यात्रा का महत्व पर निबंध//importance of journey in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे यात्रा पर निबंध, मेरी पहली यात्रा पर निबंध, यात्रा का महत्व पर निबंध, इसके बारे में सभी जानकारी दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
![]() |
यात्रा का महत्व पर निबंध//importance of journey in Hindi |
Table of contents
छुट्टी में हम सब घूमने जाते हैं हम हर बार नाना नानी के घर पर जाते हैं। लेकिन इस बार हम केदारनाथ की तीर्थ यात्रा पर गए थे यह यात्रा हमने ट्रेन से कि हमने वहां पर खूब मस्ती की मेरे परिवार में पापा मम्मी दादाजी और भाई-बहन भी गये थी।
केदारनाथ में हमारे गुरुजी का आश्रम है केदारनाथ में हम सब ने भगवान शिव शंकर के दर्शन किए और आरती का आनंद लिया केदारनाथ के बहुत ही तीर्थ स्थल हैं। सबसे पहले हम गुरुजी के आश्रम गए फिर हमने मंदिरों के दर्शन किए वहां केदारनाथ के सभी आसपास पहाड़ियों को देखा और वहां का नजारा बहुत ही सुंदर था। और इसके बाद हरिद्वार भी गए वहां का नजारा भी बहुत सुंदर था और कुछ खास था।
हरिद्वार दर्शन के बाद हम हरिद्वार से कुछ ही दूरी पर ऋषिकेश के वहां रामा लक्ष्मण झूला नामक पुल है यह पुल गंगा नदी पर बनी है पहाड़ों के बीच बहती गंगा नदी का दर्शन बड़ा मनोरम प्रतीत होता है यहां से खूब बड़े बड़े पहाड़ दिखते हैं।
हरिद्वार में पवित्र गंगा नदी पर हमने मस्ती की मुझे वहां नई-नई जानकारी मिली।
हरिद्वार में दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं यहां पर 12 साल में कुंभ का मेला लगता है कुंभ के मेले में बहुत से साधु संत आते हैं हरिद्वार से लगभग कुछ ही दूर पर बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री के पवित्र धाम भी हैं हमारी यात्रा बहुत ही रोमांचक व याद आ रही।
हमने घूमने का मजा भी लिया और हमारी तीर्थ यात्रा भी हो गई यहां हमें प्रकृति की सुंदरता देखने को मिली अगली गर्मियों में हम चार धाम की यात्रा पर जाएंगे।
यात्रा एक शौक पर निबंध
यात्रा करना एक महंगा शौक है किंतु यह वित्तीय घाटे की भरपाई करता है। अगर एक यात्री को जीवन में एवं इसके आविर्भाव में रुचि है तो वह अपने को व्यस्त एवं प्रसन्न रखने के लिए बहुत सी खोज कर सकता है।
समाजशास्त्र का एक विद्यार्थी विश्व के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों के रीति-रिवाजों एवं धार्मिक अनुष्ठानों में बहुत कुछ प्राप्त कर सकता है। इतिहास का एक विद्यार्थी ऐतिहासिक स्मारकों से इतिहास का जीवन ज्ञान प्राप्त कर सकता है।
एक इंजीनियर वास्तुशिल्प के विभिन्न इमारतों को देखकर अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकता है। वास्तव में यात्रा से व्यक्ति हर चीज पा सकता है जो उसके इन्द्रिय एवं बौद्धिक ललक को संतुष्ट करती है। यात्रा का शौक होने पर हम अपने खाली समय में व्यस्त रहते है।
यह समय का सदुपयोग का सर्वोत्तम तरीका है जब तक कोई व्यक्ति अपनी नीरस शारीरिक एवं मानसिक दिनचर्या को तोड़ता नहीं है उसे संतुष्ट नहीं मिल सकती यात्रा से हम दिनचर्या की नीरशता को भंग कर सकते हैं। एक नई जगह पर व्यक्ति कुछ जानने के लिए उत्सुक एवं ज्ञान अर्जित करने के लिए व्यस्त हो जाता है। रोमांचित एवं आश्चर्यचकित करने वाले स्थल उसके उत्साह को जागृत रखते हैं।
यात्रा के समय हम विनिवेश लोगों से मिलते हैं मनोविज्ञान में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को दूसरों को समझने का अनुभव एवं दृष्टि प्राप्त होती है मनुष्य के स्वभाव को समझ पाना सर्वोत्तम शिक्षा है।
यात्रा का शौक रखना बहुत लाभदायक है इससे हम व्यस्त रहते हैं शिक्षा प्राप्त होती है एवं हमारे शरीर एवं मन को नई ऊर्जा प्रदान होती है।
पर्वतीय स्थल की यात्रा पर निबंध
ऐतिहासिक स्थलों व धार्मिक स्थलों की यात्रा में कई बार जा चुकी हूं। परंतु पिछले साल गर्मियों की छुट्टी में मुझे पर्वतीय स्थल की यात्रा करने का शुभ अवसर भी प्राप्त हुआ मेरे पिताजी के एक मित्र नैनीताल में रहते हैं मैंने कई बार अपने पिताजी से पर्वतीय स्थलों की यात्रा का आग्रह किया था।
गर्मियों की छुट्टी में उन्होंने नयनतारा अपने मित्र के पास जाने का निश्चय किया उन्होंने पहले अपने मित्र को पत्र द्वारा सूचित किया उनके मित्र ने उन्हें सहर्ष नैनीताल आने का निमंत्रण दिया। फिर हमने सपरिवार नैनीताल जाने का कार्यक्रम बनाया।
यात्रा का शुभारंभ
विद्यालय से दृष्टि पड़ने पर 20 मई को हमने दिल्ली से चलने का निश्चय किया। नैनीताल को प्रतिदिन उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसें जाती रहती हैं परंतु ग्रीष्म काल में नैनीताल जाने के लिए काफी भीड़ रहती है इसलिए वहां के लिए करीब 5 दिन पूर्व हमने आरक्षक द्वारा अपनी सीट बुकिंग कराई थी। हम परिवार के चार सदस्य थे माता-पिता और हम दो भाई बहन।
20 मई को प्रातः हम अपने घर से टैक्सी द्वारा अंतर्राज्यीय बस अड्डे के लिए चल पड़े। 10:00 बजे बस के प्रस्थान का समय था हमारे पास सामान भी कुछ अधिक हो गया था क्योंकि मेरे पिता जी ने बताया कि वहीं गर्मियों में भी गर्म कपड़े पहनने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए हम अपने साथ सर्दी वाले कपड़े भी ले गए।
जहां थोड़ी देर पहले ही मैदानी भागों में भीषण गर्मी से हम झूलसे से जा रहे थे। अब वहां के पहाड़ों पर ठंडी ठंडी हवा चलने लगी थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मेरे पिताजी के मित्र वहां बस अड्डे पर हमारी प्रतीक्षा कर रहे थे। कुली के द्वारा सामान लेकर हम अपने पिताजी के मित्र के घर चले गये।
नैनीताल का नजारा
नैनीताल उत्तर प्रदेश की उत्तराखंड पर्वतमाला में स्थित लगभग 7000 फीट की ऊंचाई पर है। नैनीताल भारत का सबसे उत्तम दर्शनी पर्वतीय स्थल है। स्थल अंग्रेजों को बड़ा प्रिय था वहां के वातावरण को देखकर भी इसको छोटी विलायत कहते थे सभी पर्वती स्तनों में नैनीताल की अपनी एक विशेषताएं यहां पर 7000 फीट की ऊंचाई पर एक बहुत गहरा तालाब है। यह झील एकदम शानदार है जो आप लोगों को देखना चाहिए नई साल का सफर आप लोगों को जरूर करना चाहिए इससे हमें चीज में मिलेगी और वहां का वातावरण भी अच्छा है।
FAQ
1-यात्रा पर निबंध कैसे लिखें?
उत्तर-वास्तव में यात्रा से व्यक्ति हर चीज पा सकता है जो उसके इंद्री एवं बौद्धिक ललक को संतुष्ट करता है. यात्रा का शौक होने पर हम अपने खाली समय में व्यस्त रहते हैं यह समय के सदुपयोग का सर्वोत्तम तरीका है जब कोई व्यक्ति अपनी नीरस शारीरिक एवं मानसिक दिनचर्या को तोड़ता नहीं है उसे संतुष्टि नहीं मिल सकती।
2-यात्रा निबंध क्या है?
उत्तर-यात्रा निबंध क्या है एक ऐसा निबंध एक यात्रा या छुट्टी एक व्यक्तिगत यात्रा है। जिसे अक्सर एक संस्मरण के भाग के रूप में लिखा जाता है। और आमतौर पर काल्पनिक होता है। यह लेखक के अनुभव और उनके द्वारा देखे गए स्तनों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है जिससे पाठकों को यात्रा की गहरी समझ मिल सके।
![]() |
यात्रा का महत्व पर निबंध//importance of journey in Hindi |
एक टिप्पणी भेजें