पठार किसे कहते हैं या पठार क्या है?
पठार किसे कहते हैं या पठार क्या है? |
Table of contents-
1. पठार किसे कहते हैं या पठार क्या है?
2. पठार की क्या विशेषताएं होती हैं?
3. पठार कितने प्रकार के होते हैं?
4. विश्व के प्राचीन पठारो का वितरण बताइए।
5. पठारो का महत्व क्या है?
6. पठार के लाभ क्या है
7.पहाड़ और पठार में क्या अंतर है?
8.पठार कैसे दिखाई देते हैं?
9.पठार कहां पाए जाते हैं?
10.विश्व का सबसे बड़ा पठार कौन सा है?
पठार किसे कहते हैं या पठार क्या है?
सामान्य रूप से पठार उस भू-आकृति को कहा जाता है जो आसपास के क्षेत्रों से ऊंचा हो जिसका शीर्ष सपाट मेज की भांतिया उबड़ खाबड़ है। जिसका कम से कम एक कगार पर है। जो अन्य क्षेत्रों से इसको अलग करता है यह आसपास के मैदान से ऊंचा तथा आसपास के पर्वतों से नीचा होता है।
इसकी कोई स्पष्ट ऊंचाई नहीं होती इसी कारण से है कुछ 100 मीटर से लेकर कई हजार मीटर तक की ऊंचाई में पाए जाते हैं पधारो के संबंध में फ्रेंच एवं त्रिवारथा आसपास के क्षेत्रों से 500 फीट ऊंचे विभाग को पठार माना है।
सामान्य रूप से इसकी उचाई समुद्र तल से 300 से 1000 मीटर के मध्य पाए जाते है किन्तु यह 4 से 5 हजार मीटर तक हो सकते है। जैसे:- तिब्बत का पठार (5000 मीटर ), कोलोरेडो का पठार ( 2500 मीटर), भारत के झारखंड में पाट प्रदेश (900 मीटर ) आदि है।
विश्व का सबसे ऊँचा पठार तिब्बत का पठार है जो एशिया महाद्वीप में स्थित है।
पठारों की क्या विशेषताएँ होती है?
पठारों की निम्न विशेषताएँ होती है।
1. यह आस- पास के पर्वतो से निचा तथा मैदानों से ऊँचा होता है।
2. इसका शीर्ष सपाट या उबड़-खाबड़ एवं विस्तृत होता है।
3. यह खुले मेज की भांति या एक छोर पर पर्वतों से घिरा हुआ तथा दूसरी छोर में मैदानों या समुद्र तटीय क्षेत्र या चारो ओर से पर्वतो से घिरा हुआ हो सकता है।
4. इसकी उचाई कुछ सौ मीटर से लेकर कई हजार मीटर की ऊंचाई तक हो सकते है। इसकी कोई स्पष्ट ऊंचाई नहीं होती है।
पठार निम्नलिखित प्रकार के होते हैं
अंतपर्वतीय पठार - पर्वतमालाओं के बीच में बने पठार | ऐसे पठार चारों ओर से घिरे रहते हैं। जैसे- तिब्बत का पठार, बोलीविया, पेरू इत्यादि के पठार।
पर्वतपदीय पठार - पर्वत के तल और मैदान के बीच उठे समंतल भाग ।
महाद्वीपीय पठार - जब पृथ्वी के भीतर जमा लैकोलिथ भू-पृष्ठ के अपरदन के कारण सतह पर उभर आते हैं, तब ऐसे पठार बनते हैं। ऐसे पठारों का निर्माण पटल विरूपणी बलों द्वारा धरातल के किसी विस्तृत भू-भाग के ऊपर उठ जाने से होता है। जैसे- दक्षिण का पठार, भारत के कैमूर, रांची तथा कर्नाटक के पठार |
तटीय पठार- समुद्र के तटीय भाग में स्थित पठार।
चलन क्रिया के फलस्वरूप निर्मित पठार- जैसे- राजगढ़ गुम्बद (भारत) ।
पीडमॉण्ट पठार- उच्च पर्वतों की तलहटी में स्थित पठारों को 'पीडमॉण्ट' पठार कहते हैं। जैसे-पीडमॉण्ट (सं. रा. अमेरिका), पेटागोनिया (दक्षिणी अमेरिका) आदि ।
विश्व के प्राचीन पठारों का वितरण
1. लौरेंशिया (उत्तर-पूर्व कनाडा और ग्रीनलैंड)
2. बाल्टिक (फैनोस्कैंडिया)
3. साइबेरिया (उत्तर-मध्य भाग )
4. चीन ( पूर्वी मंचूरिया से वियतनाम तक)
5. दक्षिण भारत (प्रायद्वीपीय पठार)
6. अरब
7. संपूर्ण अफ्रीका
8. ब्राजील
9. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया
पठारो का महत्व या लाभ-
खनिजों के भंडार- विश्व के अधिकांश खनिज प्रकार से ही प्राप्त होते हैं जिन खनिजों पर हमारे उद्योग कच्चे माल के लिए निर्भर हैं। अफ्रीका का पठार सोना एवं हीरो के खनन के लिए प्रसिद्ध इसी प्रकार भारत में छोटा नागपुर के पठार लोहा कोयला तथा मैग्नीज के बहुत बड़े भंडार पाए जाते हैं।
जल विद्युत का उत्पादन-
पठानों के दलों एवं नदियां जल प्रपात बनाती हैं यह जलप्रपात जल विद्युत उत्पादन की आदर्श स्थान है। भारत में छोटा नागपुर के पठार एवं स्वर्णरेखा नदी पर स्थित हुंडरू जलप्रपात तथा कर्नाटक में जोग जल प्रपात इस प्रकार के जलप्रपात अच्छे के उदाहरण हैं।
पशु चारण-
पठारी भाग पशु चारण के लिए बहुत उपयोगी है पठार यह बकरी आदि पाने के लिए उपयुक्त स्थान है।
अनुकूल जलवायु-
उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पठारी ऊंचे भावों पर ठंडी जलवायु के कारण यूरोप वासियों को आकर्षित करते रहे हैं यहां रहकर उन्होंने अर्थव्यवस्था का विकास किया है।
पर्यटन- पधारो पर कई रमणीय स्तर होते हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
विश्व के प्रमुख पठार-
विश्व के प्रमुख पठार इस प्रकार हैं-
(1) तिब्बत का पठार ( tibet ka pathar)
यह दुनिया का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा पठार है, इसलिए इसे दुनिया की छत कहा जाता है! इसका निर्माण इंडो-ऑस्ट्रेलिया और यूरोपियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से हुआ है! यह दक्षिण-मध्य एशिया में स्थित है और चीन, तिब्बत और भारत आदि देशों में फैला है !
(2) कोलंबिया का पठार (columbia ka pathar) -
इस पठार का निर्माण ज्वालामुखी विस्फोटों के परिणामस्वरूप निकलने वाले बेसाल्ट लावा के जमने से हुआ है! यह संयुक्त राज्य अमेरिका के ओरगन, वाशिंगटन और इडाहो राज्यों के मध्य 4,62,500 वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तृत रूप से फैला है!
(3) कोलोरेडो का पठार (colorado ka pathar) -
यह अमेरिका का सबसे बड़ा पठार है! यह अमेरिका के पश्चिमी भाग में स्थित है! इसका विस्तार यूटाह और एरीजोना राज्यों में है! यह अतंपर्वतीय पठार का उदाहरण है, जो कोलोरेडो नदी और ग्रांड केनियन द्वारा
विभाजित होता है !
(4) मेक्सिको का पठार (mexico ka pathar) -
यह पठार पश्चिमी सियारामामाद्रे और पूर्व सियारामामाद्रे पर्वत श्रेणियों के मध्य स्थित है! यहां से विभिन्न प्रकार के धात्विक खनिज जैसे चांदी, सोना आदि प्राप्त होते हैं। विश्व की सबसे बड़ी चाँदी की खान यहीं पर है! यह एक अंतःपर्वतीय पठार है !
(5) दक्कन का पठार (dakan
pathar) – यह पठार दक्षिण भारत में स्थित है! यह पठार तीनी ओर से पर्वत श्रेणियों से घिरा है! इसके पूर्व में पूर्वी घाट, पश्चिम में पश्चिमी घाट तथा उत्तर में विंध्याचल एवं सतपुड़ा की श्रेणियां हैं! यह पठार खनिज पदार्थों की दृष्टि से समृद्ध है!
(6) अलास्का का पठार (alaska kapathar) -
अलास्का के पठार का निर्माण यूकन और उसकी सहायक नदियों द्वारा हुआ है, अतः यूकन का पठार भी कहा जाता है! कनाडा की ओर इसकी ऊंचाई लगभग 900 मीटर है!
बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. पहाड़ और पठार में क्या अंतर है?
उत्तर-पहाड़ और पठार के बीच मुख्य अंतर है यह है कि पर्वत एक ऊंचा नशीला संरचना है जबकि पठार एक ऊंचा क्षेत्र वाला एक ऊंचा क्षेत्र है।
2. पठार कैसे दिखाई देते हैं?
उत्तर-यह आसपास के पर्वतों से नीचा तथा मैदानों से ऊंचा होता है उसका शीर्ष सपाट उबड़ खाबड़ एवं विस्तृत होता है। यह खुल इमेज की भांति या एक छोर पर पर्वतों से घिरा हुआ तथा दूसरी छोर में मैदानों या समुद्री तट है क्षेत्र या चारों ओर से पर्वतों से घिरा हुआ हो सकता है।
3. पठार कहां पाए जाते हैं?
उत्तर -उत्तरी अफ्रीका, तुर्की, ईरान और तिब्बत में पाए जाते हैं।
5. विश्व का सबसे बड़ा पठार कौन सा है?
उत्तर- तिब्बत का पठार।
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