अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध || Essay on international yoga day in Hindi

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध || Essay on international yoga day in Hindi

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध || Essay on international yoga day in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध लिखना बताएंगे और इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को क्यों बनाया जाता है? दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने सभी दोस्तों को share जरूर करिएगा।


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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध || Essay on international yoga day in Hindi 

Table of contents –


1. प्रस्तावना

2. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस - एक पहल

3. योग की उत्पत्ति

4. योग का महत्व

5. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को क्यों मनाया जाता है

6. योग करने के लाभ

7. पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

8. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 10 वाक्य

9. निष्कर्ष

10. FAQ Questions 


प्रस्तावना –


योग, मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है। योग के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को इस अनूठी कला का आनंद लेने के लिए मनाया जाता है।


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस - एक पहल –


योग की कला का जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन की स्थापना का विचार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रस्तावित किया था। इस पहल के माध्यम से भारतीय प्रधानमंत्री हमारे पूर्वजों द्वारा दिए गए इस अनोखी उपहार को प्रकाश में लाना चाहते थे। उन्होंने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अपने भाषण के दौरान इस सुझाव का प्रस्ताव दिया था। अपने संयुक्त राष्ट्र के संबोधन में उन्होंने यह भी सुझाव दिया था कि योग दिवस 21 जून को मनाया जाना चाहिए क्योंकि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन है।


यूएनजीए के सदस्यों ने मोदी द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया और जल्द ही इसके लिए सकारात्मक मंजूरी दे दी। 21 जून 2015 का दिन पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया गया। इस दिन भारत में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने राजपथ पर उत्साह के साथ यह दिन मनाया। तब से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून हर साल बहुत उत्साह से मनाया जाता है।


इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों में कई बड़े और छोटे योग शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। इस पवित्र कला का अभ्यास करने के लिए लोग बड़ी संख्या में इस शिविर में हिस्सा लेते हैं। ना सिर्फ भारत में बल्कि इस तरह के शिविरों का आयोजन दुनिया के अन्य हिस्सों में भी किया जाता है और लोग बड़े उत्साह से इनमें भाग लेते हैं।


योग की उत्पत्ति –


माना जाता है कि भारतीय पौराणिक युग से योग की जड़ें जुड़ी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह भगवान शिव थे जिन्होंने इस कला को जन्म दिया। शिव, जिन्हें आदि योगी के रूप में भी जाना जाता है, को दुनिया के सभी योग गुरुओं के लिए प्रेरणा माना जाता है।

सामान्यतः तौर पर यह माना जाता है कि उत्तर भारत में सिंधु-सरस्वती सभ्यता थी जिसने 5000 साल पहले इस शानदार कला की शुरुआत की थी। ऋग्वेद में पहली बार इस अवधि का उल्लेख किया है। हालांकि योग की पहली व्यवस्थित प्रस्तुति शास्त्रीय काल में पतंजलि द्वारा की गई है।


योग का महत्व –


हमारी बदलती हुई जीवनशैली के बीच योग का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। अनियमित खान-पान, प्रदूषण भरे माहौल में रहने से एवं सोने-जागने का एक निश्चित वक्त ना होना, इन सब कारणों की वजह से कहीं ना कहीं हमारा स्वास्थ्य बहुत बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जिसका असर हमारी कार्यक्षमता में स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है। जब हमारा शरीर और मन स्वस्थ नहीं होता तो हम पूरी ऊर्जा के साथ काम नहीं कर पाते। ऐसे में योग सबसे बड़ी औषधि का काम करता है।


योग ना सिर्फ हमारे शरीर को स्वस्थ बनाता है बल्कि मन और मस्तिष्क दोनों को मजबूती प्रदान करता है। योग के कारण हमारे जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है। जिसकी सहायता से हम हर बीमारी से लड़ने के काबिल बनते हैं। योग करने से हमारा मन शांत होता है जिसका सीधा सा अर्थ है कि हम 'ब्लड प्रेशर' जैसी चुनौतियों से अच्छी तरीके से निपट सकते हैं क्योंकि विचलित मन की वजह से ही ऐसी समस्याओं का जन्म होता है।


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को क्यों मनाया जाता है –


भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने योग दिवस मनाने का विचार प्रस्तावित किया, ने सुझाव दिया कि यह 21 जून को मनाया जाना चाहिए। उनके द्वारा सुझाई गई इस तारीख का कारण सामान्य नहीं था। इस अवसर को बनाने के लिए प्रस्तावित कुछ कारण हैं।


21 जून उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन है और इसे ग्रीष्मकालीन अस्थिरता कहा जाता है। यह दक्षिणाइया का एक संक्रमण प्रतीक है जिसे माना जाता है कि यह एक ऐसी अवधि होती है जो अध्यात्मिक प्रथाओं का समर्थन करती है। इस प्रकार योग की अध्यात्मिक कला का अभ्यास करने के लिए एक अच्छी अवधि माना जाता है।


इन सभी बिंदुओं को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने माना था और 21 जून को अंततः अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी गई थी।


योग करने के लाभ –


योग करने से मानव को अनेक लाभ होते हैं। योग के द्वारा मांसपेशियों में लचीलापन आता है। योग पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है। योग शरीर के अंगों को मजबूत करता है। योग के माध्यम से अस्थमा, मधुमेह, रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों का आसानी से इलाज किया जा सकता है। योग करने से चेहरे पर चमक आती है और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। जिससे एकाग्रता बढ़ती है। योग के द्वारा चिंता, तनाव तथा अवसाद जैसी समस्याओं से भी मुक्ति पाई जा सकती है। ऐसे ही अनगिनत फायदे हमें योग के द्वारा प्राप्त होते हैं।


पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस –


पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बहुत उत्साह से मनाया गया। यह विशेष रूप से भारत के लिए एक खास दिन था। इसका कारण यह है कि प्राचीन काल में योग का जन्म भारत में हुआ था और इस स्तर पर इसे मान्यता प्राप्त होने के कारण यह हमारे लिए गर्व का विषय था। इस प्रकार देश में बड़े पैमाने पर इसे मनाया गया।


इस दिन के सम्मान में राजपथ, दिल्ली में एक बड़ा आयोजन आयोजित किया गया था। इस आयोजन में श्री मोदी और 84 देशों के उल्लेखनीय हस्तियों ने भाग लिया। इसके अलावा सामान्य जनता इस पहले योग दिवस समारोह के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित हुई। इस योग दिवस के दौरान 21 योग आसन किए गए थे। प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक कौन है लोगों को ये आसन करने के लिए निर्देशित किया और लोगों ने बड़े उत्साह से उनके निर्देशों का पालन किया। इस आयोजन ने 2 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड सेट किए। पहला रिकॉर्ड सबसे बड़ी योग कक्षा के लिए बना जिसमें 35,985 प्रतिभागियों ने भाग लिया और दूसरा इसमें भाग लेने वाली देशों की सबसे बड़ी संख्या शामिल थी।


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 10 वाक्य –

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध || Essay on international yoga day in Hindi

1. 21 जून को प्रत्येक वर्ष 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जाता है।


2. 2014 में, पीएम नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का सुझाव दिया था।


3. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सुझाव को स्वीकार किया और प्रस्ताव पारित किया।


4. लगभग 177 राष्ट्र इस उत्सव के समर्थन में आए।


5. मोदी जी ने 21 जून को चुना क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे लंबा दिन होता है।


6. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया के कई हिस्सों में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।


7. 21 जून 2015 को विश्व में पहला है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था।


8. योग का पहला अंतरराष्ट्रीय दिवस राजपथ, दिल्ली में मनाया गया।


9. लाखों प्रतिभागियों ने योग के पहले अंतर्राष्ट्रीय दिवस को सफल बनाया।


10. 21 जून 2018 में, भारत ने लगभग 100000 प्रतिभागियों के साथ सबसे बड़ा योग पाठ दर्ज किया।


निष्कर्ष –


21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्राचीन भारतीय कला के लिए एक अनुष्ठान है। हमारे दैनिक जीवन में योग को जगह देने से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। यह हमारे तनावपूर्ण जीवन के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करता है।


Frequently Asked Questions (FAQ) –


प्रश्न - अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

उत्तर - संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून 2015 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करते हुए पहली बार आयोजन किया गया। जो आज भी विश्वव्यापी समर्थन के साथ जारी है। इस वर्ष दुनिया भर में नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इस दिन लोग पार्क अथवा किसी को ले स्थान पर एकत्र होकर सामूहिक रूप से योग के विभिन्न आसन करते हैं।


प्रश्न - अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - भारत की पहल पर योग की ताकत को समझते हुए दुनियाभर में योग को महत्व दिया जाता है। इसी के चलते संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। इंटरनेशनल योगा डे को मनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में एक प्रस्ताव रखा था।

 

प्रश्न - पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया?

उत्तर - अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव दिसंबर 2014 में मनाया गया था। पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून 2015 को 'सद्भाव और शांति के लिए योग' विषय पर पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्घाटन किया।


प्रश्न - अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत किसने की?

उत्तर - इसकी सार्वभौमिक अपील को स्वीकार करते हुए 11 दिसंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र ने संकल्प 69/131 द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया।


प्रश्न - योग के पिता के रूप में कौन जाना जाता है?

उत्तर - महर्षि पतंजलि को योग का जनक यानि पिता कहा जाता है। योग को भारत के स्वर्ण युग करीब 26000 साल पहले की देन माना जाता है।

यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है इसका उद्देश्य सामान्य जानकारी प्राप्त कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या Blog से कोई संबंध नहीं है यदि संबंध पाया गया तो यह एक संयोग समझा जाएगा।  

यहां पर आपको अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध के बारे में बताया गया है। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए आप nityastudypoint.com पर विजिट कर सकते हैं। दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने सभी दोस्तों को social media platform WhatsApp, Facebook or telegram पर share करिएगा।



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