MBBS ka full form//एमबीबीएस का फुल फॉर्म हिंदी में
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे एमबीबीएस क्या है, एमबीबीएस का फुल फॉर्म सभी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। जो स्टूडेंट बायोलॉजी के साथ साइंस का अध्ययन करते हैं। उनके बीच MBBS पाठ्यक्रम की सबसे अधिक मांग रहती है। जिसके द्वारा वह आगे चलकर एमबीबीएस डॉक्टर बन सकते हैं।
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एमबीबीएस डॉक्टर बनने के लिए काफी परिश्रम करना पड़ता है आज के समय डॉक्टर बनने के लिए काफी कठिन परिस्थित परिश्रम करना पड़ता है तभी जाकर आगे सफलता मिल सकती है।
MBBS Ka Full Form in Hindi
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी होता है अंग्रेजी में Bachelor Of Medicine And Bachelor of Surgery MBBS का फुल फॉर्म होता है।
अंडर ग्रेजुएट कोर्स है जिसकी माध्यम से आगे चलकर इसमें डॉक्टर बन सकते हैं जो स्टूडेंट आगे मेडिकल फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं या डॉक्टर बनना चाहते हैं तो एमबीबीएस की तैयारी कर सकते हैं।
अंग्रेजी में एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी है संक्षिप्त रूप लैटिन मेडिसिन बैकालॉरिस चइरूर्जइयआ से बनाया गया है यदि आप स्वास्थ्य विज्ञान की दुनिया में कदम रखने के इच्छुक हैं तो एमबीबीएस आपका पहला कदम है और एमबीबीएस प्रमाण पत्र हासिल कर लेते हैं तो आप एक प्रैक्टिसिंग मेडिकल पेशेवर बन जाते हैं।
यह एक स्नातक मेडिकल डिग्री है जो 5 साल तक चलती है कोर्स की अवधि में 5 साल के अलावा 1 साल की इंटर्नशिप भी जोड़ी जाती है। जैसा की एमबीबीएस की फुल फॉर्म से पता चलता है यह डिग्री चिकित्सा और सर्जरी में डिग्री के एक सेट के साथ मिलती है यदि आप अपनी पढ़ाई को और आगे ले जाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को जरूर पूरा पढ़ें।
MBBS की पढ़ाई कौन कर सकता है।
एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए बुनियादी पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करना होता है तभी वह एमबीबीएस की डिग्री को लेने के लिए पत्र होता है इसके लिए आप लोगों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण तथ्य बताए गए हैं तो इस तथ्य को ध्यान से पढ़ें-
एमबीबीएस के लिए न्यूनतम अंक मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सामान आवेदकों के काम से कम 12वीं की कक्षा में 50% अंक होने आवश्यक हैं।
एमबीबीएस का पंजीकरण करने के लिए स्टूडेंट की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
इसमें प्रवेश प्राप्त करने के लिए नीट एग्जाम को पास करना होगा।
स्टूडेंट के अनिवार्य विषयों भौतिकी रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ काम से कम 10+2 होना आवश्यक है।
इसी के साथ आरक्षित वर्ग के स्टूडेंट के लिए न्यूनतम प्रतिशत 40% होना आवश्यक है।
MBBS ka ful form//एमबीबीएस का फुल फॉर्म हिंदी में |
MBBS के बाद क्या करें।
एमबीबीएस का कोर्स पूर्ण होने के बाद स्टूडेंट अपना कैरियर चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं इसमें आपको हेल्थ केयर क्षेत्र में कई अच्छे ऑप्शन मिलते हैं। जिनका चुनाव आप कर सकते हैं एमबीबीएस के बाद प्राइवेट सेक्टर के साथ-साथ गवर्नमेंट सेक्टर के अस्पताल में भी बेहतर अवसर भी मिल सकते हैं। इसके साथ ही बायोमेडिकल कंपनी हेल्थ सेंटर हॉस्पिटल लेबोरेटरी नर्सिंग होम जैसी जगह पर कार्य करके अपना करियर शुरू कर सकते हैं।
MBBS करने में कितना खर्चा आता है।
एमबीबीएस का कोर्स किसी सामान कोर्स की तरह कम पैसे में नहीं हो सकता है यदि आप किसी निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 30 लाख से 1.2 करोड़ तक की फीस ली जा सकती है यह अलग-अलग कॉलेज की फीस अलग होती है। जबकि एस (मास्टर ऑफ साइंस) और MD (डायरेक्टर आफ मेडिसिन) करने के लिए 1 से 3 करोड रुपए तक की सालाना फीस ली जा सकती है इसके साथ ही यदि आप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस करते हैं तो इसके लिए आपको सालाना फीस लगभग 10 लख रुपए की लगभग होती है जो कि निजी संस्थान से बहुत कम होती है।
महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
1-डॉक्टर की सबसे बड़ी डिग्री कौन सी है उत्तर-एचडी का स्नातकोत्तर डॉक्टरेट की डिग्री है जो उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो अपने विषय में ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक प्रमुख शोध को पूरा करने की पूर्णता कोशिश करते हैं।
2-एमबीबीएस करने से क्या होता है
उत्तर-एमबीबीएस यानी बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी एक लोकप्रिय अंडरग्रैजुएट मेडिकल डिग्री प्रोग्राम है जो मेडिकल प्रोफेशनल बनने की ख्वाहिश रखने वाले छात्रों द्वारा किया जाता है कोर्स की अवधि साड़े 5 साल है। जिसमें एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप भी शामिल है।
3-एमबीबीएस कुल फीस कितनी है?
उत्तर-एमबीबीएस का कोर्स किसी सामान कोर्स की तरह कम पैसे में नहीं हो सकता है यदि आप किसी निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 30 लाख से 1.2 करोड़ तक की फीस ली जा सकती है यह अलग-अलग कॉलेज की फीस अलग होती है। जबकि एस (मास्टर ऑफ साइंस) और MD (डायरेक्टर ऑफ मेडिसिन) करने के लिए 1 से 3 करोड़ रुपए तक की सालाना फीस ली जा सकती है इसके साथ ही यदि आप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस करते हैं तो इसके लिए आपको सालाना फीस लगभग 10 लाख रुपए की लगभग होती है जो कि निजी संस्थान से बहुत कम होती है।
4-एमबीबीएस करने के बाद सैलरी कितनी होती है?
उत्तर-लेकिन औसतन डॉक्टर की सैलरी 40,000 रुपए महीने से लेकर 3 लाख प्रति महीने तक हो सकती है।
5-एमबीबीएस का मतलब क्या है
उत्तर-बैचलर ऑफ़ मेडिसिन और बैचलर ऑफ़ सर्जरी एमबीबीएस एक ग्रैजुएट डिग्री है। डॉक्टर बनने के लिए हर उम्मीदवार को इसे प्राप्त करना होता है एमबीबीएस विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ पेशेवर डिग्री में से एक है एमबीबीएस कोर्स की अवधि 5 साल है।
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