यातायात के नियम पर निबंध / Essay on Traffic Rules in Hindi
आज के साधन संपन्न जीवन में नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है. सड़क सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए यातायात के नियम बनाए गए है. यातायात के नियमों का पालन करने से सभी यात्रियों का जीवन सुरक्षित बनता है।
आज के समय मे सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। इसके बारे मे मुख्य रूप से आज के युवा लोगो को इसके प्रति जागरूक करना हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
यातायात के नियम पर निबंधनमस्कार मित्रों स्वागत है आपका हमारे एक और नये ब्लाग पर । आज की पोस्ट में हम आपको "यातायात के नियम पर निबंध" के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे तो इस पोस्ट को आप लोग पूरा पढ़िए। अगर पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों में भी शेयर करिए।
Table of contents-
(1) प्रस्तावना,
(2) नियमों व उपनियमों का विधान,
(3) नियमों को उपादेयता.
(4) यातायात पुलिस की व्यवस्था,
(5) महानगरों की गम्भीर समस्या,
(6) सार्वभौमिक नियम,
(7) उपसंहार
यातायात नियमों की दैनिक जीवन में उपयोगिता
अन्य सम्बन्धित शीर्षक सड़क मार्ग के नियम • परिवहन के दौरान सावधानियाँ • सड़क यातायात व परिवहन।
[रूपरेखा - (1) प्रस्तावना, (2) नियमों व उपनियमों का विधान, (3) नियमों को उपादेयता. (4) यातायात पुलिस की व्यवस्था, (5) महानगरों की गम्भीर समस्या, (6) सार्वभौमिक नियम, (7) उपसंहार]
प्रस्तावना- सभ्य समाज के सामाजिक जीवन का आधार है-नियमबद्धता। आवागमन के तीव्र व आधुनिक साधनों के सुव्यवस्थित संचालन के परिप्रेक्ष्य में यह नियमबद्धता एक अनिवार्यता का रूप धारण कर लेती है। छोटे-बड़े मार्गों पर नानाविध रूपों में यातायात व परिवहन के विभिन्न साधनों को दौड़ते हुए देखा जा सकता है।
नियमों व उपनियमों का विधान—प्रत्येक राष्ट्र की सरकार इस आवागमन को सुचारु रखने के लिए अनेक नियम व उपनियमों को अधिनियमों के द्वारा लागू करती है। यदि इन नियमों की अवहेलना की जाती है या इन पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है तो दुर्घटना होने की आशंका बलवती हो जाती है। कहावत भी है कि 'सावधानी हटी और दुर्घटना घटी।
नियमों की उपादेयता-वास्तव में यातायात के आवागमन के नियमों का प्रणयन हमारी सहूलियत के लिए हो किया गया है; अतः सड़क के नियमों को उचित ढंग से लागू करना और तदनुरूप उनका अनुसरण करना हमारे व समाज के हित में ही है। सड़कों पर ट्रक, बस, टैम्पो, स्कूटर, रिक्शे व पैदल यात्री चलते हैं। नियमों का पालन करने के कारण ही ये सब एक साथ मार्गों पर आ-जा सकते हैं। जब भी नियमों की अवहेलना की जाती है तब ही कोई बड़ा हादसा हमारी आँखों के सामने सड़क दुर्घटना के रूप में हो जाता है।
यातायात पुलिस की व्यवस्था -यातायात के नियमों को लागू करवाने तथा वाहनों की गति को नियन्त्रण में रखने के लिए यातायात पुलिस की व्यवस्था होती है। प्रत्येक बड़े और व्यस्त चौराहे पर गोल चक्कर के रूप में बना ट्रैफिक आइलैण्ड' होता है जिस पर खड़े होकर यातायात पुलिस का सिपाही आने-जाने वाले राहगीरों व वाहनों को विभिन्न प्रकार के संकेत देता है। इन संकेतों का पालन करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व होता है। साधनों में वैज्ञानिक क्रान्ति के कारण अब इन चौराहों पर बिजली की रंगीन लाइटों को भी प्रयोग किया जाने लगा है। लाल लाइट का संकेत रुकने के लिए, पीली लाइट का तैयार होने के लिए तथा हरी लाइट का संकेत जाने के लिए होता है।
महानगरों की गम्भीर समस्या–महानगरों में यातायात का सुगम संचालन एक गम्भीर समस्या का रूप धारण करता जा रहा है, सुरसा के मुँह के समान इसकी विकरालता बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में सड़क पर चलने के नियमों का अनुपालन करना और भी अधिक अपरिहार्य हो गया है।
सार्वभौमिक नियम-पदयात्रियों को सदैव सड़क के किनारे पर चलना चाहिए तथा जहाँ तक सम्भव हो, एकसमान गति से चलना चाहिए। वाहनों के हार्न को आवश्यकता पड़ने पर ही प्रयोग करना चाहिए, बार-बार इसके इस्तेमाल से ध्वनि-प्रदूषण की समस्या पैदा होने लगती है। आगे के वाहन को 'ओवरटेक' करते समय सदैव दाहिनी ओर से आगे निकलना चाहिए। सामान्य रूप से वाहन को सड़क के बायीं ओर या मध्य में चलाना चाहिए। दाहिनी दिशा सामने से आने वाले वाहन के लिए खाली छोड़ देनी चाहिए। घुमावदार मोड़ पर वाहन की गति को अपेक्षाकृत रूप से कुछ कम कर लेना चाहिए।
उपसंहार - वाहन हमारे जीवन का एक आवश्यक उपागम बन चुका है और सड़क पर चलना, वो भी तीव्र गति से दौड़ना, अब हमारी नियति बन चुकी है; अतः इस तेज दौड़ती धमा चौकड़ी में गन्तव्य तक सही सलामत पहुँचने के लिए यातायात के नियमों का समवेत रूप से पालन करना परम आवश्यक है।
Frequently Asked Questions (FAQ)
Q. यातायात के प्रमुख साधन बताइए?
उत्तर- ट्रक, बस, टैम्पो, स्कूटर, रिक्शे ,कार, हवाई जहाज, ट्रेन, समुद्री जहाज,
Q. यातायात के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर- सड़क मार्ग ,जलमार्ग, रेल मार्ग
Q. ट्रैफिक सिग्नल कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर- ट्रैफिक सिग्नल तीन प्रकार के होते हैं लाल लाइट का संकेत रुकने के लिए, पीली लाइट का तैयार होने के लिए तथा हरी लाइट का संकेत जाने के लिए होता है।
Q.सड़क पर हमेशा किस ओर चलना चाहिए?
उत्तर- पदयात्रियों को सदैव सड़क के किनारे पर चलना चाहिए तथा जहाँ तक सम्भव हो, एकसमान गति से चलना चाहिए। वाहनों के हार्न को आवश्यकता पड़ने पर ही प्रयोग करना चाहिए, बार-बार इसके इस्तेमाल से ध्वनि-प्रदूषण की समस्या पैदा होने लगती है। आगे के वाहन को 'ओवरटेक' करते समय सदैव दाहिनी ओर से आगे निकलना चाहिए। सामान्य रूप से वाहन को सड़क के बायीं ओर या मध्य में चलाना चाहिए। दाहिनी दिशा सामने से आने वाले वाहन के लिए खाली छोड़ देनी चाहिए।
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