ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi

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ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi

ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध सभी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Online shopping के जरिए आप घर बैठे बहुत आसानी से कोई भी सामान मंगा सकते हैं। और पसंद ना आने पर उसे वापस भी कर सकते हैं। वैसे तो ऑनलाइन शॉपिंग के बहुत सारे ऑप्शन है जो आप अपने Android phone में डाउनलोड करके आसानी से कर सकते हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi
ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi

Table of contents


ऑनलाइन शॉपिंग निबंध क्या है?

ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध हिंदी में

ऑनलाइन शॉपिंग के उद्देश्य क्या है?

ऑनलाइन सामान खरीदने से क्या फायदा है?

वर्तमान समय में ऑनलाइन बाजार क्यों लोकप्रिय हो रहा है।

ऑनलाइन शॉपिंग की शुरुआत कब हुई थी?

सबसे ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग कौन सा देश करता है?

भारत में पहली ऑनलाइन कंपनी कौन सी थी?

इंटरनेट पर खरीदारी को क्या कहते हैं?

FAQ

भारत में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बड़ी जोरों से चल रहा है सर की टोपी से लेकर पैरों की जुराबो तक, छोटे से फोन से लेकर बड़े से मकान तक सबकुछ ऑनलाइन बिक रहा है हमारी युवा पीढ़ी तो सब कुछ ऑनलाइन ही कर रही है।


वैसे तो मैं भी इसी पीढ़ी का हिस्सा हूं परंतु मेरी पढ़ाई लिखाई इस ऑनलाइन क्रांति से थोड़ा पहले ही खत्म हो गई थी। इसलिए मैं अपने स्कूल कॉलेज के जीवन में इस क्रांति से अछूता रह गया अभी तो जितना हो सके मैं भी शॉपिंग ऑनलाइन ही करती हूं फिर चाहे कुछ भी खरीदना हो।


अभी-अभी हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी डिजिटल इंडिया के नाम से आंदोलन छेड़ा है तो आने वाले समय में ऑनलाइन कामकाज बढ़ेगा लोग तो यहां तक कहते सुनते नजर आते हैं कि अब बाजार बंद होने को है दुकानों पर ताले लगने वाला है क्योंकि सब कुछ तो मोबाइल से ही खरीदा जा सकता है।


किंतु मेरा कहना है कि हम भारतीय लोग कभी इन बाजारों को बंद नहीं होने देंगे चाहे कितनी भी ऑनलाइन क्रांति ले आओ हमें मार्केट में जाकर मोलभाव करके सामान खरीदने से कोई नहीं रोक सकता।


मैं अपने दिल की बात बताऊं तो ऑनलाइन शॉपिंग में वह मजा नहीं है जो मजा ऑफलाइन बाजार में मिलता है।


किसी उत्सव की शॉपिंग हो या शॉपिंग का एक सौ बात की एक प्रजाति जिसे लोग मिडिल क्लास कहते हैं सबसे आगे रहती है हाई क्लास वाले तो भारत में शॉपिंग करते ही कहां है। और जब हम शॉपिंग को उत्सव की तरह मानते हैं तो बाकायदा इसके लिए दिन महीना वार चौघड़िया निश्चित करके घर से निकलते हैं अब अगर कोई कहे कि इस उत्सव को घर बैठे मनाओ वह भी कंप्यूटर मोबाइल के सामने बैठे बैठे तो इसमें क्या मजा है भाई।


फैमिली आउटिंग

हमारे यहां कई लोगों के लिए शॉपिंग एक फैमिली आउटिंग की तरह होती है यहां शॉपिंग से मेरा मतलब मासिक राशन की शॉपिंग से भी हो सकता है जो कि बिग बाजार रिलायंस मार्ट या d-mart से जाकर हो सकती है अपने 2 साल के बच्चों को शॉपिंग कार्ट में बिठा दो और कार्ट का हैंडल अपने बड़े बच्चों को पकडा दो।

पूरे फ्लोर पर दो-तीन घंटे घूम के गृहस्ती का सारा सामान लेने के बाद बच्चों को कंश काउंटर पर पड़ी चॉकलेट दिलवा दो शॉपिंग की शॉपिंग आउटिंग की आउटिंग।


लेकिन आजकल कुछ ऐसे ऐप आ गए हैं जिससे हम बहुत आसानी से खरीददारी कर सकते हैं जिसको चलाना बहुत ही आसान है आप बहुत आराम से इसको ऑपरेट कर सकते हैं आज के मॉडर्न युग में इसका बहुत उपयोग है आप अपने घर बैठकर अपनी मनपसंद का सामान मंगा सकते हैं। खाने-पीने पहनने तक का कुछ भी ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं।


आजकल बहुत ऐप है लेकिन कुछ तो बहुत ज्यादा एक्टिव है जो गांव तक अपनी सुविधा पहुंचा रहे हैं और आपका सामान आपके घर तक आ जाता है और सामान आने के बाद पैसा आपको देना पड़ता है और कुछ ऐप ऐसे हैं जो आपसे पहले पैसे ले लेते हैं इसके बाद सामान भेजते हैं पहले लोग खरीददारी करने में थोड़ा सा हिचकिचाते हैं लेकिन आप लोग बेझिझक खरीदारी कर रहे हैं।


इससे सामान खरीदना बहुत ही आसान है आप जब कोई भी सामान खोजते हैं जैसे ही सर्च बार में उस सामान का नाम डालते हैं उस तरह की बहुत सारी चीजें आपके सामने खुल जाएंगी आप धीरे-धीरे ऊपर नीचे करके सारा देख सकते हैं आपको जो भी पसंद आया हो सामान उसे आप ऐड कार्ट कर सकते हैं। ध्यान रहे अभी तक आप उस सामान को खरीदा नहीं है सिर्फ पसंद किया है आप इस तरह अपनी पसंद का बहुत सामान कार्ट में रख सकते हैं। जब आपकी पसंद पूरी हो जाए तो आप कार्ट को खोल कर उसमें से जो नहीं लेना हो उसको हटा सकते हैं या उसमें से बस एक सामान लेना है तो उसको खरीद सकते हैं।


आप जैसे ही उसको टच करेंगे वह अपने आप आगे बढ़ जाएगा और आपके सामने उस सामान का जो भी पैसा होगा दिखेगा कुछ अपने डिलीवरी चार्ज अलग से देना पड़ता है और उसकी डिलीवरी फ्री होती है अब आपसे एड्रेस पूछा जाएगा आप अपना एड्रेस डाल दीजिए और एड्रेस भी दो प्रकार का होता है।

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ऑनलाइन शॉपिंग पर निबंध//online shopping essay in Hindi

पहला होम एड्रेस और दूसरा ऑफिस एड्रेस आपको ऐसा एड्रेस डाल सकते हैं और अपना मोबाइल नंबर भी डाल दीजिए इसके बाद सामने पेमेंट का ऑप्शन आएगा अगर आपको पेमेंट करना हो तो अपनी पसंद के अनुसार जैसे नेट बैंकिंग एटीएम डेबिट कार्ड शॉपिंग कार्ड और यूपीआई इन सब पेमेंट की ऑप्शन सामने होंगे अब आज जैसे आपकी मर्जी हो वैसे आप लोग पेमेंट कर सकते हैं। और अगर अभी आपको पेमेंट नहीं करना है तो सबसे नीचे peondilivari का ऑप्शन आएगा आप उस पर टच करके आगे बढ़ सकते हैं इस तरह से आप खरीदारी कर सकते हैं।


यह कई प्रकार का होता है जो आप अपनी मर्जी से अपने मोबाइल फोन से यूज कर सकते हैं। मैं आपको कुछ आपके बारे में बता रही हैं जो कि आजकल बहुत ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं जैसे अमेजॉन फ्लिपकार्ट मंत्रा मिशु इस तरह से बहुत ऐप हैं जो आपके मोबाइल के प्ले स्टोर में मिल जाएंगे और आप इसको बहुत आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं इसके बाद इसमें एक आईडी बनाना होगा जिसमें मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी डाल कर यूज कर सकते हैं इसको आप बहुत आसानी से चला सकते हैं और बहुत सारी ऑनलाइन खरीदारी घर बैठे ही कर सकते हैं।


FAQ

1-ऑनलाइन शॉपिंग निबंध क्या है? 

उत्तर-ऑनलाइन शॉपिंग इंटरनेट के माध्यम से सामान खरीदने की एक विधि है ऑफलाइन शॉपिंग शारीरिक रूप से बाजार जा कर सामान खरीदने पर पारंपरिक साधन है इंटरनेट के आने से पहले लोगों के पास केवल ऑफलाइन चीजें खरीदने का ही विकल्प होता है ऑनलाइन खरीददारी ऑनलाइन शॉपिंग का सबसे बड़ा फायदा समय की बचत है।


2-ऑनलाइन शॉपिंग की शुरुआत कब हुई थी?

 उत्तर-साल 1999 में rediff.com ने ई-कॉमर्स की सूरत ही बदली और भारत में ऑनलाइन शॉपिंग शुरू की थी आपको बता दें कि इसी साल 1999 में फेब्मार्ट नाम की कंपनी ने भारत में ई-कॉमर्स की शुरुआत की।


3-भारत में पहली ऑनलाइन कंपनी कौन सी थी? 

उत्तर-वैथीस्वरन ने भारत की पहली ई-कॉमर्स कंपनी की स्थापना की फिर भी बर्षो बाद जब भारत में ई-कॉमर्स का विस्फोट हो रहा था फर्स्ट मोवर एडवांटेज का आनंद लेने के बावजूद इंडिया प्लाज्मा बंद हो गया क्या गलत हो गया। फीडिंग की कमी। गलत रणनीति।


4-इंटरनेट पर खरीदारी को क्या कहते हैं? उत्तर-ई-कॉमर्स (इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य या ईसी) इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर खरीद और बिक्री के लिए माल और सेवाओं की या धन या डेटा का संचारण मुख्य रूप से इंटरनेट का है।


उम्मीद करते हैं दोस्तों यह है आर्टिकल आप लोगों को पसंद आया होगा अगर पसंद आया है तो आप लोग कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं ऐसे ही आर्टिकल के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहिएगा। आर्टिकल पढ़ने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।


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