जगजीत सिंह का जीवन परिचय//Jagjit Singh biography in Hindi

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जगजीत सिंह का जीवन परिचय//Jagjit Singh biography in Hindi

जगजीत सिंह का जीवन परिचय//Jagjit Singh biography in Hindi

जगजीत सिंह को उनकी आवाज और गजलों के लिए आज भी याद किया जाता है अपने जीवन में उन्होंने जो गजलें और गीत गाए हैं उनको सुनकर मन को शांति मिलती है जगजीत सिंह एक अलग ही अंदाज में गायकी किया करते थे जिसके चलते उनकी गायकी दुनियाभर में काफी प्रसिद्ध थी और उनके द्वारा दुनिया के अलग-अलग जगहों पर किए जाने वाले संगीत के कार्यक्रमों को देखने के लिए काफी संख्या में लोग आया करते थे। वहीं अगर आपने उनके द्वारा गाई गई किसी भी गाने को कभी सुना होगा तो आपको इस बात का अंदाज होगा ही कि उनकी गाने किस तरह से मन को छू लेते थे वही इस महान गायक का जीवन कई परेशानियों और दुखों से भी भरा हुआ था तो सभी की जानकारी इस आर्टिकल की माध्यम से दी जाएगी तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

जगजीत सिंह का जीवन परिचय//Jagjit Singh biography in Hindi
जगजीत सिंह का जीवन परिचय//Jagjit Singh biography in Hindi

जगजीत सिंह को गजल किंग भी कहा जाता है जगजीत सिंह का जन्म 8 फरवरी 1941 को बीकानेर राजस्थान में हुआ था जन्म के वक्त उनका नाम जगजीवन सिंह था।

Table of contents


विवेक जगजीत सिंह की मृत्यु कैसे हुई?

गजल जगजीत सिंह की जीवनी

गजल जगजीत सिंह की मृत्यु कब हुई

गजल जगजीत सिंह का जन्म कब हुआ

जगजीत सिंह का जन्म कहां हुआ था

जगजीत सिंह इतना प्रसिद्ध क्यों थे

राजस्थान की गायिका कौन है?

चित्रा सिंह ने गाना क्यों छोड़ा?

जगजीत सिंह क्या धूम्रपान करते थे?

FAQ


पूरा नाम

जगजीत सिंह धीमान

उपनाम

द गजल किंग

जन्मतिथि

8 फरवरी 1941

मृत्यु तिथि

10 अक्टूबर 2011

मृत्यु के समय आयु

70 वर्ष

पिता का नाम

अमर सिंह धीमान

माता का नाम

सरदारनी बच्चन कौर

व्यवसाय

कंपोजर गायक संगीत निर्देशक

आंखों का रंग

भूरा

वजन

75 किलो

लंबाई

5'10 फीट

कुल बच्चे

दो एक लड़का और एक लड़की सौतेली

भाई बहन

चार बहन और दो भाई


उन्होंने सरकारी स्कूल और खालसा कॉलेज में पढ़ाई कि उनके पिता चाहते थे कि जगजीत इंजीनियर बने पढ़ाई के बाद जगजीत सिंह ने ऑल इंडिया रेडियो जालंधर में एक सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर के रूप में काम शुरू कर दिया।


उसके बाद कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी हरियाणा से पोस्ट एजुकेट की पढ़ाई भी की जगजीत सिंह ने गुरुद्वारे में पंडित छगनलाल मिश्रा और उस्ताद जमाल खान से क्लासिकल संगीत की शिक्षा ली।


मार्च 1965 में जगजीत सिंह अपने परिवार को बिना बताए मुंबई चले आए और स्ट्रगल शुरू कर दिया। मुंबई में जगजीत सिंह मुलाकात एक बंगाली में महिला चित्र दत्ता से हुई। और दोनों 1969 में शादी के बंधन में बंध गई इन्हें एक बेटा भी हुआ।


साल 1976 में जगजीत सिंह और चित्रा की एल्बम the unforgettable रिलीज हुई जिसे काफी सराहा गया।


इसकी वजह से दोनों कपल स्टार बन गई एल्बम का गीत बात निकलेगी काफी पसंद किया गया जगदीश सिंह और चित्रा सिंह एक साथ कई सारे कॉन्सर्ट किया करते थे। और अलग-अलग गजल एल्बम का हिस्सा भी बने।


इनका 1980 में आया हुआ एल्बम वह कागज की कश्ती बेस्ट सेलिंग एल्बम बन गया था उस जमाने में जगजीत सिंह गजल किंग बन गई थी प्राइवेट एल्बम के साथ-साथ जगजीत ने फिल्मों में भी कई गजलें गाय उन्हें प्रेम गीत अर्थ जिस्म तुम बिन जॉगर्स पार्क जैसी फिल्में प्रमुख हैं।


जगजीत सिंह के बेटे विवेक की मां 18 साल की उम्र में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी इसकी वजह से उनकी पत्नी चित्रा सिंह काफी अपसेट रहने लगे थी। और एक वक्त के बाद उन्होंने गाना गाना छोड़ दिया।


भारत सरकार की तरफ से जगदीश सिंह को साल 2003 में पद्म भूषण सम्मानित किया गया साल 2011 में जगजीत सिंह को यूपी में गुलाम अली के साथ परफॉर्म करना था।


लेकिन cerebral hemorrhage की वजह से उन्हें 23 दिसंबर 2011 को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया हालत बिगड़ती गई जगजीत सिंह कोमा में चले गए और 10 अक्टूबर 2011 को जगजीत सिंह ने आखिरी सांस ली।


जगजीत सिंह का करियर

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो जालंधर स्टेशन से गायन और रचना का कार्य करके की।


AIR ने उन्हें B ग्रेट कलाकारों की श्रेणी में रखा और उन्हें छोटे भगतान के लिए 1 वर्ष में 6 संगीत खंड गाने की अनुमति दी। इसके बाद भी मुंबई चले गये। और शुरू में विज्ञापन के लिए जिंगल गाकर एक गायक के रूप में शुरुआत की।


1976 में उन्होंने अपनी पत्नी चित्रा सिंह के साथ अपना पहला एल्बम दान फॉर मेंटल जारी किया।


उन्होंने 1966 में गुजराती फिल्म बहुरूपी के गीत लागी राम भजन नी लगानी के साथ पार्श गायक के रूप में अपनी शुरुआत की।


जगजीत सिंह का जन्म और शिक्षा

जगजीत सिंह का जन्म राजस्थान में हुआ था हालांकि वह एक पंजाबी थे वही कहा जाता है कि जन्म के वक्त उनका नाम जगमोहन रखा गया था लेकिन उनके पिता ने अपने किसी गुरु के कहने पर इनके नाम में परिवर्तन कर जगतीय रख दिया। जगजीत सिंह ने अपने जीवन के सुनहरे पल राजस्थान के श्रीगंगानगर में बिताए थे इन्होंने श्री गंगानगर में स्थित खालसा हाई स्कूल और गवर्नमेंट कॉलेज में अपनी पढ़ाई की थी। जबकि उन्होंने जालंधर के डीएवी कॉलेज से कला में डिग्री हासिल की थी वही हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से उन्होंने इतिहास में स्नातकोत्तर किया था। वही कहा जाता है कि जगजीत सिंह के पिता अमर सिंह चाहते थे कि उनका बेटा इंजीनियर या किसी उच्च पद पर कार्य करें लेकिन जगजीत सिंह की किस्मत में गायकी करना लिखा था। और उन्होंने संगीत जगत में ही अपना एक उच्च औदा बनाया।


जगजीत सिंह के विवादित बयान

भारत के जाने-माने गायक ए आर रहमान की गायकी और जिस तरह का वह संगीत बनाते थे उस पर जगजीत सिंह ने सवाल खड़े किए थे जगजीत सिंह ने कहा था कि रहमान को गजल के बारे में क्या पता है इतना ही नहीं जगदीश सिंह ने रहमान को मिले गए ऑक्शन अवार्ड पर भी सवाल किए थे उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि जिस गाने के लिए रहमान को यह पुरस्कार मिला वह गाना इतना खास नहीं है।


FAQ

1-जगजीत सिंह के बेटे की मौत कैसे हुई? उत्तर-जगजीत सिंह और चित्रा के बेटे विवेक सिंह का एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया था।


2-जगजीत सिंह इतना प्रसिद्ध क्यों है? उत्तर-जगजीत सिंह एक भारतीय संगीतकार गायक और संगीतकार थी उन्होंने कई भाषाओं में गीत लिखे और गाय और उन्हें गजल के पुनरुद्धार और लोकप्रियता का श्रेय दिया जाता है।


3-क्या जगजीत सिंह धूम्रपान करने वाला था?

 उत्तर-जनवरी 1998 में जगजीत सिंह को पहली बार कोडियत इनसफिशिएन्सी दिल का दौरा पड़ा जिसके कारण उन्होंने धूम्रपान छोड़ दिया अक्टूबर 2007 में रक्त परिसंचरण समस्याओं के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था 10 अक्टूबर 2011 को निधन हो गया था।


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