लोको पायलट कैसे बने//Loco pilot kaise bane

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लोको पायलट कैसे बने//Loco pilot kaise bane

लोको पायलट कैसे बने//Loco pilot kaise bane

किसी भी प्रकार की यातायात साधन को चलाने के लिए एक ड्राइवर की जरूरत होती है वैसे ही ट्रेन को चलाने के लिए भी एक ड्राइवर की आवश्यकता होती है जिसे लोको पायलट कहा जाता है लोको पायलट जिसे ट्रेन ड्राइवर भी कहा जाता है रेलवे में बहुत सारे पद होते हैं लोको पायलट भी उन्हीं में से एक है यह भारतीय रेलवे में एक वरिष्ठ स्तर का पद है। अगर आप लोको पायलट बनना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में आप लोगों को लोको पायलट के बारे में सभी जानकारी दी जाएगी तो इस आर्टिकल को आप लोग पूरा पढ़ें और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।


Table of contents


लोको पायलट कैसे बने ?

पायलट बनने के लिए कितना खर्च आता है?

2023 में लोको पायलट की भर्ती कब आएगी?

लोको पायलट बनने में कितना समय लगता है?

मैं लोको पायलट कैसे बन सकती हूं?

12वीं के बाद लोको पायलट कैसे बने?

लोको पायलट की सैलरी कितनी है?

लोको पायलट के लिए आईटीआई ट्रेड

लोको पायलट फॉर्म

लोको पायलट का क्या काम होता है?


भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी रेल व्यवस्था दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेन नेटवर्क में से एक है। रेल लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचाने का सबसे तेज और सुरक्षित तरीका होता है क्योंकि ट्रेन के संचालन की पूरी जिम्मेदारी ट्रेन ड्राइवर यानी लोको पायलट पर निर्भर करती है।


लोको पायलट क्या है?


लोको पायलट भारतीय रेलवे में एक वरिष्ठ स्तर का पद है। लोको पायलट रेलवे विभाग में एक सरकारी पद होता है। लोको पायलट है यानी ट्रेन को चलाने वाला वह व्यक्ति होता है जो ट्रेन को चलाने और ट्रेन के आवागमन के दौरान ट्रेन के उचित रखरखाव के लिए जिम्मेदार होता है ट्रेन में बैठे लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लोको पायलट की होती है।


लोको पायलट पद हासिल करने वाले उम्मीदवार को सीधे लोको पायलट का पद नहीं दिया जाता है। भारतीय रेलवे सहायता लोको पायलट नियुक्त करने के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराती है। जिसके बाद उम्मीदवार को लोको पायलट पद के लिए पदोन्नत प्रमोट किया जाता है। उसके बाद अभ्यार्थी को सीनियर लोको पायलट (सीनियर लेवल पोजिशन) की पोस्ट दी जाती है।


लोको पायलट कैसे बने?

लोको पायलट बनने के लिए आपको भारतीय रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित एक परीक्षा के माध्यम से ग्रुप सी कर्मचारी के रूप में काम पर रखा जाता है इस ग्रुप से आपको लोको पायलट पद के बी ग्रुप में प्रमोट किया जाता है इसके बाद आपको लोको पायलट का सीनियर पद दिया जाता है। फिर आप बन जाते हो एक ट्रेन ड्राइवर यानि लोको पायलट।


भारतीय रेलवे में लोको पायलट बनना एक बहुत ही दिलचस्प कैरियर विकल्प है क्योंकि यह एक सरकारी नौकरी है। नौकरी की सुरक्षा के लिए मामलों में यह पद बहुत अच्छा है इसके फायदे भी बहुत और सैलरी भी अच्छी है। हालांकि लोको पायलट का काम एक बहुत कठिन काम होता है। इस काम की जिम्मेदारी उच्च सहनशक्ति धीरज और एक सचेत दिमाग वाला व्यक्ति ही ले सकता है। लोको पायलट बनने के लिए आपको तीन चरण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी जो निम्न है-


लिखित परीक्षा

1-इस चरण में कंप्यूटर पर आधारित लिखित परीक्षा 1 घंटे की होगी जिसमें 75 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह एग्जाम क्लियर करने के लिए आरक्षित श्रेणी उम्मीदवारों को 40% ओबीसी 30% एससी 30% और एसटी उम्मीदवारों को 25% अंक हासिल करने होंगे। इस एग्जाम को पास करने के बाद ही आप आगे की प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। इसमें आपसे मैथ जनरल साइंस से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे यह परीक्षा एलएलबी और Technical दोनों के लिए समान होगी।


2-लिखित परीक्षा के पहले स्टेप को कंप्लीट करने वाले उम्मीदवार दूसरे स्टेट में बैठ सकते हैं इस परीक्षा के दूसरे चरण का एग्जाम 2 घंटे 30 मिनट का होगा जिसे दो भागों में बांटा गया है।


Part 1-इसमें आप से 100 प्रश्न पूछे जाएंगे इन्हें आंसर करने के लिए आपको 90 मिनट मिलेंगे इसे पाठ को क्वालीफाई करने के लिए आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 40% ओबीसी 30% एससी और 30% एसटी अभ्यर्थियों को 25% अंक हासिल करने होंगे।

Part A में maths, reasoning, general science, GK/current affairs से रिलेटेड प्रश्न पूछे जाते हैं।


Part 2-इस पाठ में आपको 75 प्रश्नों को हल करने के लिए 1 घंटे का समय दिया जाएगा लेकिन पार्टी को क्वालीफाई करने के लिए सभी श्रेणी के उम्मीदवारों को 34% अंक हासिल करने होंगे। मेडिकल परीक्षा


मेडिकल टेस्ट के तौर पर आंख और कान की जांच ईसीजी डायबिटीज ब्लड प्रेशर सीने की एक्स-रे और आंखों के रंग पहचाने की जांच की जाती है सबसे महत्वपूर्ण आंखों की रोशनी को चेक किया जाता है क्योंकि आंखों के दूर देखने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए एक इंजन ड्राइवर होने के नाते आंखों का इस्तेमाल काफी महत्वपूर्ण होता है।।


बुद्धि तत्परता


लिखित परीक्षा पास करने के बाद आपको दूसरी परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में छात्र किसी प्रश्न का उत्तर कितनी जल्दी और कितना सटीक दे सकता है इसका परीक्षण किया जाता है मतलब आप से इस तरह के सवाल किए जाते हैं जो सिर्फ आप अपने दिमाग से हल कर सकते हैं।


प्रशिक्षण


लोको पायलट ड्राइवर को टेक्निकल और ऑपरेटिव ट्रेनिंग दी जाती है और लोकोमोटिव के बारे में पूरी जानकारी बताई जाती है जैसे ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जनरल और सब तरह के नियमों की किताब भी दी जाती है यह एक तथ्य से मैनुअल होता है। जिस पर भारतीय रेलवे के अप्लाई नियमों और शर्तों के अनुसार काम करते हैं। जॉइनिंग करने के बावजूद भी लोको पायलट को हर 3 साल में अप टू डेट करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।


एक लोको पायलट बनने के लिए आप में यह योग्यता पात्रता मानदंड होनी चाहिए जो निम्न प्रकार है-


लोको पायलट के लिए योग्यता


शैक्षिक योग्यता


लोको पायलट पद का उम्मीदवार 10वीं और 12वीं होना चाहिए साथ ही 2 साल का आईटीआई डिप्लोमा कोर्स या पॉलिटेक्निक डिप्लोमा होना चाहिए।


मेडिकल योग्यता


लोको पायलट बनने के लिए आंखों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए लोको पायलट के उम्मीदवार की आंखें एकदम स्वस्थ होनी चाहिए अगर आपकी आंखें कमजोर है तो आपको लोको पायलट नहीं बन सकते।


आयु सीमा


लोको पायलट उम्मीदवार की उम्र 18 से 28 वर्ष के बीच होने चाहिए हालांकि एससी एसटी वर्ग उम्मीदवार के लिए आयु में कुछ छूट भी मिलती है।


लोको पायलट की तैयारी कैसे करें?


एक टाइम टेबल बनाएं और उसे फॉलो करें किसी भी प्रकार के कंपटीशन एग्जाम की तैयारी के लिए समय सारणी बनाना बहुत जरूरी है।


दसवीं क्लास तक के विज्ञान के सभी सब्जेक्ट जैसे भौतिक, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान का अच्छे से रिवीजन करें।


सामान्य अध्ययन में विज्ञान विषय पर ज्यादा ध्यान दें।


अपना सामान्य ज्ञान बढ़ाएं।


लोको पायलट की किताबें पड़े और डेली न्यूजपेपर पढे।


साथ ही पिछले साल के लोको पायलट प्रश्न पत्र पेपर को हल करें।


करंट अफेयर्स पर नजर डालें।



लोको पायलट की सैलरी

भारत एक लोको पायलट का वेतन शुरुआत में 5200 से 20000 के बीच होती है। साथ ही 1900 रुपए का ग्रेड पे होता है। एक लोको पायलट की सैलरी सभी सर्विसेज और ग्रेड पे को मिलाकर लगभग ₹30000 हो सकती है। हालांकि लोको पायलट के अनुभव के हिसाब से ट्रेन ड्राइवर के वेतन में इजाफा होता रहता है।


अगर बात करें सीनियर लोको पायलट के वेतन की तो यह 50000 से 60000 तक हो सकती है। जिन विद्यार्थियों ने आईटीआई का डिप्लोमा किया है उनके लिए लोको पायलट की जॉब एक बहुत अच्छा विकल्प है। एक लोको पायलट के रूप में आप सम्मानजनक पैसा कमा सकते हैं।


FAQ


1-लोको पायलट का कितना वेतन होता है? उत्तर रेलवे में लोको पायलट की वेतन शुरूवात सैलरी लगभग ₹35000 प्रति माह होती है।



2-लोको पायलट बनने की उम्र कितनी है? उत्तर लोको पायलट बनने वाले अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए।


3-लोको पायलट के पेपर कितने होते हैं? उत्तर आरआरबी लोको पायलट के कितने पेपर होते हैं लोको पायलट में 2 पेपर होते हैं।



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