दूर संचार साधन पर निबंध || essay ontelecommunicati ons in Hindi
दूर संचार के साधन
प्रस्तावना - आधुनिक युग में विज्ञान के नवीन आविष्कारों ने विश्व में क्रांति ला दी है ! वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से एक छोर पर मौजूद व्यक्ति दुनिया के दूसरे छोर से बातें करने मैं सक्षम है! दूरसंचार के क्षेत्र में कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से देश के ही नहीं बल्कि विश्व के भी लगभग सभी मुख्य नगर एक दूसरे से जुड़ चुके हैं! दूरसंचार से लोगों को देश की हर गतिविधि सामाजिक राजनीति आर्थिक एवं संस्कृति की जानकारी मिलती है हर परिस्थितियों में सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों से जनसाधारण को अवगत कराने की जिम्मेदारी भी दूरसंचार को ही वहन करनी पड़ती है!
दूर संचार साधन पर निबंध || essay ontelecommunicati ons in Hindi |
Table of contents.
1.दूर संचार के साधनसाधन
2.रेडियो
3.टेलीविजन
4.कंप्यूटर तथा इंटरनेट
5.दूरसंचार का कार्यक्षेत्र
6.संपर्क वृद्धि में सहायता
7.उपसंघार
दूर संचार के साधनसाधन- दूर संचार के साधनों के माध्यम से ही जनता की समस्याओं एवं सूचनाओं को जन जन तक पहुंचाया जाता है ! टेलीफोन, रेडियो ,टेलीविजन, इत्यादि दूरसंचार के ऐसे ही साधन है ,टेलीफोन ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से एक बार में कुछ ही व्यक्तियों से संचार किया जा सकता है, किंतु दूरसंचार के कुछ साधन ऐसे भी हैं जिनकी सहायता से एक साथ कई व्यक्तियों से संचार किया जा सकता है ! जिन साधनों का प्रयोग कर एक बड़ी जनसंख्या तक विचारों ,भावनाओं व सूचनाओं को संप्रेषित किया जाता है, उन्हें हम जन संचार माध्यम भी कहते हैं!
जनसंचार माध्यमों को कुल तीन वर्गों मुद्रण माध्यम इलेक्ट्रॉनिक माध्यम एवं नव - इलेक्ट्रॉनिक ,माध्यम में विभाजित किया जा सकता है! मुद्रण माध्यम के अंतर्गत समाचार पत्र ,पत्रिकाएं ,पैम्फलेट, पोस्टर ,जनरल ,टिकट इत्यादि आती है! इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के अंतर्गत रेडियो टेलीविजन एवं फिल्म आती है !और इंटरनेट नव - इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है !इनकी प्रमुख साधनों के बारे में आइए जानते हैं!
रेडियो - आधुनिक काल में रेडियो दूर संचार का एक प्रमुख साधन है, खासकर दूर-दराज के उन क्षेत्रों में जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंच पाई है या जिन क्षेत्रों के लोग आर्थिक रूप से पिछड़े हैं !भारत में सन 1923 में रेडियो के प्रसारण के प्रारंभिक प्रयास और 1927 ई० में प्रयोगिक इस तौर पर इसकी शुरुआत के बाद से अब तक इस क्षेत्र में अत्यधिक प्रगति हासिल की जा चुकी है और इसका सर्वोत्तम उदाहरण एफ ०एम० रेडियो प्रसारण है !एफ०एम०फ्रिकवेंसी मॉड्यूल का संक्षिप्त रूप है !यह एक ऐसा रेडियो प्रसारण है जिसमें आवृत्ति को प्रसारण ध्वनि के अनुसार मॉड्यूल किया जाता है!
टेलीविजन- टेलीविजन का आविष्कार सन 1925 में जे० एल० बेयर्ड ने किया था! आजकल यह दूरसंचार का प्रमुख साधन बन चुका है! पहले इस पर प्रसारित धारावाहिक एवं सिनेमा के कारण यह लोकप्रिय था! बाद में कई न्यूज चैनलों की स्थापना के साथ ही यह दूरसंचार का एक ऐसा सशक्त माध्यम बन गया जिसकी पहुंच करोड़ों लोगों तक हो गई भारत में इसकी शुरुआत सन 1959 में हुई थी ! वर्तमान में तीन से अधिक टेलीविजन चैनल चौबीसों घंटे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रसारित कर दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं!
कंप्यूटर तथा इंटरनेट - इंटरनेट दूरसंचार का एक नवीन इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है ! इसका आविष्कार 1969 में हुआ था इसके बाद से अब तक इसमें काफी विकास हो चुका है इंटरनेट व जिन्हें जो व्यक्ति के सभी आदेशों का पालन करने को तैयार रहता है ! विदेश जाने के लिए हवाई जहाज का टिकट बुक कराना वह किसी पर्यटन स्थल पर स्थित होटल का कोई कमरा बुक करा ना हो किसी किताब का ऑर्डर देना अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए विज्ञापन देना वह अपने मित्रों से ऑनलाइन चैटिंग करने और डॉक्टरों से स्वस्थ संबंधी सलाह लेनी हो या वकीलों से कानूनी सलाह लेनी हो इंटरनेट हर मर्ज का हर मर्ज की दवा है !इंटरनेट ने सरकार व्यापार और शिक्षा को नए अवसर दिए हैं !सरकार अपने प्रशासनिक कार्यों को संचालन विभिन्न कर प्रणाली, प्रबंधन और सूचनाओं के प्रसारण जैसे अनेकानेक कार्यों के लिए इंटरनेट का उपयोग करती है! कुछ वर्ष पहले तक इंटरनेट व्यापार और वाणिज्य में प्रभावी नहीं था! लेकिन आज सभी तरह के विपणन और व्यापारिक लेन-देन इसके माध्यम से संभव है!
दूरसंचार का कार्यक्षेत्र- प्राचीन काल में संदेशों के आदान-प्रदान में बहुत समय लग जाया करता था, परंतु अब समय की दूरी कट गई है ! अब टेलीफोन मोबाइल फोन टेलीग्राम प्रेजर, तथा फैक्स के द्वारा क्षण भर में संदेश और विचारों का आदान प्रदान किया जा सकता है !अब तक समाचार को टेली प्रिंटर ,रेडियो अथवा टेलीविजन द्वारा कुछ ही क्षणों में विश्व भर में प्रेषित किया जा सकता है!
संपर्क वृद्धि में सहायता- दूरसंचार लोगों के बीच संबंध स्थापित करने में मदद करता है दूरसंचार युवा पीढ़ी के संबंध बनाने का एक सफल माध्यम है. यह कहीं से भी किसी के साथ संवाद करने में मदद करता है यही शिक्षा के विकास और विचारों के आदान-प्रदान में मदद करता है दूरसंचार दुर्गम स्थानों तक पहुंच सकता है और यह किसी व्यक्ति की जीवन शैली को प्रभावित करता है जब किसी व्यक्ति के लिए किसी कारण से अपने दोस्त तक पहुंचना संभव नहीं होता, तो उस समय दूरसंचार के माध्यम से संचार बनाए रखा जाता है. इस वजह से रिश्ता बरकरार रहता है.
उप संघार - दूरसंचार के माध्यम से हर क्षेत्र सुगम हो चुका है इसके द्वारा अपने विचारों को कुछ ही क्षणों में विश्व भर में कहीं भी प्रेषित कर सकते हैं !आज इसे वैज्ञानिक तकनीक में और भी सुगम और आसान बना दिया है !दूरसंचार या मीडिया के माध्यमों के द्वारा ताजा तरीन खबरें और मौसम संबंधी जानकारियां हमें आसानी से प्राप्त हो रही हैं!
FAQ question
Q- संचार के साधन क्या है?
Ans- अंग्रेजी से अनुवाद किया गया काटेंट- संचार के साधनों की मदद से लोक सूचना अभी मैं काम कर रही हूं थोड़ी देर से लेनी है । संचार के साधन संदेश, चैनल, रिसीवर ,प्रतिक्रिया ,पर्यावरण ,संदर्भ और हस्तक्षेप
Q-संचार के प्रकार किया है?
Ans- संगठनात्मक संस्थागत ढांचा के आधार पर संचार औपचारिक और अनौपचारिक संसार दो प्रमुख शिर्डी में वर्गीकृत किया जा सकता है औपचारिक संचार और अनौपचारिक संचार।
Q-संचार की परिभाषा क्या है?
Ans- संसार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मौखिक और गैर मौखिक तरीकों से संदेश भेजना और प्राप्त करना शामिल है। सम 41 समझ बनाने के उद्देश्य दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच विचारों और विचारों के रूप में सूचनाओं को संप्रेषित करने का एक दो तरफा माध्यम है।
Q-संचार का महत्व क्या है?
Ans- यह जीवन का सार है, जिससे हम भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं, जानकारी दे सकते हैं और विचार साझा कर सकते हैं हम सभी को संवाद करने की जरूरत है।
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