नकली नोट की पहचान कैसे करें।
सरकार पुराने नोटों की जगह आप धीरे-धीरे नये नोट ला रही है यह बाजार में चल रहे नकली नोटों को बंद करने के लिए अच्छा कदम माना जा रहा है लेकिन अब दिक्कत इस बात की है कि बाजार में नए नोटों की नकली कॉपी भी बनाई जा रही है हालांकि बैंक से मिलने वाले नोटों पर संदेह नहीं किया जा सकता है। जो नोट बाजार में चल रहे हैं उन पर आप संदेह कर सकते हैं। ऐसी में आपको असली और नकली नोट के बीच का अंतर आपको पता होना चाहिए जिससे आप किसी धोखे का शिकार ना हो पाए। पहले जालसाज 500 और 2000 के बड़े नोटों की कॉपी करके नोट तैयार करते थे लेकिन अब ₹50 के नकली नोट भी बाजार में चलाने की कोशिश की जा रही है।
नकली नोट की पहचान कैसे करें। |
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ऐसी में आपको अवश्य जाना चाहिए असली और नकली नोट की पहचान क्या है जालसाज लोगों की गलती का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे है। हमारे देश में नकली नोट का चलन इतिहास बहुत पुराना है। बहुत पहले से नकली नोट तैयार किए जा रहे है। हालांकि साल 2016 की नोटबंदी से ऐसा लगा था अब नकली नोट बंद हो जाएंगे लेकिन अब नए नोटों की कॉपी भी करके ने नकली नोट बनाई जा रहे हैं।
कुछ साल पहले सरकार ने नकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए नोटबंदी की थी लेकिन उसके बावजूद कई लोग या ऐसे कई गिरोह हैं जो नकली नोटों का निर्माण करते हैं और उनके निर्गमन एवं प्रचलन को बढ़ावा दे रहे है् और यह नोट इतनी चालाकी से बनाते हैं कि कई लोग समझ नहीं पाते की नोट असली है या नकली पर अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में अपनों को सभी जानकारी मिलेगी।
असली नकली नोट की पहचान कैसे करें?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि आरबीआई
ने नकली नोटों की पहचान को लेकर भारतीय लोगों को शतक विद्या है साथ ही असली और नकली नोट की पहचान कैसे करें से संबंधित सभी जानकारी दी है जिसमें बताया गया है कि असली और नकली नोट में क्या अंतर है तो आइए सब जानते हैं।
₹500 के नकली नोट की पहचान कैसे करें?
भारत में सर्वाधिक नकली नोट की खबर ₹500 के नोट की ही होती है और यह नोट कुछ इस प्रकार से बने होते हैं असली और नकली में आसानी से पता नहीं लगाया जा सकता है इसके द्वारा आरबीआई ने मानदंड निर्धारित किए हैं। जिसके तहत इनकी पहचान की जा सकती है।
₹500 के नोट की पहचान करने के तरीके हैं जैसे-
1-लाइट के सामने रखने पर ₹500 दिखा दिखाई देता है।
2-आंखों के सामने 45 डिग्री के एंगल पर नोट को रखने पर 500 लिखा हुआ दिखाई देता है।
3-500 के नोट में महात्मा गांधी को बिल्कुल सेंटर में दिखाया गया है जहां आपको देवनागरी लिपि में ₹500 लिखा दिखाई देगा।
4-आपको नोट पर भारत और इंडिया लिखे लेटर्स दिखाई देंगे।
5-नोट को हल्का सा मोड़ने पर 3D सिक्योरिटी का कलर हल्का से हारे से नीला दिखाई देगा।
6-महात्मा गांधी की पिक्चर में इलेक्ट्रोटाइप वाटर मार्क भी दिखाई देगा जो असली पहचान है नोट के असली होने की।
7-पुराने नोटों की तुलना में गवर्नर का प्रॉमिस सिग्नेचर गारंटी क्लाज दाहिने तरफ शिफ्ट हो गया है।
8-नोट पर ऊपर लिखे बाएं तरफ और नीचे में दाएं तरफ नंबर बाएं से दाएं की ओर बड़े हो जाते हैं।
9-नोट में राइट साइड में अशोक स्तंभ है।
10-इसमें भारतीय ध्वज के साथ लाल किले की पिक्चर भी प्रिंट होती है।
11-जिस साल नोट की छपाई हुई थी वह साल भी लिखा होता है।
12-सेंटर की तरफ भाग की लगभग 17 भाषाओं में ₹500 लिखा दिखाई देगा।
13-नोट के ऊपर स्लोगन के साथ स्वच्छ भारत का लोको भी प्रिंट होता है।
₹100 का नोट नकली है या असली ऐसे करें पहचान
जिस प्रकार ₹500 के नकली नोट बहुतायत में भारतीय बाजार में सर्कुलेट किए जाते हैं। ठीक वैसे ही ₹100 के नकली नोट भी बाजार में प्रचलित हैं ₹100 के नकली नोट की पहचान कैसे करें संबंधित सभी जानकारी दी गई है।
₹100 की असली नोट की पहचान करने का पहला तरीका यह है कि सामने वाले दोनों हिस्से में समानता देवनागरी लिपि में 100 लिखा होता है।
नोट के बीच में महात्मा गांधी की फोटो लगी हुई है।
इसके अलावा ₹100 की नोट में आरबीआई भारत इंडिया और 100 छोटे अक्षरों में लिखा होता है।
₹100 के नोट के अलावा इससे अधिक मूल के नोटों में महात्मा गांधी का चित्र रिजर्व बैंक की सील गारंटी और प्रॉमिस क्लोज अशोक स्तंभ और आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं।
इसके अलावा दृष्टि बाधित लोगों के लिए आईडेंटिफिकेशन मार्क इंटेग्लियो में प्रिंटेड होते हैं।
नोट का समतल रखने पर नोट के रंग हरा होता है लेकिन जब इसे थोड़ा घुमाया जाता है तो इसका रंग हल्का नीला हो जाता है।
How to spot a fake Indian currency of INR 100 and 500
सिक्योरिटी फीचर्स के अलावा भी 100 ₹500 की नोटों को कुछ तरीकों से भी पहचाना जा सकता है-
वाटर मार्क
नकली नोटों में वाटर मार्क या तो बिल्कुल साफ नहीं होता है या इसकी साइज थोड़ी अलग होती है कहीं यह हल्का मोटा होता है तो कहीं हल्का टेढ़ा होता है।
सिक्योरिटी थ्रेड
नकली नोटों में यह ऊपर से पेंट होता है या फिर चिपका होता है उसके अंदर आरबीआई का जो इंग्रेव होता है वह या तो होता नहीं है या फिर साफ नहीं होता है नए नोटों में कौन बदलने से सिक्योरिटी बैंड का रंग बदल जाता है।
पेपर की क्वालिटी
असली नोट और नकली नोट में पेपर की क्वालिटी बहुत अधिक मायने रखती है। नकली नोटों में जो पेपर उपयोग किया जाता है वह हल्का रख होता है।
प्रिंटिंग
प्रिंटिंग की क्वालिटी में थोड़ा सा फर्क आम बात है लेकिन खासतौर पर नंबर के अक्षरों का साइज एक का नहीं होता है।
उभरे अक्षर
असली नोटों में कुछ जगह हल्के उभार वाली प्रिंटिंग होती है। जो उस जगह सिर्फ उंगलियां फिरने से महसूस होती है।
लेटेंट इमेज
नोट पर गांधी जी की तस्वीर के बराबर एक लेटेंट इमेज होती है। जिसमें जितने का नोट होता है उतनी संख्या लिखी होती है यह नोट को सीधा करने में दिखाई देता है।
FAQ
1- नकली नोट कैसे बनाएं?
उत्तर इसके लिए वह रॉयल एक्सक्लूसिव ब्रांड पेपर का इस्तेमाल करता था असली नोट के कागज की तरह लगता था सोनू ने कई महीने खुद ही अपने द्वारा छपे हुए नकली नोट छोटे दुकानदारों को ज्यादातर रात के समय दिए इसी प्रकार शराब के ठेकों पर खपाए।
2-नकली नोट कैसे छापे जाते हैं?
उत्तर-लेकिन नकली नोटों में पेंसिल से लाइन खींचकर ग्रे स्याही से लाइन छाप कर या कागज की दो पतली सीट चिपका कर एलुमिनियम के धागे का इस्तेमाल कर सुरक्षा धागे की नकल की जाती है जाल साजो को व्यक्तिगत संख्याओं के समान आकार को सटीकता के साथ बार-बार पुनः पेश करना मुश्किल लगता है।
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