बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi

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बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi

बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - Essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi

प्रस्तावना


वाहनों के रास्ते पर भीड़ के कर वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। वाहनों से निकलने वाली रिलीज हुई के कारण आज मनुष्य को विविध प्रकार की बीमारियां हो रही है तथा उनका जीवन आयु घट रही है मनुष्य के स्वास्थ के लिए तथा पर्यावरण के संरक्षण के लिए वायु प्रदूषण और रास्ते पर पड़ते वाहनों की संख्या रोकना अत्यंत आवश्यक है।


मनोज से चलने फिरने वाला प्राणी है। वह सदा एक स्थान पर नहीं रह सकता। विभिन्न कर्म से उसको एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करनी पड़ती है प्राचीन काल में यह स्थान दूर नहीं होते थे और वहां पैदल चलकर ही पहुंच जाता था।


बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi
बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi


इसके बाद उसने आप गण के लिए पशुओं का उपयोग किया। बाद में बैलगाड़ियों भैंस गाड़ियों घोड़ा और गाड़ियों आदि का प्रयोग आने जाने के लिए होने लगा।


Table of contents 

बड़े वाहन घटता जीवन पर निबंध - essay on bharta vahan ghatata jivan Essay on Hindi

वाहन वृद्धि के कारण

नगर–सभ्यता और यातायात–

वाहन वृद्धि से लाभ–

बढ़ते वाहनों का कुप्रभाव– 

विज्ञान की देन वाहन–

वाहनों की बढ़ती संख्या और प्रदूषण–

बढ़ते वाहन घाट जीवन पर (300 शब्द)

People also asked questions

निष्कर्ष



वहां वृद्धि के कारण


यांत्रिक युग का आरंभ जनसंख्या वृद्धि जुड़ा है, जनता के आता गवन एवं परिवहन को सुविधा युक्त तथा तृतीय गामी बनाने के लिए यांत्रिक वाहनों का आविष्कार हुआ।


वास्तु जनसंख्या की वृद्धि के अनुपात के अनुसार सभी यांत्रिक वाहनों का निर्माण हुआ इस तरह भानु की असीमित वृद्धि यज्ञ विमान की सुख सुविधा की दृष्टि से हुई तथा पीएसी असीमित वहां वृद्धि पर्यावरण तथा स्वास्थ्य की दृष्टि से जटिल समस्या बन रही है।


नगर–सभ्यता और यातायात–


प्राचीनकाल में लोग गाँवों में रहते थे। धीरे–धीरे नगरों का विकास हुआ। ये नगर बड़े और विशाल होते थे। उनमें एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए तथा गाँव या नगर से दूसरे गाँव या नगर तक आने–जाने के लिए यातायात के साधनों की आवश्यकता होती थी। यातायात के साधनों के रूप में उस समय पशुओं द्वारा चालित गाड़ियाँ ही प्रचलित थीं।


वाहन वृद्धि से लाभ–


 वाहन वृद्दि से अनेक लाभ हैं. इनसे आवागमन की सुविधा बढ़ी हैं. जो मार्ग पहले  आठ दस दिनों तक चलने में तय होता था, वह अब कुछ ही मिनटों में पार हो जाता हैं. 


माल ढोने वाले वाहनों की वृद्धि से अनाज या अन्य उत्पादन शीघ्रता से ढोया जाता हैं. अब दूर दूर के स्थानों की यात्रा सुगम और सुविधाजनक हो गई हैं.


लोगों के पास छोटे बड़े निजी वाहन होने से उन्हें दूसरो का मुह ताकना नहीं पड़ता हैं. इससे जनता के समय धन और श्रम की बचत हो रही हैं तथा देश के अन्य क्षेत्रों से निकटता का सम्बन्ध स्थापित हो रहा हैं.


वाहन निर्माण करने वाले उद्योगों में हजारो लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा हैं. इस तरह देश के विकास वाहन वृद्धि से अनेक लाभ हैं.


बढ़ते वाहनों का कुप्रभाव– 


यांत्रिक वाहनों के संचालन में पेट्रोल डीजल का उपयोग होता हैं. इससे वाहनों द्वारा विषैली कार्बन गैस छोड़ी जाती हैं.


जिससे ह्रदय रोग, दमा रोग, मस्तिष्क रोग, चरम रोग, तपेदिक, कैंसर आदि घातक रोग फ़ैल रहे हैं. इससे आम जनता की स्वास्थ्य हानि हो रही हैं.


उनका जीवन काल घट रहा हैं. वाहनों की वृद्धि से सड़कों पर भीडभाड रहती हैं. अनेक भयावह दुर्घटनाएं घटित होती हैं. और जिंदगी अशांत लगती हैं. पेट्रोल डीजल की अधिक खपत से मूल्य वृद्धि हो रही हैं.


विज्ञान की देन वाहन–


वर्तमान सभ्यता विज्ञान की सभ्यता है। विज्ञान ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हस्तक्षेप किया है। यातायात को सुगम बनाने के लिए उसने अनेक प्रकार के वाहन बनाए हैं। साइकिल का आविष्कार इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण आविष्कार है। धीरे–धीरे साइकिल का स्थान पेट्रोल तथा डीजल चालित स्कूटर, बाइक आदि ने ले लिया।


नई–नई और विभिन्न प्रकार की कारें भी इस क्षेत्र में आ गई हैं। बसें, ट्रक, ऑटो, टेम्पो, मेटाडोर आदि का उपयोग सवारी तथा माल ढोने के वाहनों के रूप में होता है। अब कुछ गाड़ियाँ गैस, बैट्री, सौर ऊर्जा से भी चलती हैं।


वाहनों की बढ़ती संख्या और प्रदूषण–


आज सड़कों पर असंख्य वाहन दौड़ते हुए देखे जा सकते हैं। इनके इंजनों में जलने वाला पैट्रोल और डीजल वायुमण्डल को प्रदूषित करता है। इनके चलने से इंजन का शोर तथा हार्न की तेज आवाज ध्वनि प्रदूषण को कई गुना बढ़ा देती है।


बढ़ते वाहन घाट जीवन पर (300 शब्द)


प्रस्तावना


सभी सड़क सुरक्षा उपायों के प्रयोग द्वारा सड़क हादसों की रोक-थाम और बचाव है सड़क सुरक्षा। सड़क पर यात्रा करते समय ये लोगों को बचाने के लिये है। ये सड़क इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को सुरक्षित रखने के लिये जैसे पैदल चलने वाले, दो-पहिया, चार-पहिया, बहु-पहिया और दूसरे वाहन इस्तेमाल करने वालों के लिये।


सड़क किनारे हादसें, चोट और मृत्यु को टालने के लिये बहुत महत्वपूर्ण पहलूओं में से एक है सड़क पर लोगों की सुरक्षा। दुर्घटनाओं और मृत्यु की पूरी सूचना के बारे में राष्ट्रीय सांख्यिकीय आँकड़ों के आधार पर सड़क सुरक्षा के महत्व का हम मूल्यांकन कर सकते हैं। लगभग 42% मामलों में पैदल चलने वाले और एक तरफ का सड़क इस्तेमाल करने वाले होते हैं।


सड़क सुरक्षाके नियम


आम लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करने के कई सारे तरीके हैं जैसे सेमिनार, कार्यशाला, पाठ्यक्रम में मूल सड़क-सुरक्षा पाठ जोड़ने के द्वारा विद्यार्थी शिक्षा, रुको, देखों, सुनो, सोचो और फिर पार करो अर्थात् ग्रीन क्रॉस कोड के बारे में लोगों को जागरुक बनाये, यातायात लाईटों को सीखना, रोड चिन्हों को समझना आदि।


सड़क सुरक्षा के उपाय


सभी सड़क समस्याओं से बचने के लिये निम्न सभी सड़क सुरक्षा उपाय बहुत मदद करते हैं। सड़क सुरक्षा के कुछ प्रभावकारी उपाय हैं जैसे वाहन के बारे में मूल जानकारी, मौसम और सड़क के हालात के अनुसार रक्षात्मक चालन, वाहन लाईटों और हॉर्न का प्रयोग, सीट पेटीका पहनना, वाहन शीशा का सही प्रयोग, अधिक-गति से बचना, रोड लाईट को समझना, सड़क पर दूसरे वाहनों से दूरी बना के रखना, परेशानी की स्थिति को संभालने की उचित समझ, टी.वी पर डॉक्यूमेंटरी जागरुकता का प्रसारण आदि।


निष्कर्ष


सभी लोगों के लिये उनके पूरे जीवन भर सड़क सुरक्षा उपायों का अनुसरण करना बहुत ही अच्छा और सुरक्षित है। सभी को गाड़ी चलाते समय या पैदल चलते वक्त दूसरों का सम्मान करना चाहिये और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिये।


People also asked questions


प्रश्न -वाहन प्रदूषण क्या है?

उत्तर- वाहनों का प्रदूषण मोटर वाहनों द्वारा पर्यावरण में हानिकारक सामग्री का परिचय है प्रदूषकों के रूप में जाने वाली इन सामग्रियों का मानव स्वास्थ और प्रस्तुत की तंत्र पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। आज दुनिया भर के कई देशों में सड़कों पर उपलब्ध वाहनों की अधिक संख्या के कारण वाहन प्रदूषण वायु प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है।


प्रश्न -वाहन में कौन सी गैस होती है?

उत्तर- पेट्रोल से चलने वाले वाहनों से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है तथा डीजल से चलने वाले वाहनों से कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसे निकलती है ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कणों की मात्रा शहर की हवा मे खतरनाक स्तर के आंकड़े को पार कर गए हैं।


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