गणतंत्र दिवस पर निबंध|| (essay on republic day in Hindi)
गणतंत्र दिवस पर निबंध(essay on republic day in Hindi)
गणतंत्र दिवस का यह राष्ट्रीय पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि हमारे देश का संविधान तथा इसका गणतंत्र का स्वरूप ही हमारे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक जोड़ने का कार्य करता है। यह वह दिन है, जब हमारा देश विश्व मानचित्र पर एक गणतांत्रिक देश के रूप में स्थापित हुआ यही कारण है कि इस दिन को पूरे देश भर में इतनी धूमधाम तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
प्रस्तावना-
26 जनवरी को मनाया जाने वाला भारतीय गणतंत्र दिवस वह दिन है, जब इसी दिन सन 1950 में हमारे देश का संविधान पर प्रभाव में आया। गणतंत्र दिवस का दिन भारत के 3 राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, यही कारण है कि इसे हर जाति तथा संप्रदाय द्वारा काफी सम्मान और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?
गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य कारण यह है, कि इस दिन हमारे देश का संविधान प्रभाव में आया था हालांकि इसके अलावा इस दिन का एक और इतिहास भी है जोकि काफी रोचक है, इसकी शुरुआत दिसंबर 1929 में लाहौर में पंडित नेहरू की अध्यक्षता में संपन्न हुई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन से हुई थी। जिसमें कांग्रेस द्वारा इस बात की घोषणा की गई कि यदि 26 जनवरी 1930 तक भारत को स्वायत्त शासन (डोमिनियन स्टेटस) नहीं प्रदान किया गया।तो इसके बाद भारत अपने आप को पूर्णता स्वतंत्र घोषित कर देगा। लेकिन जब यह दिन आया और अंग्रेजी सरकार द्वारा इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया गया तो कांग्रेस ने उस दिन से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति के लक्ष्य से अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ कर दिया। यही कारण है, कि जब हमारा भारत आजाद हुआ तो 26 जनवरी के दिन के इस दिन सविधान स्थापना के लिए चुना गया।
गणतंत्र दिवस के दिन लोगों का आनंद-
हर साल २६ जनवरी को भारत की जनता अपने इस प्यारे राष्ट्रीय पर्व को मनाती है। इस दिन पाठशालाएँ, कॉलेज, दफ्तर, बैंक, सभी सरकारी कार्यालय तथा मुख्य बाजार बंद रहते हैं। लोग बड़े उत्साह से ध्वजवंदन के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। राष्ट्रगीत गाते समय सबके हृदय में राष्ट्रप्रेम उमड़ पड़ता है। भारत के सैकड़ों नगरों तथा लाखों गाँवों में २६ जनवरी का दिन देशप्रेम तथा राष्ट्रीयता की नई लहर पैदा करता है।
भारत का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस-
गणतंत्र दिवस कोई साधारण दिन नहीं है। यह वह दिन है जब हमारे भारत देश को पूर्ण रूप से स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई। क्योंकि भले ही भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया था।
लेकिन यह पूर्ण रुप से स्वतंत्र तब हुआ। जब 26 जनवरी 1950 के दिन भारत सरकार अधिनियम को हटाकर भारत के नव निर्मित संविधान को लागू किया गया। इसलिए उस दिन से 26 जनवरी के इस दिन को भारत में गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। यह भारत के 3 राष्ट्रीय पर्वों में से एक है।इसके अलावा अन्य दो गांधी जयंती और स्वतंत्रता दिवस है। इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। यही कारण है कि विद्यालय तथा कार्यालय जैसी कई जगहों पर इस के कार्यक्रम को एक दिन पहले ही मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य-
नीचे भारतीय गणतंत्र दिवस से जुड़े कई सारे महत्वपूर्ण रोचक तत्वों के विषय में चर्चा की गई है।
इस दिन पहली बार 26 जनवरी 1930 में पूर्ण स्वराज का कार्यक्रम मनाया गया जिसमें अंग्रेजी हुकूमत से पूर्ण आजादी की प्राप्ति का प्रण लिया गया था।
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान एक कृषि यंत्र ने बजाई जाती है जिसका नाम 'अवॉइड वीथ मी' हैं क्योंकि यह ध्वनि महात्मा गांधी के प्रिय ध्वनियों में से एक है।
भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकरणों थे।
भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती हैं
गणतंत्र दिवस समारोह का राजपत्र में पहली बार आयोजन वर्ष 1955 में किया गया था।
गणतंत्र दिवस समारोह-
हर वर्ष 26 जनवरी को नई दिल्ली के राजपथ में गणतंत्र दिवस के इस कार्यक्रम को काफी भव्य रूप से मनाया जाता है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस के दिन किसी विशेष विदेशी अतिथि को आमंत्रित करने की प्रथा रही है। कई बार इसके अंतर्गत एक से अधिक अतिथियों को भी आमंत्रित किया जाता है।इस दिन सर्वप्रथम भारत के राष्ट्रपति द्वारा तिरंगा फहराया जाता है। और इसके बाद वहां मौजूद सभी लोग सामूहिक रूप से खड़े होकर राष्ट्रगान गाते हैं।
इसके पश्चात कई तरह की सांस्कृतिक और पारंपरिक झांकियां निकाली जाती हैं। जो भी देखने में काफी मनमोहक होती हैं। इसके साथ ही इस दिन का सबसे विशेष कार्यक्रम परेड का होता है। जिसे देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह होता है। इस परेड का आरंभ प्रधानमंत्री द्वारा राजपथ पर स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्प डालने के पश्चात होता है। इसमें भारतीय सेना के विभिन्न रेजीमेंट वायु सेना तथा नौसेना द्वारा हिस्सा लिया जाता है।
यह वह कार्यक्रम होता है। जिसके द्वारा भारत अपने सामरिक तथा कूटनीतिक शक्ति का भी प्रदर्शन करता है और विश्व को यह संदेश देता है। कि हम अपनी रक्षा में सच्चा में 2018 की गणतंत्र दिवस समारोह में एक साथ कई सारे मुख्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया था। इस कार्यक्रम में सभी आसियान देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था। गणतंत्र दिवस समारोह का यह कार्यक्रम भारत की विदेशी नीति के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए विभिन्न देशों के मुख्य अतिथियों के आगमन से भारत को इन देशों से संबंधों को बढ़ाने का मौका मिलता है।
निष्कर्ष-
गणतंत्र दिवस हमारे देश के 3 राष्ट्रीय पर्वों में से एक है यह वह दिन है। जो हमारा गणतंत्र के महत्व का एहसास कराता है। यही कारण है, कि इसे पूरे देश भर में इतने जोश तथा उत्साह के साथ मनाया जाता है, इसके साथ ही यह वह दिन भी है। जब अपने भारत अपने सामरिक शक्ति का प्रदर्शन करता है। जो कि किसी को अंकित करने के लिए नहीं अब तो इस बात का संदेश देने के लिए होता है। कि हम अपनी रक्षा करने में सच में 26 जनवरी के यह दिन हमारे लिए एक ऐतिहासिक पर्व है। इसीलिए हमे पूरे जोश तथा सम्मान के साथ इस पर्व को मनाना चाहिए।
एक टिप्पणी भेजें