MP Board Class 10th Sanskrit trimasik Pariksha paper 2024/कक्षा दसवीं संस्कृत त्रैमासिक पेपर 2024

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MP Board Class 10th Sanskrit trimasik Pariksha paper 2024/कक्षा दसवीं संस्कृत त्रैमासिक पेपर 2024

 MP Board Class 10th Sanskrit trimasik Pariksha paper 2024/कक्षा दसवीं संस्कृत त्रैमासिक पेपर 2024

नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं संस्कृत का त्रैमासिक पेपर बताएंगे। आपको इस पोस्ट में कक्षा दसवीं संस्कृत के पेपर का संपूर्ण हल भी देखने को मिलेगा। पोस्ट पसंद आए तो अपने सभी दोस्तों को share जरूर करिएगा।

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त्रैमासिक परीक्षा 2024-25

कक्षा - 10वीं

विषय - संस्कृत 

(समय:3 घंटे)                                             (पूर्णांक:75)


निर्देश :

(i) सर्वे प्रश्नाः अनिवार्या: सन्ति।

(ii) प्रश्नानां सम्मुखे अंका: प्रदत्ता:।



प्रश्न 1. उचितं विकल्पं चित्वा लिखत–           (6)


(i) ‘बालिकया:’ पदे विभक्ति: अस्ति–

(अ) तृतीया                            (ब) चतुर्थी

(स) षष्ठी                               (द) सप्तमी

उत्तर - (अ) तृतीया


(ii) ‘बालकः’ शब्दस्य षष्ठी विभक्तेः एकवचनं रूपं भविष्यति?

(अ) बालकस्य                          (ब) बालकेन

(स) बालकम्                             (द) बालके

उत्तर - (अ) बालकस्य


(iii) ‘नदीनाम्’ पदे विभक्तिः अस्ति–

(अ) प्रथमा                            (ब) द्वितीया

(स) तृतीया                           (द) षष्ठी

उत्तर - (द) षष्ठी


(iv) कस्मात् पदे विभक्तिः अस्ति–

(अ) द्वितीया                           (ब) चतुर्थी

(स) पञ्चमी                            (द) सप्तमी

उत्तर - (स) पञ्चमी


(v) ‘श्रुत्वा’ इत्यस्मिन् पदे प्रत्ययः अस्ति–

(अ) क्त                             (ब) क्त्वा

(स) ल्यप्                           (द) त्वा

उत्तर -  (ब) क्त्वा


(vi) अधोलिखितेषु अव्ययपदं न अस्ति?

(अ) अत्र                              (ब) एव

(स) अधुना                            (द) मण्डलम्

उत्तर - (द) मण्डलम्


प्रश्न 2. कोष्ठकात् चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत–      (6)


(i) ‘गच्छन्तु’ इत्यस्मिन् पदे …… वचनम् अस्ति। (एकवचनं/द्धिवचन)

उत्तर - द्धिवचन


(ii) ‘वदामि’ इत्यस्मिन् पदे …… धातुः अस्ति। (वाद्/वद्)

उत्तर - वद्


(iii) लट् लकारस्य उदाहरणम् …… अस्ति। (पठिष्यति/ पठति)

उत्तर - पठति


(iv) ‘अधिकार:’ पदे ……. उपसर्ग: अस्ति। (अधि/अधिक)

उत्तर - अधि


(v) ‘पराजयः’ पदे ……  उपसर्ग: अस्ति।  (पर/परा)

उत्तर - परा


(vi) ‘आश्रम्’ पदे …….. पर्याय अस्ति। (रसालम्/कदली फलम्)

उत्तर - रसालम्


प्रश्न 3. शुद्धवाक्यानां समक्षम् ‘आम्’ अशुद्धवाक्यानां समक्षम् ‘न’ इति लिखत–         (6)


(i) ‘मूषकः’ शनैः शनैः चलति। इत्यस्मिन् वाक्ये मूषकः विशेष्यपदम् अस्ति।

उत्तर - न्


(ii) ‘श्वेतः’ अश्वः धावति। इत्यस्मिन् वाक्य श्वेतः विशेषणपदम् अस्ति।

उत्तर - आम्


(iii) ‘वनं’ पदस्य पर्यायपदं काननम् अस्ति।

उत्तर - आम्


(iv) ‘दूषितम्’ पदस्य विलोमपदं ‘शुद्धम्’ अस्ति।

उत्तर - आम्


(v) ‘बुद्धिमान’ पदस्य विलोमपदं ‘विद्वान्’ अस्ति।

उत्तर - न्


(vi) विद्यालय: इत्यस्मिन् पदे दीर्घसंधि: अस्ति?

उत्तर - आम्


प्रश्न 4. एकपदेन उत्तरं लिखत्–         (6)


(i) केषां माला रमणीया?

उत्तर - ललितलतानां


(ii) ‘कत्त्वा:’ प्रत्ययस्य एकम् उदाहरणं लिखत।

उत्तर - पतित्वा


(iii) ‘अजाः’ इत्यस्मिन् पदे कः प्रत्यय अस्ति?

उत्तर - टाप्


(iv) व्याघ्रः कस्मात् विभेति?

उत्तर - मानुषात्


(v) वृषभः कुत्र प्रपात? 

उत्तर - क्षेत्रे 


(vi) ‘‘यथाशक्ति:’’कः समासस्य उदाहरणं अस्ति?

उत्तर - अव्ययीभाव समास


प्रश्न 5. उचितयुग्मेलनं कुरुत–         (6)


(अ)                                    (ब)


(i) महा+इन्द्रः          —         महेंद्र:

(ii) जगदीशः           —           जगत्+ईशः

(iii) महान् च असौ पुरुष:     —     महापुरुष:

(iv) चंद्रशेखर:                —       बहुव्रीहि:

(v) द्धिगुसमास:         —      पंचवटी

(vi)नमस्ते               —         नम: + ते


प्रश्न 6. कवि: किमर्थ प्रकृते: शरणम् इच्छति?   (2)

अथवा 

स्वस्थजीवनाय कीदृशे वातावरणे भ्रमणीयम्?


प्रश्न 7. लोके महतो भयात् कः मुच्यते?     (2)

अथवा 

बुद्धिमती श्रृंगालं किम् उक्तवती?


प्रश्न 8. राम: लवकुशौ कुत्र उपवेशयितुम् कथयति?   (2)

अथवा

व्याघ्रः किं विचार्य पलायितः?


प्रश्न 9. अस्माकम् पर्यावरणे किं किं दूषितम् अस्ति?  (2)

अथवा 

केन सम: बन्धु: नास्ति?


प्रश्न 10. जननी कीदृशी भवति?       (2)

अथवा

बुद्धिमती केन उपेता पितृगृहं प्रति चलिता?


प्रश्न 11. रेखांकितपदं स्वीकृत्य प्रश्न निर्माणं कुरुत ( कोडपि द्धौ)         (2)


(i) तत्र राजसिंहो नाम राजपुत्र: वसति स्म।

(ii) धेनूनाम् माता सुरभिः आसीत्।

(iii) त्वं मानुषात् विशेषि।


प्रश्न 12. अधोलिखितानां वाक्यानि कः कं प्रति कथयति 

(कोडपि द्धौ)       (2)


(i) सव्यवधानं न चारित्र्यलोपाय।

(ii) जानाम्यहं तस्य नामधेयम्।

(iii) वयस्य! अपूर्व खलु नामधेयम्।


प्रश्न 13. प्रश्नपत्रे समागतान् श्लोकान् विहाय स्वपाठ्य-पुस्तकात् सुभाषितम् एकम् लिखत–     (2)


प्रश्न 14. अधोलिखितेषु अशुद्ध वाक्येषु शुद्धि कुरुत (कोडपि द्धौ)       (2)


(i) रामम् नमः।

(ii) बालकः विद्यालयात् गृहं गच्छन्ति।

(iii) अहम् पुस्तकं पठति।


प्रश्न 15. पाठगतशब्दैः रिक्तस्थान - पूर्ति कुरुत (कोडपि चत्वारः)       (2)

(एव, सदा, भृषम्, महावृक्ष:, शत्रु:, गुणं)


(i) गुणी ……. जनाति।

(ii) सेवितव्यो ……. फलच्छाया समन्वितः।

(iii) कोधो हि ……. प्रथमो नराणाम्।

(iv) इदानीं वायुमंडलं …….. प्रदूषितमस्ति।

(v) पर्यावरणस्य संरक्षण ……… प्रकृते आराधना।

(vi) ……… समयस्य सदुपयोग: करणीयः।


प्रश्न 16. प्रदत्तवाक्यैः घटनाक्रमानुसारं लिखत –   (2)


(i) व्याघ्र व्याघ्रमारी इयमिति मत्वा पलायितः।

(ii) प्रत्युत्पन्नति: सा श्रंगालं आक्षिपन्ती उवाच।

(iii) जम्बुककृतोत्साहः व्याघ्रः पुनः काननम् आगच्छत्।

(iv) मार्गे सा एकं व्याघ्रम् अपश्यत् बुद्धिर्वलवती सदा।


प्रश्न 17. निर्देशानुसारं वाध्य - परिवर्तनं कुरुत (कोडपि द्धौ)       (2)


(i) कः छायां निवारयति (कर्मवाच्ये)

(ii) लतया गीतं गीयते (कर्तृवाच्ये)

(iii) तेन् फलानि खाद्ययन्ते (कर्तृवाच्य)

(iv) मोहन: पाठं पठति (कर्मवाच्ये)


प्रश्न 18. अधोलिखितं गद्यांश पठित्वा प्रश्नानां उत्तराणि संस्कृतभाषायाम् लिखत–            (3)


कश्चित् कृषक वलीवर्दाम्यां क्षेत्रकर्षणं कुर्वन्नासीत्। तयोः बलीवर्दयोः एकः शरीरेण दुर्बलः जवेन गन्तुमशक्तश्चासीत्। अतः कृषकः तं दुर्बलं वृषभं तोदनेन नुदन् अवर्तत। सः वृषभः हलमूढ़वा गन्तुमशक्तः क्षेत्रे पपात। क्रुद्ध: कृषीवलः तमुत्थापयितुं बहुवारम् यत्नमकरोत्। तथापि वृषभः नोत्थितः।


(i) कृषक: काभ्यां क्षेत्रकर्षणं कुर्वन्नासीत्?

(ii) तयोः बलीवर्दयोः एकः कीदृशः आसीत्?

(iii) ‘अकरोत्’ इत्यस्य पदस्य पुरुषं वचनम् च लिखत।

अथवा 

कश्चन निर्धनो जनः भूरि परिश्रम्य किञ्चिद् वित्तमुपार्जितवान्। तेन वित्तेन स्वपुत्रम् एकस्मिन् महाविद्यालये प्रवेशं दापयितुं सफलो जातः। तत्तनयः तत्रैव छात्रावासे निवसन् अध्ययने संलग्नः समभूत्। कदा स पिता तनूजस्य रुग्णतामाकर्ण्य व्याकुलो जातः पुत्रं द्रष्टुं च प्रस्थितः। परमर्थकार्श्येन पीड़ित: स बसयानं विहाय पदातिरेव प्राचलत्।


(i) एकदा स पिता कथं व्याकुलो जातः?

(ii) किमर्थ स बसयानं विहाय पदातिरेव प्राचलत्?

(iii) क: भूरि परिश्रम्य किञ्चिद् वित्तमुपार्जितवान्?


प्रश्न 19. अधोलिखितं पद्यांश पठित्वा प्रश्नानां उत्तराणि संस्कृतभाषायाम् लिखत–            (3)


विद्धांस एव लोकेड्स्मिन् चक्षुष्मन्तः प्रकीर्तिता:।

अन्येषां वदने ये तु ते चक्षुर्नामनी मते।


(i) के लोकेड्स्मिन् चक्षुष्मन्तः प्रकीर्तिता:?

(ii) विद्धांस एव कुत्र चक्षुष्मन्तः प्रकीर्तिता

(iii) केषां वदने चक्षुर्नामनी मते?

अथवा 

अमन्त्रमक्षरं नास्ति, नास्ति मूलमनौषधम्।

अयोग्य: पुरुष: नास्ति योजकस्तत्र दुर्लभ:।।


(i) अयोग्य: क: नास्ति?

(ii) क: तत्र दुर्लभ:?

(iii) अनौषधं किम् नास्ति? 


प्रश्न 20. अधोलिखितं नाट्याशं पठित्वा प्रश्नानां उत्तराणि संस्कृतभाषायाम् लिखत–            (3)


लवः - भगवान् सहस्त्रदीधितिः।

रामः - कथमस्मत्समानाभिजनौ संवृत्तौ?

विदूषक: - किं द्धयोरप्येकमेव प्रतिवचनम्?

लव: - भ्रातरावावां सोदर्यां।

रामः - समरूपः शरीरसन्निवेशः। वयसस्तु न किञ्चिदन्तरम्।

लवः - आवां यमलौ।

रामः - सम्प्रति युज्यते। किं नामधेयम्?


(i) कौ आवां सोदर्यां?

(ii) कथं शरीरसन्निवेशः?

(iii) आवां कौ?

अथवा 

काक:- रे परभृत्! अहं यदि तव संतति न पालयामि तर्हि कुत्र स्युः पिका? अतः अहम् एव करुणापरः पक्षिसम्राट काकः।

गज:- समीपतः एवागच्छन् अरे!अरे! सर्व सम्भाषणं श्रृण्वन्नेवाहम् अत्रागच्छम्। अहं विशालकायः,बलशाली, पराक्रमी च। सिंहः वा स्यात् अथवा अन्यः कोडपि, वन्यपशून् तु तुदन्तं जन्तुमहं स्व शुण्डेन पोथयित्वा मारयिस्यामि। किमन्यः कोडप्यस्ति एतादशः पराक्रमी। अतः अहमेव योग्यः वनराजपदाय।


(i) करुणापरः पक्षिसम्राट क: अस्ति?

(ii) “अहं विशालकायः,बलशाली, पराक्रमी च’’ इति कः अवदत्?

(iii) ‘पोथयित्वा’ इत्यस्मिन् पदे कः प्रत्ययः?


प्रश्न 21. अधोलिखितं अपठित गद्यांशं पठित्वा प्रश्नानां उत्तराणि संस्कृतभाषायाम् लिखत–            (4)


छात्रजीवनमेव मानवजीवनस्य प्रभातवेला। आधारशिला व वर्तते। विद्याध्ययनाय छात्रः विद्यालयं गच्छति। स: सर्वविधं सुखं परित्यज्य अहर्निशं विद्याध्ययनं करोति। विद्यार्थी अल्पाहारी ग्रहत्यागी काकचेष्टावान् वकध्यानयुक्तः अल्पनिद्रालुश्च भवेत्‌।

यथोक्तं केनापि कविना–

काकचेष्टा, वकोध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च।

अल्पहारी, गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम्।।


(i) मानवजीवनस्य आधारशिला किम् अस्ति?

(ii) छात्र: कुत्र गच्छति।

(iii) अस्य गद्यांशस्य शीर्षकं लिखत।

(iv) विद्यार्थीजीवनस्य पंच लक्षणम् लिखत।


प्रश्न 22. स्वप्रचार्यस्य कृते अवकाशार्थम् एकआवेदनपत्रम् संस्कृतभाषायां लिखित।        (4)

अथवा 

स्वमित्रं प्रति एकं शुभकामनापत्रम् संस्कृतभाषायां लिखित।


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प्रश्न 23. अधोलिखितेषु एकं विषयं स्वीकृत्य शतशब्देषु संस्कृते निबन्धं लिखत–      (4)


(i) छात्रजीवनम्

(ii) संस्कृतभाषायां महत्वम्

(iii) अस्माकं विद्यालयं

(iv) महाकवि: कालिदास:

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