साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

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साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे साक्षरता पर निबंध, साक्षरता के महत्व पर निबंध हिंदी में, सभी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और अपने दोस्तों में ज्यादा शेयर करें।

साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

Table of contents


साक्षरता के महत्व पर निबंध हिंदी में

साक्षरता पर निबंध हिंदी में

साक्षरता का महत्व क्या है?

साक्षरता निबंध क्या है?

साक्षरता से क्या लाभ है?

प्रस्तावना

साक्षरता पर 10 लाइन हिंदी में

साक्षरता से जुड़े अभियान

साक्षरता का अर्थ

FAQ


साक्षरता पर 10 लाइन हिंदी में

1-8 सितंबर को हर साल विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है।


2-साक्षर वह नहीं है जिनको किताबी ज्ञान को बल्कि साक्षर वह है जिसको दुनिया का असली ज्ञान हो।


3-अशिक्षित इंसान का जीवन दिशाहीन और व्यर्थ हो जाता है।


4-हमारे जीवन में साक्षरता का बहुत अधिक महत्व है।


5-आज भी भारत में कहीं-कहीं साक्षरता का अभाव है।


6-महिलाओं का साक्षर होना बहुत आवश्यक होता है।


7-साक्षर लोगों को आसानी से रोजगार मिल सकता है।


8- साक्षरता हमारी अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।


9-शिक्षित इंसान अपने समाज का उत्थान कर सकता है।


10-भारत में कई प्रकार के रोजगार अभियान चलाए जाते हैं।


प्रस्तावना

आज का युग एक सच्ची युग है जहां हर किसी की साक्षरता उनकी जीवन के लिए महत्वपूर्ण है साक्षरता का अर्थ है पढ़ना और लिखना यह किसी भी देश की गुणवत्ता की मूल पहचान बनती है।


साक्षरता प्रत्येक देश की मूल और आवश्यक हिस्सा है। भारत में हर उस इंसान को साक्षरता के नाम से कहा जाता है अगर वह लिख सकता है और उसका नाम पड़ सकता है साक्षरता दर किसी भी जगह की आबादी में लोगों की संख्या का अनुपात माना जाता है जो सबसे ज्यादा दिखाई पड़ता है।


भूमिका

आज का योग शिक्षा का योग है जिसमें हर व्यक्ति का साक्षर होना अति आवश्यक है साक्षरता का अर्थ पढ़ने और लिखने से है साक्षरता व्यक्ति को अक्षरों का ज्ञान देती है साक्षरता से ही किसी भी देश की गुणवत्ता की पहचान होती है साक्षरता हर देश की मूल आवश्यकता होती है।


साक्षर

भारत में किसी भी व्यक्ति को साक्षर तब कहा जाता है जब वह अपना नाम लिख और पढ़ सके उसे पैसों का हिसाब किताब करना अथवा समझना आता है।


साक्षरता दर

साक्षरता दर किसी भी क्षेत्र की पढ़ी-लिखी जनसंख्या का वहां के लोगों की संख्या से अनुपात है जिसे ज्यादातर प्रतिशत में देखा जाता है।


प्राचीन काल में साक्षरता

प्राचीन काल में लोग बहुत ही सरल होते हैं और उनकी जरूरतें भी न्यूनतम होती हैं उस समय बहुत ही कम लोग साक्षर होते थे जिस समय भारत आजाद हुआ था उस समय भारत की साक्षरता दर केवल 12% थी।


साक्षरता से जुड़े अभियान

यह साक्षरता अभियान 1966 में यूनेस्को के साथ आरंभ हुआ है और प्रत्येक वर्ष 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाते हुए इस अभियान को हिस्सा मान लिया गया है।


देश की हर एक नागरिक को पूरे और सही तरीके से पूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए और उस पर खड़ा होना चाहिए कोई भी इस मिशन से वंचित नहीं हो सकता साक्षरता आंदोलन पर सभी देशों में कार्य किया जा रहा है।


वैसे यूनेस्को साक्षरता अभियान उनके लक्ष्यों में उतरने सफल नहीं हो पाये। इस मिशन का लक्ष्य मूल रूप से दर्शाता है कि 1990 में शिक्षा दुनिया में प्रत्येक के लिए अपने प्रवेश द्वार तक पहुंच सकती है।

साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

साक्षरता के महत्व पर निबंध//Essay on Saksharta ka mahatva in Hindi

परंतु अगर हम भारत के विषय में गौर करते हैं तो यहां बिहार और राजस्थान जैसे राज्य में 74% और 50% तक की महिला को शिक्षा प्रदान किया गया है साक्षरता अभियान के शुरू के दौरान इन देशों को चुना गया था जहां जातक कक्षाएं शिक्षा से वंचित रह गई हैं।


सालों से तीसरा विश्व देश में उपनिवेशवाद से जूझ रहा है जिसमें भारत भी एक देश शामिल है आंदोलन के द्वारा से 1995 में आरंभ हुआ भारत में कई शिक्षा का प्रलोभन दिया गया।


सरकार और यूएनसीएसी सहायता से व्यक्त शिक्षा अभियान सर्व शिक्षा अभियान योजनाबद्ध दिन का कहना और राजीव गांधी का साक्षरता अभियान अहम योजना में से एक है।


साक्षरता का अर्थ

साक्षरता से तात्पर्य है कि कुछ पुस्तके जानकर नहीं होती परंतु उनके अधिकार कार उनके भूगोल इतिहास की काफी साधारण जानकारी होती है गरीबी लिंग अनुपात बुराई और आतंकवाद जैसी समस्याओं के मूल कारक साक्षरता की मौजूदगी है।


देश के स्वच्छता के स्तर में विकास के साथ उच्च विकास से जुड़ी लक्ष्य को हासिल करना और सामाजिक बुराइयों का अंत भी साक्षरता पदोन्नत के साथ संभव है।


हर एक नागरिक को मूल रूप से शिक्षा प्रदान करने और ग्रहण करने के लिए बुनियादी अधिकार दिए गए हैं इस साक्षरता अभियान के माध्यम से वे जीवन के अपने सभी सपनों को सफल बना सकते हैं।


किसी भी जीवन की राह में अच्छे हालात प्राप्त करने के लिए आवश्यकतानुसार अधिक ज्ञान भी जरूरी है यही वजह है कि जीवन में स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला चाहिए लोगों को साक्षरता अभियान के द्वारा हर किसी की शिक्षा द्वारा उपयोग कर सकते हैं।


निष्कर्ष

देश की सरकार ने साक्षरता दर से ज्यादा वृद्धि लाने के कई प्रयास किए हैं। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए राष्ट्रीय साक्षरता मिशन चलाया जाता है साक्षरता दर में वृद्धि हुई है और लोगों ने शिक्षा की ओर अपना कदम रखना शुरू कर दिया है क्योंकि शिक्षा उनका हक है आज के दौर में हमारा देश कई देशों में साक्षरता के स्तर तक पहुंच चुका है केरल साक्षरता का स्तर बहुत ही अच्छा माना गया है।


FAQ

1-साक्षरता का महत्व क्या है? 

उत्तर-निरीक्षक लोगों के जीवन में साक्षरता का बहुत ही बड़ा महत्व होता है साक्षरता मानव का एक आधार माना जाता है जिसके जरिए नागरिक साक्षर होकर शिक्षित हो सकता है यह एक सशक्तिकरण का मार्ग होता है तथा लोगों के लिए समाज और व्यक्ति के लिए विकास का साधन होता है।


2-साक्षरता निबंध क्या है? 

उत्तर-साक्षरता कथा भाषा के साथ आपके रिश्ते की एक व्यक्तिगत कहानी है साक्षरता कथाएं न केवल यादों पर चर्चा करते हैं बल्कि वह किसी भाषा को पढ़ने लिखने और बोलने के साथ किसी व्यक्ति की खोज परीक्षण और जीत के बारे में बताती हैं।


3-साक्षरता से क्या लाभ है? 

उत्तर-साक्षरता सिर्फ किताबी शिक्षा प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं होती बल्कि साक्षरता का अर्थ लोगों में उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता लाकर सामाजिक विकास का आधार बनाना है साक्षरता गरीबी उन्मूलन लिंगानुपात सुधार भ्रष्टाचार और आतंकवाद से निपटने में सहायक और समर्थ है।


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