UP Board class 12th Hindi varshik paper solution 2023 || यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2022
नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी का वार्षिक पेपर लेकर आ चुके हैं। दोस्तों जैसा कि आप सभी लोगों को पता होगा की यूपी बोर्ड एग्जाम 16 फरवरी 2023 से शुरू होने वाले हैं। दोस्तों अगर आपके लिए यह है post usefull हो तो अपने सभी दोस्तों के साथ भी share करिएगा।
UP Board class 12th Hindi varshik paper solution 2023 || यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2022 |
अनुक्रमांक………….
नाम………………..
102 302(DV)
2023
सामान्य हिंदी
समय : 3 घंटे 15 मिनट ] [ पूर्णांक : 100
नोट : प्रारंभ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र
पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
निर्देश : i) संपूर्ण प्रश्नपत्र दो भागों - खंड 'क' तथा
खंड 'ख' में विभाजित है।
ii) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
( खंड - क )
1. क) रानी केतकी की कहानी के लेखक हैं -
i) जयशंकर प्रसाद
ii) मुंशी सदासुखलाल
iii) मुंशी प्रेमचंद्र
iv) मुंशी इंशा अल्लाह खां 1
ख) सरस्वती पत्रिका का प्रकाशन किस युग में
हुआ?
i) भारतेंदु युग में
ii) द्विवेदी युग में
iii) शुक्ल युग में
iv) शुक्लोत्तर युग में
ख) 'संस्कृति के चार अध्याय पुस्तक' के
लेखक हैं
i) रामधारी सिंह दिनकर
ii) वासुदेव शरण अग्रवाल
iii) रामवृक्ष बेनीपुरी
iv) विद्यानिवास मिश्र
ग) 'रामचंद्र शुक्ल' द्वारा लिखा गया निबंध है
i) अशोक के फूल
ii) राष्ट्र का स्वरूप
iii) कविता क्या है
iv) तुम चंदन हम पानी
घ) 'अनामदास का पोथा' के रचनाकार हैं
i) आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
ii) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
iii) रामधारी सिंह 'दिनकर'
iv) भारतेंदु हरिश्चंद्र
ड़) अजातशत्रु किस विधा की रचना है?
i) जीवनी
ii) नाटक
iii) संस्मरण
iv) आत्मकथा
2. क) 'कबीरदास' प्रमुख कवि हैं
निर्गुण काव्य धारा के
सगुण काव्य धारा के
प्रगतिवादी काव्यधारा के
प्रयोगवादी काव्यधारा के
ख) बिहारी लाल ने प्रमुख रूप से किस छंद
में रचना की है?
चौपाई
दोहा
कुंडलियां
सवैया
ग) 'नौका विहार' कविता का संबंध किस
नदी से है?
गंगा
यमुना
सरस्वती
ब्रह्मपुत्र
घ) प्रयोगवादी काव्यधारा के कवि हैं
महादेवी वर्मा
सुमित्रानंदन पंत
निराला
गिरिजाकुमार माथुर
ड़) 'आंसू' काव्य में प्रधान रस है
करुण रस
शांत रस
वीर रस
हास्य रस
3. जो कुछ भी हम इस संसार में देखते हैं। वह
ऊर्जा का ही स्वरूप है। जैसा कि महर्षि
अरविंद ने कहा है कि हम भी ऊर्जा के ही अंश
है। इसलिए जब हमने यह जान लिया है कि
आत्मा और पदार्थ; दोनों ही अस्तित्व का हिस्सा
हैं, वे एक दूसरे से पूरा तादात्म्य में रखते हुए हैं
तो हमें यही अहसास भी होता है। कि भौतिक
पदार्थों की इच्छा रखना किसी भी दृष्टिकोण से
शर्मनाक या गैर अध्यात्मिक बात नहीं है।
i) उपयुक्त गद्यांश के पाठ का शीर्षक और लेखक
का नाम लिखिए।
ii) जो कुछ भी हम इस संसार में देखते हैं वह
किसका स्वरुप है?
iii) महर्षि अरविंद ने अस्तित्व का हिस्सा किसको
माना है?
iv) गद्यांश के आधार पर 'तादात्म्य' का आशय
स्पष्ट कीजिए।
v) कैसे इच्छा रखना शर्मनाक या गैर आध्यात्मिक
बात नहीं है?
अथवा
भाषा स्वयं संस्कृति का एक अटूट अंग है।
संस्कृति परंपरा से नि: सृत होने पर भी,
परिवर्तनशील और गतिशील है। उसकी गति
विज्ञान की प्रकृति के साथ जोड़ी जाती है।
वैज्ञानिक आविष्कारों के प्रभाव के कारण
उद्भूत नई सांस्कृतिक हलचलों को शाब्दिक
रूप देने के लिए भाषा के परंपरागत प्रयोग
पर्याप्त नहीं हैं। इसके लिए नए प्रयोगों की, नई
भाव योजनाओं को व्यक्त करने के लिए नए
शब्दों की खोज की महती आवश्यकता है।
i) उपर्युक्त पाठ का शीर्षक और लेखक का नाम
लिखिए
ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए
iii) प्रस्तुत अवतरण के माध्यम से लेखक ने किस
बात पर बल दिया है?
iv) संस्कृति का एक अटूट अंग क्या है?
v) किसकी गति विज्ञान की प्रकृति के साथ
जोड़ी जाती है?
4. पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के
उत्तर दीजिए - 5×2=10
तपस्वी! क्यों हो, इतने क्लांत
वेदना का कैसा यह वेग?
आह! तुम कितने अधिक हताश,
बताओ यह कैसा उद्घेग?
i) कविता का शीर्षक और कवि का नाम
लिखिए।
ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
iii) इसमें 'तपस्वी' किसके लिए कहा गया है?
iv) यह उद्बोधन किसके लिए व्यक्त किया गया
है?
v) 'हताश' और 'क्लांत' शब्दों का अर्थ स्पष्ट
कीजिए।
अथवा
दो बाहों से दूरस्थ तीर धारा का कृश कोमल
शरीर
आलिंगन करने को अधीर !
अति दूर, क्षितिज पर विटप माल लगती भ्रू
रेखा सी अराल
अपलक -नभ नील-नयन विशाल :
मां के उर पर शिशु सा समीप,सोया धारा में
एक द्विप उर्मिल प्रवाह को कर प्रतीक,
वह कौन विहग ? क्या विकल कोक, उड़ता हरने
निज विरह शोक?
छाया की कोकी को विलोक
i) उपर्युक्त पद्यांश के पाठ एवं रचयिता का
नाम लिखिए
ii) दूर क्षितिज पर विटप माल कैसे लग रही है?
iii) कौन किसका आलिंगन करने को व्याकुल
है?
iv) 'उर्मिल' और 'प्रदीप' शब्दों का अर्थ लिखिए
v) रेखांकित पंक्तियों की व्याख्या कीजिए
5. क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक का
साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख
रचनाओं का उल्लेख कीजिए। 5
(अधिकतम 80 शब्द)
i) डॉ हजारी प्रसाद द्विवेदी
ii) एपीजे अब्दुल कलाम
iii) पंडित दीनदयाल उपाध्याय
ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का
साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख
कृतियों का उल्लेख कीजिए। 5
(अधिकतम 80 शब्द)
i) मैथिलीशरण गुप्त
ii) जयशंकर प्रसाद
iii) सुमित्रानंदन पंत
6. कहानी के तत्वों के आधार पर 'पंचलाइट'
अथवा 'बहादुर' कहानी की समीक्षा कीजिए 5
(अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द)
अथवा
'बहादुर' अथवा 'कर्मनाशा की हार' कहानी के
प्रमुख पात्र का चचित्र चित्रण कीजिए।
7. स्वपठित खंडकाव्य के आधार पर किसी एक
खंड के प्रश्न का उत्तर दीजिए। 5
(अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द)
क) 'रश्मिरथी' खंडकाव्य के आधार पर 'कर्ण'
का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'रश्मिरथी' खंडकाव्य के 'पंचम सर्ग' की
घटना का उल्लेख कीजिए।
ख) 'त्यागपथी' खंडकाव्य के आधार पर
'हर्षवर्धन' का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
त्यागपथी खंडकाव्य की प्रमुख घटना का
संक्षेप में वर्णन कीजिए।
ग) 'श्रवण कुमार' खंडकाव्य के आधार पर
'दशरथ' का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'श्रवण कुमार' खंडकाव्य की विशेषताएं
लिखिए।
घ) 'मुक्तियज्ञ' खंडकाव्य के आधार पर
'गांधीजी' की चारित्रिक विशेषताएं लिखिए।
अथवा
'मुक्तियज्ञ' खंडकाव्य की - 'सन 42 का
विद्रोह'-घटना का अपने शब्दों में वर्णन
कीजिए।
ङ) 'सत्य की जीत' खंडकाव्य के आधार पर
'द्रोपदी' का चरित्र चित्रण कीजिए
अथवा
'सत्य की जीत' खंड काव्य की विशेषताएं
लिखिए
च) 'आलोकवृत्त' खंडकाव्य के नायक का
चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'आलोकवृत्त' खंडकाव्य की सामान्य
विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
( खंड - ख )
8. क) निम्नलिखित संस्कृत गद्यांश में से किसी
एक का संदर्भ हिंदी में अनुवाद कीजिए। 7
मथैवोपकरणवतां जीवन तथैव ते जीवनं
स्यात । अमृतत्वस्य तु नाशास्ति वित्तेन इति।
सा मैत्रेयी उवाच - येनाहं नामृता स्यां कि मह
तेन कुर्याम ? यदेव भगवान्
केवलममृतत्वसाधनं जानाति, तदेव में ब्रूहि ।
याज्ञवल्क्य उवाच - प्रिया नः सती त्वं प्रियं
भाषसे । एहि, उपविश, व्याख्या स्यामि ते
अमृतत्व साधनम् ।
अथवा
यदा अयं षोडशवर्षदेशीय: आसीत् तदास्य
कनीयसी भगिनी विषूचिकया पञ्चतत्वं गता।
वर्ष त्रयानन्तरमस्य पितृव्योडपि दिवङ्गत।
द्वयोरनयोः मृत्युं दृष्टवा आसीदस्य मनसि -
कथमहं कथं वायं लोक: मृत्युभयात् मुक्तः
स्यादिति चिन्तयतः एवास्य हृदि सहसैव
वैराग्यप्रदीपः प्रज्वलित:। एकस्मिन् दिवसे
अस्तङ्गते भगवति भास्वति मूलशङ्कर
गृहमत्यजत्।
(ख) निम्नलिखित संस्कृत पद्यांशों में से किसी
एक का ससंदर्भ हिंदी में अनुवाद कीजिए।
2+5=7
सुखार्थिन: कुतो विद्या कुतो विद्यार्थिन:
सुखम् । सुखार्थी वा त्यजेद् विद्यां विद्यार्थी वा
त्यजेत् सुखम्।।
अथवा
सृजसि यदि समन्ताद् दवमायाः स्वमायाः
प्रहरसि यदि वा त्वं दुर्निवारैवारै ससुरास्त्रैः।
हयगजवृषभाणां पातानाज्जातदर्पो
नरपतिगणमध्ये बध्यसे त्वं मयाद्य।।
9. निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर
संस्कृत में लिखिए- 2+2=4
i) महर्षें दयानन्दस्यः गुरुः कः आसीत्?
ii) कस्य खलु दर्शनेन इदं सर्व विदितं भवति?
iii) दुर्योधनः कर्णं किम् अवोचत्?
iv) हंसराज परिषन्मेध्ये आत्मनः दुहितरं कस्मै
अददात्?
10. (क) 'रौद्र' रस अथवा 'करुण' रस के स्थायी
भाव के साथ उसकी परिभाषा
उदाहरण सहित लिखिए। 2
(ख) 'अनुप्रास' अलंकार अथवा 'उपमा'
अलंकार का लक्षण उदाहरण सहित
लिखिए। 2
(ग) 'चौपाई' अथवा 'दोहा' छंद का लक्षण
एवं उदाहरण लिखिए। 2
11. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर
अपनी भाषा शैली में निबंध लिखिए - 9
i) लॉकडाउन:समस्या और समाधान
ii) जनसंख्या वृद्धि की समस्या
iii) विज्ञान: वरदान या अभिशाप
iv) परहित सरिस धर्म नहिं भाई
v) पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और
समाधान
(क) (1) 'प्रेजते' का संधि विच्छेद है - 1
i) प्र + जते
ii) प्रेज + ते
iii) प्र + एजते
iv) प्रेम + जते
(2) 'भवनम्' का संधि विच्छेद है - 1
i) भव + अनम्
ii) भो + अनम्
iii) भू + अनम्
iv) भौ + अनम्
(3) 'सज्जन' का संधि विच्छेद है- 1
i) सद् + जनः
ii) सज् + जनः
iii) सत् + जनः
iv) सज्ज + नः
(ख) (i) 'पीताम्बरम्' में समास है- 1
(अ) कर्मधारय समास
(ब) द्वंद समास
(स) अव्ययीभाव समास
(द) बहुव्रीहि समास
(ii) 'कुपुत्र:' में समास है- 1
(अ) अव्ययीभाव समास
(ब) बहुव्रीहि समास
(स) द्वंद समास
(द) कर्मधारय समास
13. (क) 'नय' अथवा 'पिबाव:' किस धातु,
लकार, पुरुष तथा वचन का रूप है? 2
(ख). (i) 'आत्मभिः' रूप है 'आत्मन्' शब्द का -
(अ) चतुर्थी विभक्ति, एकवचन
(ब) तृतीया विभक्ति, बहुवचन
(स) पंचमी विभक्ति, एकवचन
(द) षष्ठी विभक्ति, एकवचन
(ii) 'नाम्नः' रुप है 'नामन्' शब्द का - 1
(अ) प्रथमा विभक्ति, बहुवचन
(ब) पंचमी विभक्ति, एकवचन
(स) चतुर्थी विभक्ति, एकवचन
(द) षष्ठी विभक्ति, एकवचन
(ग). (i). 'दृष्टः' शब्द में प्रत्यय है- 1
(अ) अनीयर् (ब) क्त
(स) नत्वा (द) तल्
(ii) 'मतिमान्' शब्द में प्रत्यय है - 1
(अ) अनीयर्
(ब) मतुप्
(स) क्त्वा
(द) त्व
(घ) रेखांकित पदों में से किसी एक पद में
विभक्ति तथा संबंधित नियम का उल्लेख
कीजिए - 2
i) गृहं परितः वृक्षाः सन्ति।
ii) सः पादेन् खञ्जः अस्ति ।
iii) सह बालिकाभिः सह कन्दुकं क्रीडति।
14. निम्नलिखित में से किन्ही दो वाक्यों का
संस्कृत में अनुवाद कीजिए- 2+2=4
i) गंगा हिमालय से निकलती है।
ii) लोभ पाप का कारण होता है।
iii) पिता की आज्ञा से श्री राम वन को गए।
iv) सदा सत्य बोलना चाहिए।
v) वह कान से बाहरा है।
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