Eid essay in Hindi || ईद पर निबंध 2023

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Eid essay in Hindi || ईद पर निबंध 2023

Eid essay in Hindi || ईद पर निबंध 2023

स्कूल और कॉलेज में छात्रों को अक्सर निबंध प्रतियोगिता में ईद पर निबंध (essay in Eid) लिखने के लिए दिया जाता है, जिसमें वह Eid ke baare mein लिखते हैं आप एक अच्छा Eid per likh ya Eid per essay सभी लिख पाएंगे, जब आपके पास सही और तथ्यात्मक Eid Eid information in Hindi होगी। अब हमारे इस पेज पर दिए गए Eid essay ko पढ़कर about Eid in Hindi और Eid festival in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और एक बेहतर essay Eid लिख कर दिखाज् सकते हैं। हिंदी में ईद पर निबंध नीचे से पढ़ें।


Eid essay in Hindi || ईद पर निबंध 2023


Table of contents 

प्रस्तावना

ईद पर निबंध

ईद का अर्थ

ईद क्यों मनाई जाती है?

ईद कब मनाई जाती है?

ईद कैसे मनाई जाती है?

ईद की शुरुआत कैसे हुई?

निष्कर्ष


प्रस्तावना-

ईद मुसलमान समुदाय का सबसे पवित्र धार्मिक त्योहार है। ईद से पहले 30 दिनों तक रमजान का पवित्र महीना होता है, जिसमें सभी मुस्लिम उपवास यानी रोजा रखते हैं। रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत इस वर्ष 23 मार्च को चांद के दीदार के साथ हो गई है। रमजान में जकात अदा करने की परंपरा है। जो केवल गरीबों, बेवाओं यतीमो को दी जाती है। रमजान के इस 30 दिनों तक इफ्तार पार्टी का आयोजन भी किया जाता है, जो देश की गंगा जमुनी तहजीब का उदाहरण है।


इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 24 मार्च 2023 से रमजान का महीना शुरु हो चुका है। इसलिए इस वर्ष ईद उल फितर बस अप्रैल 2023 को मनाई जाने की संभावना है। इस वर्ष ईद का चांद 21 अप्रैल को निकलने की उम्मीद है। यदि चांद अगली रात में निकला तो ईद की नमाज 23 अप्रैल 2023 को अदा की जाएगी। ईद की नमाज के जरिए बंदे खुदा का शुक्र अदा करते हैं। अपनी मंत्रों के साथ ही वह खुदा से सभी की सलामती की गुजारिश करते हैं। रमजान के मौके पर अलग-अलग धर्म एवं समुदायों के लोग रोज दारु के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं। बिहार, रांची, लखनऊ, मेरठ दिल्ली ,मुरादाबाद ,वाराणसी और सिकंदराबाद समेत देश के कई शहर एक तार पार्टियों के लिए बेहद प्रसिद्ध है।


स्कूल में बच्चों को इस पर निबंध लिखने को दिया जाता है। ऐसे में अगर आपको ईद पर निबंध लिखना है पढ़ना है तो करियर upboard.live लेकर आया है। जिसकी मदद से आप आसानी से ईद पर निबंध लिख सकते हैं। तो आइए जानते हैं ईद पर निबंध कैसे लिखें।


ईद पर निबंध


ईदगाह कहानी में संदेश छिपा है कि यदि हम वाकई खुश होना चाहते हैं, तो हमें पहले दूसरों को खुश करने होगा। इसलिए हम आपके लिए ईद पर निबंध हिंदी में(Eid essay in Hindi)

लेकर आए हैं, ताकि आप जान सकें यही सही मायने मैं ईद का क्या अर्थ है, मनाने का कारण क्या है ईद की कहानी क्या है, सीधी की शुरुआत कैसे हुई? आदि। Eid per nibandh के साथ-साथ आपक इस पोस्ट के माध्यम से ईद मुबारक शायरी ईद मुबारक बधाई संदेश, ईद पर 10 लाइन (Eid essay in Hindi 10 lines) भी पढ़ सकते हैं। अक्सर लोगों का सवाल होता है ईद कब है, आती है, ईद किस महीने में आती है, Eid ka tyohar kab hai, Eid ka tyohar kab manaya jata hai? हम आपको बता दे कि Eid ka tyohar अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार हर साल अलग-अलग महीने में आता है।


स्कूल और कॉलेज में छात्रों को अक्सर निबंध प्रतियोगिता में ईद पर निबंध (essay in Eid) लिखने के लिए दिया जाता है, जिसमें वह Eid ke baare mein लिखते हैं आप एक अच्छा Eid per likh ya Eid per essay सभी लिख पाएंगे, जब आपके पास सही और तथ्यात्मक Eid Eid information in Hindi होगी। अब हमारे इस पेज पर दिए गए Eid essay ko पढ़कर about Eid in Hindi और Eid festival in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और एक बेहतर essay Eid लिख कर दिखाज् सकते हैं। हिंदी में ईद पर निबंध नीचे से पढ़ें।


ईद का अर्थ

ईद का अर्थ खुशी का त्यौहार या खुशी के दिन से है। ईद शब्द आर्मी भाषा से आया है जिसका अर्थ वापस आने से भी है यानी कि ईद का दिन हमारे जीवन में खुशियां लेकर बार-बार लौटकर आता रहे। ईद सही मायने में हमें एक साथ खुशियां मारने का मौका देती है और इंसानों के बीच भाईचारे की भावना को बढ़ते हुए इंसानियत को जिंदा रखने की कोशिश करती हैं। इस्लाम ईद को सबसे खुशी का दिन माना गया है। ईद मुसलमानों द्वारा मनाए जाने वाला सबसे प्रसिद्ध त्योहार है।


ईद क्यों मनाई जाती है?


रमज़ान के पाक महीने में रोजे के बाद ईद-उल फित्र यानी की मीठी ईद का त्यौहार मनाया जाता है। कुरान के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि अल्लाह ईद के दिन अपने सभी बंधुओं को कुछ- न- कुछ बख्शीश और इनाम जरूर देते हैं। इसलिए इस दिन को ईद कहा जाता है और ईद मनाई जाती है। ईद के दिन सभी बच्चों को उनके अब्बू और मम्मी ईदी यानी कि पैसे, तोहफे, कपड़े, मिठाईयां आदि चीजें भी मिलती है। बख्शीश और इनाम के इस दिन को ही ईद कहते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन पैगम्बर हजरत मुहम्मद की बद्र की लड़ाई में जीत हुई थी और इसी जीत की खुशी में उन्होंने सभी लोगों में मिठाइयां बांटकर उनका मुंह मीठा करवाया गया था। बस तभी से इस दिन को मीठी ईद के रूप में मनाया जाने लगा। ईद-उल-फित्र के ठीक ढाई महीने बाद ही ईद-उल-अजहा आती है। ईद- उल -अजहा को बकरीद और ईद -ए -कुर्बानी भी कहते हैं।


ईद कब मनाई जाती है?


हिजरी कैलेंडर के मुताबिक 10 वे महीने यानी कि शव्वाल के पहले दिन ईद का त्यौहार पूरी दुनिया में खुशी के साथ मनाया जाता है। इस्लामी कैलेंडर में इस महीने की शुरुआत चांद देखने के साथ होती है, जिससे पहले पूरे 30 दिनों तक रमजान का महीना होता है। जब चांद दिखाई दे जाता है, तो रमजान का पाक महीना साथ में हो जाता है और रमजान के आखिरी दिन ईद मनाई जाती है।


ईद कैसे मनाई जाती है?

रमजान का पाक महीना खत्म होने के साथ ही दिखा त्योहार तोहार मनाया जाता है। मुस्लिम धर्म के लोग ईद से पहले पूरे 30 दिनों तक रोजे रखते हैं। एक महीना रमजान के रोजे रखने के बाद मुसलमान अपने खुदा का शुक्रिया अदा करते हैं। जो मुसलमान रोजे रखते हैं, वह सहरी और इफ्तार की दुआ पढ़ने के बाद ही पानी पीते हैं और खाना खाता है। रमजान की आखिरी शाम जब चांद निकल आता है, तो अगले दिन ईद होती है। ईद के दिन की शुरुआत मुसलमान सुबह की पहली नमाज अदा करके करते हैं। इसे मुसलमान में सलात अल - फज्र कहा जाता है। नमाज पढ़ने के लिए वह मस्जिद या ईदगाह जाते हैं और नवाज पूरी होने के बाद वह एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। फिर आप अपने घर लौटने के बाद पूरे परिवार में ईद मुबारक करते हैं और छोटे बच्चे अपने बड़ों की दुआ लेते हैं। मीठी ईद के दिन सभी मुसलमान घर में कुछ मीठा जरूर बनाते है, जिसे वह खुद भी खाते हैं और गरीबों में भी बांटते हैं। ईद पर नए कपड़े पहन कर रहे अपने रिश्तेदारों के यहां ईद की मुबारकबाद देने के लिए जाते हैं। ईद के दिन मुसलमान दान या जाकद भी जरूर देते हैं । इस तरह से रमजान के पाक महीने को विदा किया जाता है और खुदा का शुक्रिया अदा करके और जरूर लोगों की मदद कर उनमें खुशियां बैठकर ईद मनाई जाती है।


ईद की शुरुआत कैसे हुई?


ऐसा कहा जाता है कि ईद की शुरुआत पैगंबर मुहम्मद ने सन 624 ईस्वी में जंग- ए -बदर के बाद की थी। इस दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद ने बद्र की लड़ाई में विजय हासिल की थी। इसलिए उनकी जीत की खुशी में ईद का त्योहार  की शुरुआत हुई।


निष्कर्ष


ईद केवल एक त्योहार ही नहीं है बल्कि एक ऐसा मौका भी है जिसमें हम अपने परिवार, समाज, देश और पूरी दुनिया में खुशियां बांट सकते हैं। ईद का असली मतलब यही है कि हम ईद की खुशी अकेले ना मनाए बल्कि ऐसे लोगों को अपनी खुशी में शरीक करें जो दुख और तकलीफ से गुजर रहे हैं। अश्लील वही है जो आपस में प्यार और खुशी को बढ़ाएं यानी खुशियों वाली ईद।


हमारे देश में होली ,दिवाली, ईद आदि कई त्यौहार मनाए जाते हैं। त्योहारो का अपना एक अलग ही महत्व है। ईद मुस्लिम समुदाय का एक प्रमुख त्यौहार है। ईद दो तरह की होती है । इस त्यौहार के लिए कोई खास दिन तय नहीं की गई है। यह चांद के उदय के साथ घटती बढ़ती रहती है। ईद में चांद देखना बहुत अच्छा माना जाता है। चांद देखने के बाद ही यह त्योहार मनाया जाता है। ईद बच्चे, बड़े और बूढ़े सभी के लिए खुशियां लेकर आती हैं। ईद के अवसर पर स्कूल में बच्चों को ईद पर निबंध लिखने भी दिया जाता है। बच्चे इस पोस्ट के माध्यम से ईद पर हिंदी निबंध देख सकते हैं।


•ईद और बकरीद मुस्लिमों का प्रमुख त्योहार है।

•ईद के दिन सभी के घरों में सेवइयां मनाई जाती हैं।

•ईद के पहले रमजान का पवित्र महीना होता है|

•रमजान में लोग सुबह से शाम तक रोजा रखते हैं|

•बकरीद के दिन बकरे की बलि दी जाती है|

•इस त्यौहार में मस्जिदों को रोशनी से सजाया जाता है|

•सभी मुस्लिम लोग एक साथ ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ते हैं|

•नवाज खत्म होने के बाद सभी एक दूसरे के गले मिलकर मुबारकबाद देते हैं|

•यह त्योहार भारत के अलावा कई देशों में धूम-धाम से मनाया जाता है|

•ईद आपसी मिलन और भाईचारे का त्योहार है|


FAQ-question


प्रश्न- ईद किसकी याद में मनाई जाती है?

उत्तरः बकरीद हज़रत इब्राहिम और हज़रत इस्माइल के दिए गए महान बलिदान की याद में मनाई जाती है।

प्रश्न- ईद उल फितर क्यों मनाया जाता है?

उत्तरः इस्लाम में ऐसा माना जाता है पैगम्बर हज़रत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में ईद उल फितर मनाई जाती है।

प्रश्न- ईद का त्यौहार कैसे मनाया जाता है?

उत्तरः ईद का त्यौहार भाईचारे के साथ आपस में खुशियाँ बाँटकर और गरीबों की सहायता करके मनाया जाता है।

प्रश्न- बकरा ईद क्यों मनाई जाती है?

उत्तरः इस्लामिक मान्यता के अनुसार इस दिन हज़रत इब्राहिम अपने बेटे हज़रत इस्माइल की कुर्बान देने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनके बेटे को जीवनदान दे दिया था। तभी से बकरीद मनाई जाती है।

प्रश्न- ईद कितने प्रकार की होती है?

उत्तरः ईद दो प्रकार की होती है- 1. मीठी ईद और 2. बकरीद।

प्रश्न- ईद शब्द का अर्थ क्या है?

उत्तरः ईद शब्द का अर्थ खुशी का त्योहार से है यानी कि ईद खुशियों वाली।



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