति में कौन-कौन सी फसलें होती है ? अधिक फसलें कैंसे उगाई जा सकती है।
प्रश्न 16. चित्रपट संगीत ने लोगों के कान बिगाड़ दिये हैं अकसर यह आरोप लगाया जाता रहा है। इस संदर्भ में कुमार गंधर्व की राय और उसकी राय लिखे ।
प्रश्न 17. कुंई निर्माण से संबंधित निम्न शब्दों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
(1) पालर पानी
(2) पाताल पानी
( 3 ) रेजावी पानी प्रश्न
18. बेबी की जिंदगी में तातुश का परिवार न आया होता तो उसका जीवन कैस होता है ? कल्पना करें और लिखें ।
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