सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय//Sachin Tendulkar biography in Hindi
सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय सचिन तेंदुलकर किसी परिचय के मोहताज नहीं है इन्हे पूरी दुनिया में क्रिकेट का भगवान माना जाता है साथ ही मास्टर ब्लास्टर और धांसू क्रिकेटर भी माने जाते हैं। तेंदुलकर को विश्व के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिना जाता है। खेल जगत में क्रिकेट के बादशाह और जाने-माने खिलाड़ी सचिन इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान रह चुके हैं। यह एक बैट्समैन है और यह क्रिकेट में आज तक सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, उनके चाहने वाले इन्हें क्रिकेट की दुनिया का भगवान कहते हैं. सचिन तेंदुलकर ने 1988 में स्कूल के एक शील्ड मैच में विनोद कांबली के साथ खेलते हुए 664 रन की भागीदारी करके स्कूल क्रिकेट में विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था। सचिन ने मात्र 16 वर्ष की अवस्था में 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत कि इन्हें चाहने वाले देश विदेश में फैले हुए हैं तो आइए जानते हैं सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय के बारे में।
सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय//Sachin Tendulkar biography in Hindi |
Table of contents
सचिन तेंदुलकर की जीवनी
नाम- सचिन रमेश तेंदुलकर
जन्म तारीख- 24 अप्रैल 1973
कार्य - बैट्समैन
आयु - 45 वर्ष
माता - रजनी तेंदुलकर
पिता- रमेश तेंदुलकर
बहन- सविता तेंदुलकर
भाई - नितिन तेंदुलकर, अजित तेंदुलकर
पत्नी - अंजली तेंदुलकर
पुत्र - अर्जुन तेंदुलकर
पुत्री - सारा तेंदुलकर
राशि - कुंभ
कद - 5.5
वजन- 70 किलो
वर्तमान शहर- मुंबई
नागरिकता - भारतीय
सचिन तेंदुलकर का प्रारंभिक जीवन परिचय
सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के दादर इलाके के निर्मल नर्सिंग होम में राजपुर के 1 मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर है उनके पिता एक मराठी नावेल लेखक थे और उनकी मां एक इंश्योरेंस कंपनी में कार्य करती थी. यह चार भाई बहन थे तीन भाई और एक बहन, सचिन सबसे छोटे थे, इनके तीनो भाई बहन उनके पिताजी की पहली पत्नी के बच्चे थे. उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने उनका नाम उनके पसंदीदा संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। सचिन तेंदुलकर अपने पिता की चार संतानों में से दूसरे कर्म के हैं उनके बड़े भाई का नाम अजीत तेंदुलकर और उनसे छोटे भाई का नाम निमित्त तेंदुलकर है और सबसे छोटी बहन है जिसका नाम सविता तेंदुलकर है। बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने ही उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया था।
सचिन तेंदुलकर की शिक्षा
सचिन पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे एक मिडिल क्लास के छात्र थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बांद्रा स्थित इंडियन एजुकेशन सोसायटी के न्यू इंग्लिश स्कूल में हुई। क्रिकेट में उनकी रुचि को देखते हुए हैं उन्हें अपने क्रिकेट कोच रमाकांत आचरेकर की कहने पर मुंबई के दादर में शारदाश्रम विद्या मंदिर में भर्ती कराया गया। उच्च शिक्षा के लिए वे मुंबई के खालसा कॉलेज गए। फिर उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही बंद कर दी. और अपने क्रिकेट जीवन का प्रारंभ किया। प्रारंभ में ये शिवाजी पार्क में सुबह-शाम घंटों क्रिकेट का अभ्यास किया करते थे और बाद में एमआरएफ पेस फाउंडेशन के अभ्यास कार्यक्रम में तेज गेंदबाज बनने के लिए अभ्यास किया करते थे लेकिन गेंदबाजी कोच डेनिस लिली ने उनकी गेंदबाजी प्रतिभा को समझा और उन्हें बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए केंद्रित किया। और यहीं से उन्होंने बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित किया। दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में अपना नाम दर्ज कराया।
सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय//Sachin Tendulkar biography in Hindi |
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट की दुनिया में आगमन
सचिन कहते हैं कि क्रिकेट उनका पहला प्यार है, वह इसका भरपूर लुफ्त उठाते हैं और इससे उन्हें एक नई ऊर्जा मिलती है। सचिन को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था, उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था, वह सारा दिन अपनी बिल्डिंग के सामने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते थे। शुरुआत में हुआ टेनिस बॉल के अभ्यास करते थे,उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने क्रिकेट के प्रति उनके झुकाव को देखते हुए और अपने पिता रमेश तेंदुलकर से चर्चा की। अजीत बोले अगर हम सचिन का सही मार्गदर्शन करें तो वह क्रिकेट में कुछ अच्छा करने में काबिल है, उनके पहले गुरु रमाकांत आचरेकर थे, रमाकांत सर ने उनकी प्रतिभा को देखकर उन्हें शारदाश्रम विद्या मंदिर हाई स्कूल में जाने के लिए कहा, क्योंकि इसी स्कूल की क्रिकेट टीम बहुत अच्छी है और यहां से कई अच्छे खिलाड़ी निकले हैं। स्कूल के समय से ही आश्चर्य कर सर उन्हें सुबह और शाम को क्रिकेट की अतिरिक्त ट्रेनिंग देते थे।
सचिन तेंदुलकर का वैवाहिक जीवन
1990 में यह अंजली मेहता से मिले और 24 मई 1995 को अंजली से शादी कर ली। बाद में 12 अक्टूबर 1997 को उनके यहां एक बेटी की सहारा का जन्म हुआ और उनके बाद 24 सितंबर 1999 बेटे ने अर्जुन का जन्म हुआ। वर्तमान में यह इनकी यही दो बच्चे हैं।
सचिन तेंदुलकर का करियर
सचिन तेंदुलकर प्रारंभ में स्कूल के जीवन से ही सचिन वह अपने बड़े भाई के साथ मुंबई की लोकल टीम में खेला करते थे और तभी इनकी मुलाकात रमाकांत अचरेकर से हुई जो कि क्रिकेट के कोच है। फिर उन्होंने क्या क्रिकेट में भी धीरे-धीरे भाग लेना शुरू किया।
सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट करियर में नया मोड़ तब आया जब 14 नवंबर 1987 को रणजी ट्रॉफी के लिए उनका चयन मुंबई टीम में कर लिया गया परंतु यह चयन उनका मुख्य खिलाड़ी के तौर पर ना होकर अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में हुआ था।
वर्ल्ड कप के फाइनल में इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच हुआ जिसमें इंडिया की हार हुई है, परंतु यहां सचिन को मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला.
सचिन ने अपने करियर की शुरुआत 15 वर्ष की अवस्था में 11 दिसंबर 1988 को मुंबई टीम की तरफ से गुजरात के विरुद्ध अपने पहले घरेलू क्रिकेट मैच सिक्योर बिना आउट हुए 100 रनों की पारी खेली। इन्होंने 17 वर्ष की उम्र में कराची में अपना पहला टेस्ट मैच 15 नवंबर 1989 को खेला। इसके बाद 18 दिसंबर 1989 को जिन्ना स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला एवं द्वितीय मैच खेला।
18 मार्च 2012 को अपना अंतिम एकदिवसीय मैच पाकिस्तान में खेला और 23 दिसंबर 1912 को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
14 नवंबर 1913 को उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के विरुद्ध वानखेड़े स्टेडियम में खेला और क्रिकेट जगत से पूर्ण संन्यास लेने की घोषणा की और 2 दिन बाद भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की।
2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में इंडिया की जीत हुई सचिन ने बचपन से जो सपना देखा वह साकार हुआ है उनकी वर्ल्ड कप में पहली जीत थी।
सचिन तेंदुलकर का सम्मान व पुरस्कार
2013- सचिन ने जीता भारत रत्न
1999- पद्मश्री
1997- विसडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर
1997- राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड
2008 - पद्म विभूषण
2010- सर गरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी
2010- विसडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड
2010-
FAQ
1-सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट डब्ल्यू कब किया था?
उत्तर 15 नवंबर 1989 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला टेस्ट डब्ल्यू किया था।
2-सचिन तेंदुलकर ने अपना वनडे डब्ल्यू किया था
उत्तर सचिन तेंदुलकर ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 28 दिसंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ गुजरांवाला में की थी।
3-सचिन तेंदुलकर के नाम लगातार कितने वनडे खेलने का रिकॉर्ड है?
उत्तर सचिन तेंदुलकर के नाम लगातार 185 एकदिवसीय मैच खेलने का रिकॉर्ड है।
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