सितारा स्मृति श्रीनिवास मंधाना की जीवनी | Smriti Mandhana in hindi

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सितारा स्मृति श्रीनिवास मंधाना की जीवनी | Smriti Mandhana in hindi

सितारा स्मृति श्रीनिवास मंधाना की जीवनी | Smriti Mandhana in hindi 


भारतीय क्रिकेट टीम की बहुत ही महत्वपूर्ण बल्लेबाज के तौर पर जाने वाली स्मृति मंधाना मुंबई की रहने वाली है। इन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत सन 2013 से की थी। जब से अभी तक उन्होंने कई तरह के कीर्तिमान हासिल किए हैं। स्मृति मंधाना महिलाओं के लिए एक उभरता हुआ सितारा है जिस से प्रेरणा लेकर युवा वर्ग काफी आगे तक आ सकता है। और इनसे सभी उम्र की महिलाओं को बहुत कुछ सीखने मिलता है। आज हम हमारे इस आर्टिकल में स्मृति मंधाना को और करीब से जानेंगे।


सितारा स्मृति श्रीनिवास मंधाना की जीवनी | Smriti Mandhana in hindi 

स्मृति श्रीनिवास मंधाना की जीवनी


पूरा नाम

स्मृति श्रीनिवास मंधाना 

जन्म

18 जुलाई 1996

आयु

23 वर्ष

स्थान

मुंबई, महाराष्ट्र

राशि

कर्क

राष्ट्रीयता

भारतीय

धर्म

हिंदू

जाति

मारवाड़ी

काम

खिलाड़ी

प्लेयर

बल्लेबाज

बल्लेबाजी स्टाइल

बाएं हाथ

गेंदबाजी स्टाइल

राइट आर्म स्विंग


स्मृति मंधाना जन्म शिक्षा एवं प्रारंभिक जीवन


स्मृति मंधाना मुंबई महाराष्ट्र की रहने वाली है। इनका जन्म 18 जुलाई 1996 को हुआ। स्मृति ने अपना ग्रेजुएशन कॉमर्स से किया वह चिंतामनराव कॉलेज बंगाली महाराष्ट्र से पड़ी हुई है। स्मृति को शुरुआत से ही क्रिकेट खेलने में काफी रुचि रही है। उन्होंने सबसे पहले अनंत तांबेकर एक जूनियर स्टेट कोच है।


स्मृति मंधाना के ताल्लुक मारवाड़ी कम्युनिटी से है। इनके पिता श्री निवास मंधाना भी एक डिस्ट्रिक्ट लेवल के क्रिकेटर रह चुके हैं। इनकी माता का नाम स्मिता मंधाना है जो कि एक हाउसवाइफ है। इनके भाई श्रवण को भी क्रिकेट खेलने में रुचि रही है वह भी डिस्टिक लेवल तक क्रिकेट खेल चुके हैं। फिलहाल एक प्राइवेट बैंक संगाली में ब्रांच मैनेजर के तौर पर कार्यरत हैं।


क्रिकेट की शुरुवात


महज 9 वर्ष की आयु में स्मृति को अंडर - 15 की महाराष्ट्र टीम में क्रिकेटर के तौर पर चुना गया था और 11 वर्ष की आयु में ही उन्होंने अंडर-19 टीम में अपनी जगह बनाई। वे अपने जीवन में अपने भाई से क्रिकेट की तरफ बहुत आकर्षित हुई। उनके भाई बी अंडर -16 महाराष्ट्र टीम की तरफ से खेल चुके हैं। यह बात अक्सर ही स्मृति अपने इंटरव्यू में कहती आई है कि वे अपने भाई को देखकर ही क्रिकेट की तरफ आकर्षित हुई।


स्मृति मंधाना में अपनी सबसे पहला टेस्ट मैच 13 अगस्त 2014 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था और उन्होंने अपने पहला अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट 10 अप्रैल 2013 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला यह मैच अहमदाबाद में खेला गया था। 5 अप्रैल 2013 को ही उन्होंने अपने टी-20 करियर की शुरुआत की और अपना पहला मैच फिर से बांग्लादेश के खिलाफ खेला जो कि इंग्लैंड में हुआ था।



टेस्ट शुरुआत

13 अगस्त 2014

अंतिम टेस्ट

16 नवंबर 2014

वनडे शुरुआत

10 अप्रैल 2013

अंतिम

12 अप्रैल 2018 बनाम इंग्लैंड महिला

एक दिवसीय जर्सी

18

टी20 पहला मैच

5 अप्रैल 2013

अंतिम टी20

9 जून 2018


क्रिकेट अचीवमेंट


स्मृति मंधाना ने अपने करियर की उड़ान तब भरी जब 2013 अक्टूबर में एकदिवसीय मैच में 1 दिन में डबल शतक बनाने वाली पहली महिला बनी यह मैच अंडर-19 टीम में खेला गया था जिसमें स्मृति ने बिना आउट हुए 224 रन महज 150 गेंदों पर बनाए थे। यह मैच गुजरात के खिलाफ हुआ था यह मैच बड़ोदरा के अल्मबिक क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था।


स्मृति ने वर्ष 2016 में भारतीय टीम की तरफ से खेला यह महिला चैलेंजर ट्रॉफी थी जिसमें उन्होंने तीन अर्धशतक लगाई थी। इसके अंतिम मैच में उन्होंने 82 गेंदों पर 62 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी और इस मैच में भी वे नाबाद रही थी।


अंतरराष्ट्रीय करियर


मंधाना ने अपने सबसे पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ वर्मस्ली पार्क में खेला था। इस मैच में भी इन्होंने अपनी पहली और दूसरी पारी में 22 एवं इनका 51 रन बनाकर अपनी टीम को जीत हासिल करवाई थी वर्ष 2016 में इन्होंने ऑस्ट्रेलिया द्वारा किया।


मंधाना ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक वर्ष 2016 में बनाया था जिसमें उन्होंने 109 गेंदों पर 102 रन बनाए थे वर्ष 2016 में यह आईसीसी महिला टीम में शामिल होने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी थी।


स्मृति के बारे में अनसुने तथ्य


1 स्मृति को क्रिकेट खेलने के साथ-साथ कुकिंग करने का भी काफी शौक है और उन्होंने 10 साल की उम्र में ही कुकिंग क्लासेस ज्वाइन की थी और इनकी यह इच्छा थी कि यह होटल मैनेजमेंट करें और आज भी यह चाहती है कि वह अपना खुद का रेस्टोरेंट शुरू करें क्रिकेट एवं कुकिंग के अलावा इन्हें ड्राइविंग का भी काफी शौक है।


2 बचपन से ही इन्हे क्रिकेट खेलने का काफी शौक था महज 6 वर्ष की उम्र में यह अपने पिता और भाई के साथ क्रिकेट संबंधी बड़ी-बड़ी बातें किया करती थी और लड़कों के साथ गली क्रिकेट भी बहुत खेला करती थी।


3 इनकी क्रिकेट में रुचि इनके भाई को खेलते हुए देखकर हुई थी इनके भाई बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और वे उनको देखकर उनकी कॉपी किया करती थी।


4 स्मृति हमेशा अपने साथ एक बल्ला रखती है लेकिन कभी भी ट्रेनिंग के दौरान उस बल्ले का इस्तेमाल नहीं करती थी। यह बल्ला उनके भाई को मिला था जिस पर राहुल द्रविड़ ने ऑटोग्राफ दिया था।


 5 जब उन्होंने अपना खेल प्रारंभ किया था। तब यह चाहती थी। कि उनके बल्लेबाज मैथ्यू हेडन की तरह हो लेकिन जब उनके कोच ने इंका खेल देखा

तो इन्हें बताया कि उनकी बल्लेबाजी स्टाइल मैथ्यू हेडन की तरह नहीं है। इन्हें इनकी स्टाइल को समझना होगा और कुमार संगकारा को अपना आइडल बनाना होगा।


भारतीय महिला क्रिकेट टीम वर्ष 2020 में टी-20 विश्व कप के लिए उम्दा प्रदर्शन करते हुए फाइनल का हिस्सा बना चुकी है और इसमें स्मृति मंधाना ने बहुत अहम भूमिका अदा की है। इस टीम की कप्तान हरमान और जिन्हें विराट कोहली से कंपेयर किया जाता है ने भी अपनी अहम भूमिका अदा की। फिलहाल इसी मैच के कारण स्मृति मंघाना सुर्खियों में छाई हुई है अब देखना यह है कि यह भारतीय टीम को विजय दिला पाएंगे या नहीं।






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