Cleanliness Poem in Hindi, Poem On Cleanliness in Hindi, स्वच्छता पर कविताएँ
'स्वच्छता' इस शब्द का महत्व हमारे जीवन में बहुत अधिक है साफ-सफाई के अलावा स्वच्छता चाहे हमारे विचारों की हो मन की हो तन की हो या वाणी की हो, सभी महत्वपूर्ण हैं और इससे हमारे देश की प्रगति होती है हमें खुद को, घर को, अपने आसपास, समाज, समुदाय, शहर, उद्यान, और पर्यावरण आदि को रोज स्वच्छ रखने की जरूरत है। हम सभी को स्वच्छता का महत्व और जरूरत समझनी चाहिए और अपने दैनिक जीवन में लागू करना चाहिए जब हम स्वच्छ और स्वस्थ रहेंगे तभी हमारा देश भारत प्रगति की राह पर अग्रसर रहेगा हमें अपने आसपास को, या कह लीजिए वातावरण को स्वच्छ रखना होगा।
आज स्वच्छता एक सामाजिक मुद्दा बना हुआ है और हमें इस पर विचार करना है। यदि हम जल्दी नहीं चेते तो कहीं देर ना हो जाए स्वच्छता के अनेक फायदे होते हैं। इसी स्वच्छता के फायदे व महत्व समझने हेतु हम आपके समक्ष Poem on Cleanliness in Hindi लेके उपस्थित हुए हैं। यह कविताएं स्वच्छता के लिए की गई हमारी तरफ से अनोखी पहल है।
स्वच्छता जीवन का लक्ष्य
स्वच्छ बने भारत अपना,
सपना था अपने बापू का।
स्वच्छ भारत अभियान' सफल हो जिससे,
मैल मिटे सब तन मन का।
बाह्य स्वच्छता के संग-संग,
आंतरिक स्वच्छता भी है जरूरी।
हृदय में प्रेम पले जिससे,
मिट जाए मन से मन की दूरी।
वाणी भी शुद्ध अमृत सी बने,
जिससे खुशियों की फूल खिले।
रहे ना कोई गिले-शिकवे,
जीवन में आशाओं के दीप जले।
शुद्ध सुदृढ़ मानसिकताएं हो सबकी,
एक दूजे का साथ निभाये सब।
मन, कर्म और वचन की शुद्धता को,
जीवन का ध्येय बनाए सब।
स्वच्छ भारत अभियान का
ये सपना तभी सच हो पाएगा।
हर एक मनुष्य जागृत होकर जब,
स्वच्छता को जीवन का लक्ष्य बनाएगा।
स्वच्छ बनाएं धरती को
आओ हम सब मिलकर,
एक स्वच्छ सुंदर समाज बनाएं।
स्वच्छ सुंदर बनाएं इस धरती को,
वातावरण को शुद्ध बनायें।
कूड़ा फेंके कूड़ेदान में,
इधर उधर ना ढेर लगाएं।
गंदगी को दूर भगाकर,
अपने घर को स्वच्छ बनाएं।
वायु को प्रदूषित न होने दें,
आओ इसको शुद्ध बनाये।
एक नया संकल्प उठाकर,
हर दिन नए पेड़ लगाएं।
स्वच्छ रहेगा जब हर घर,
तभी तो स्वच्छ समाज होगा।
तभी विकसित होगी नई मानसिकता,
जिसकी करते हैं हम सब कल्पनाएं।
स्वच्छता पर कविता Swachhata par Kavita
स्वप्र नए भारत का
स्वप्र एक नए भारत का,
देखा था बापू ने अपने।
आओ स्वच्छ समाज बनाकर,
कर दे पूरे उनके सपने।
स्वच्छ और शुद्ध मानसिकता ओं को अपनाकर,
सत्य का साथ निभाये।
दे्ष-राग को दूर भगाकर,
प्रेम का मार्ग अपनाएं।
हिंसा का हम त्याग करें,
सात्विकता को अपनाएं।
मांसाहार का परित्याग करें,
आहार और विचार करें।
वाणी में शुद्धता लाये।
हृदय को हम कोमल बनाएं।
आओ एक संकल्प उठाकर,
जीवन साकार बनाएं।
स्वच्छ भारत अभियान कविता
स्वच्छ होगा हम भारत अपना,
और पूरा होगा बापू का सपना।
क्योंकि मजबूत कंधों ने अब,
इसकी बागडोर संभाली है।
स्वच्छता अभियान की कर ली,
मोदी ने तैयारी है।
जबसे हुआ आगमन उनका,
अभियान ये जारी है।
सुलभ शौचालय बनवाकर,
नारी का सम्मान बचाया है।
वापस स्वाभिमान मिलेगा नारी को,
और गंदगी को दूर भगाया है।
गंगा सफाई अभियान चलाकर,
देश की संस्कृति बचाई है।
लौटाकर पवित्रता इसकी,
मां गंगा की गरिमा मचाई है।
विश्व के एक नए पटल पर,
स्वच्छ भारत अब अपना होगा।
स्वच्छ भारत अभियान से अब,
हर भारतवासी का सपना पूरा होगा।
सरकार स्वच्छता के लिए अनेकों कदम उठा रही है, लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं कमी बनी हुई है, यह कमीयो के लिए वह लोग जिम्मेवार हैं, जिनकी मानसिकताओं व सोच में कमी है। देश में स्वच्छता रखना केवल सरकार का ही नहीं अपितु हम सब का कर्तव्य है। समाज के सभी सदस्यों को आसपास की सफाई में अपना योगदान देना चाहिए। हम सब को एकजुट होकर संकल्प लेना होगा और कहना होगा…
"स्वच्छ भारत का इरादा,
इरादा कर लिया हमने, देश से अपने ये वादा।
ये वादा कर लिया हमने, स्वच्छ भारत का इरादा"
हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा Cleanliness Poem in Hindi पर लिखी गई कविता आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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