Up board class 11th chemistry half yearly paper full solutions 2022-23//कक्षा 11वी रसायन विज्ञान अर्द्ध वार्षिक पेपर का सम्पूर्ण हल 2022
UP board class 11th chemistry half yearly paper solution 2022-23
यूपी बोर्ड अर्ध्दवार्षिक परीक्षा कक्षा 11 रसायन विज्ञान पेपर 2022-23
अर्द्धवार्षिक परीक्षा 2022-23
कक्षा - 11वी
विषय : रसायन विज्ञान
निर्धारित समय: 3:15 घण्टे पूर्णांक (70
सामान्य निर्देश :
1.सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है।
2. प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
3.कृपया जांच लीजिए कि प्रश्न पत्र में प्रश्नों की कुल संख्या 07 तथा मुद्रित पृष्ठों की संख्या 06 है।
4.कृपया प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू करने से पहले प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखिए ।
General Instructions:
1. All questions are compulsory.
2.First 15 minutes allotted for the students to read the question paper.
3.Please check that the questions paper contains total 07 questions and 6 pages.
4.Please write the question numbers before writing your answer.
प्र. 1 निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए -
Select correct option in the following objective questions -
(क) जल के 18 ml मे उपस्थित कुल इलेक्ट्रानों की संख्या है (जल का 1 घनत्व = 1g/ml)
(a) 6.02 x 10²³
(b) 6.02 x 10²⁵
(c) 6.02 x 10²⁴
(d) 6.02 x 10¹⁸
उत्तर – (a) 6.02 x 10²³
(A) The number of electrons are present in 18 ml of water are - (density of water =1g/ml)
(a) 6.02x10²³
(c) 6.02 x 10²⁴
(b) 6.02x10²⁵
(d) 6.02 x 10¹⁸
(ख) XeO₄तथा XeOF की आण्विक आकृति क्रमशः है -
(a) समतलीय त्रिकोणीय.
(b) पिरामिडी तथा वर्गाकार पिरामिडी
(c) दोनो चतुष्फलकीय
(d) अष्टफलकीय व कोणीय
उत्तर –(b) पिरामिडी तथा वर्गाकार पिरामिडी
(B)The molecular shape of XeO, and XeOF, are
(a) Trigonal planar both
(b) Pyramidal & square pyramidal
(c) Both tetrahedral
(d) octahedral and bent
(ग) चुम्बकीय क्वाण्टम संख्या बताती है.
(a) कक्षकों का आकार
(b) कक्षकों की आकृति
(c) कक्षकों का अभिविन्यास
(d) कक्षकों का ऊर्जा स्तर
उत्तर – (c) कक्षकों का अभिविन्यास
(C) The magnetic quantum number represents -
(a) Size of orbitals
(b) Shape of orbitals
(c) Orientation of orbitals
(d) energy level of orbitals
(घ) निम्नलिखित में से कौन-सा क्वाण्टम संख्याओं का सेट असम्भव है -
(a) n=3, l = 2 m = -2, s = + ½
(b) n=4, I= 0,m = 0,s = +½
(c) n=3,l=2,m=-3,s=+½
(d) n=5,l=3,m=0,s=-½
उत्तर – (c) n=3,l=2,m=-3,s=+½
(D) Which of the following quantum number sets are impossible
(a) n=3, 1 = 2, m = 2 s = + ½
(b) n=4, I= 0, m = 0,s= + »
(c) n=3, 1 = 2, m=3s = + ½
(d) n = 5, 1=3,m=0s = - ½
(ड) क्षार धातुएँ सम्बन्धित हैं
(a) s ब्लाक से
(b) P ब्लाक से
(d) f ब्लाक से
(c) d ब्लाक से
उत्तर – (a) s ब्लाक से
(E) Alkali metals are related.
(a)s Block
(b) PBlock
(c) d Block
(d) fBlock
(च) बॉयल का नियम किस प्रक्रम के लिए मान्य है।
(a) समदाबी
(b) समआयतनी
(c) समतापी
(d) रूद्धोष्म
उत्तर – (c) समतापी
(F) Boyle's law is uslid for which process.
(a) Isobaric
(c) Isotherm
(b) Isometric
(d) Adiabatic
प्र.2 (क) स्टाकियोमेट्रिक गुणांक क्या है ? निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए स्टाइकियोमेट्रिक गुणांक लिखिए -
2KCIO₂ → 2KCI + 30₂
उत्तर – : संतुलित रूप द्वारा दर्शाए गए रासायनिक समीकरण में शामिल अभिकारकों और उत्पाद प्रजातियों के गुणांक को स्टोइकोमेट्रिक के रूप में जाना जाता है।
2KCIO₂ → 2KCI + 30₂
इस अभिक्रिया के लिए स्टाइकियोमेट्रिक गुणांक क्रमश 2,2,3 है
(A) What is stoichiometric coefficient? Write stoichiometric coefficient of the following reaction.
2KCIO 3 →2KCI+302
(ख) (n+1) नियम क्या है ? उदाहरण सहित समझाइए । (2)
उत्तर – n+ l नियम के अनुसार - " एक नया इलेक्ट्रॉन उस ऑर्बिटल में पहले प्रवेश करता है जिसके लिये n + I का मान सबसे कम होता है। यदि दो या दो से अधिक ऑर्बिटलों के लिये n + I का मान समान हो, तो नया आने वाला इलेक्ट्रॉन उस ऑर्बिटल में प्रवेश करता है जिसका n का मान न्यूनतम होता है।
(B) What is (n+l) rule ? Describes with suitable examples.
(ग) CI⁻ आयन के अन्तिम इलेक्ट्रॉन के लिए चारों क्वाण्टम संख्याओं के नाम लिखिए ।
उत्तर – अन्तिम इलेक्ट्रॉन के लिए चारों
n = 3
l = 1
m = +1
S = -½
(C) Write the value of four quantum number for the last electron of Clion.
(घ) 3.32 bar पर 5dm³ आयन घेरने वाली 4.0 मोल गैस के ताप की गणना कीजिए ।
उत्तर –
P= 3.22 बार
V=5 dm³
n =4.0 मोल
गैस समीकरण से
PV = nRT
T = PV/nR
T=(3.22 × 5)/(4×0.083)
T = 48.49 K
(R= 0.083 bar Kdm'mol") (D) Calculate which temperature required, if 4.0moles of gas occupying 5dm volume at 3.32 bar pressure..
(R= 0.083bar Kdm'mol')
प्र. 3 (क) ∆Hतथा ∆E मे सम्बन्ध स्थापित कीजिए ।
(A) Derived relationship between A Hand AE.
(ख) यूरिया (NH₂ CONH₂) में नाइट्रोजन की प्रतिशत मात्रा ज्ञात कीजिए।
उत्तर –
यूरिया – (NH₂ CONH₂)
यूरिया का अणु भार= 2×14 + 4×1 + 1×12 + 1×16
= 60 g mol⁻¹
नाइट्रोजन की प्रतिशत मात्रा =
{ (2x14)/ 60} ×100 = 46.67%
नाइट्रोजन की प्रतिशत मात्रा = 46.67%
(B) Find the percentage of Nitrogen in urea.
(ग) एक गेंद का द्रव्यमान 0.15 किग्रा. है यदि इसकी स्थिति में अनिश्चितता का मान 1A° है तो इस गेंद के वेग में अनिश्चितता का मान निकालिए।
उत्तर –
द्रव्यमान (m) = 0.15 kg
∆u = वेग में अनिश्चिता
∆x = 10⁻¹⁰ m
फ्लैंक नियंताक (h) = 6.626X10⁻³⁴JS
अनिश्चिता के अनुसार ∆u × ∆x ≥( h/4πm)
∆u ≥(6.626 × 10⁻³⁴)/ (4π × 0.15 × 10⁻¹⁰)
∆u ≥ 3.52 × 10⁻²⁴ m/s
(C) The mass of a ball is 0. 15 kg. If the uncertainty in its position is 1A° then find the value of the velocity of the ball ?
(घ) Na+आयन का आकार Na परमाणु से छोटा होता है। क्यों ? कारण स्पष्ट करो ।
उत्तर – Na+ आयन का आकार Na परमाणु से छोटा इसलिए होता है क्योंकि Na परमाणु से जब एक इलेक्ट्रॉन निकाला जाता है तब Na+ बनता है जब एक इलेक्ट्रॉन निकाल लिया जाता है तो प्रोटानो की संख्या इलेक्ट्रानो से अधिक हो जाती है जिससे प्रोटान बाहरी कक्षा को और अधिक बल के साथ अंदर की ओर आकर्षित करती है जिससे Na+ का आकार छोटा हो जाता है Na परमाणु की अपेक्षा।
(D) The size of the Na+ ion is smaller than that of the Na atom ? Explain. why?
प्रश्न 4.(क) निम्नलिखित परमाणु क्रमांक वाले तत्वों का IUPAC नाम लिखिए -
(a) 114
(b) 107
(c) 125
(A) Write the IUPAC names and symbol of the following atomic number of elements -
(a) 114
(b) 107
(ख) सोडियम ऐसीटेट (CH₃COONa) का 500ml, 0.375 मोलर सान्द्रता का जलीय विलयन बनाने के लिए उसके कितने द्रव्यमान की आवश्यकता होगी ।
(CH₃COONa) का मोलर द्रव्यमान = 82.0245 g/mol1.
उत्तर –
CH₃COONa मोलर द्रव्यमान= 82.0245 g/mol
CH₃COONa का आयतन = 500 ml
=( 500/1000)L
= ½ L
M = 0.375 mol /L
M = विलेय के मोल / विलयन का आयतन (L)
विलेय के मोल = भार / परमाणु भार
M = { भार / परमाणु भार } / (विलयन का आयतन L)
0.375 = { भार/ (82.0245) } / (½)
0.375 × ½ = भार/ (82.0245)
[ भार = 15.3795 gram ]
(B) Calculate the mas of sodium acetate (CH,COONa) required to make 500 ml of 0.375 molar aqueous solution. The molar mass of CH,COONa is 82.0245g/mol".
(ग) बार्न हैबर चक्र को उदाहरण सहित समझाइए
Ans. बोर्न हेबर ने सन 1919 में आयनिक बंध निर्माण की क्रियाबिधि का अध्ययन किया
इनके अनुसार आयनिक बंध पांच पदों में बनता है इन पांच पदों को एक क्रम में व्यवस्थित करने पर एक चक्र बनता है जिसे बोर्न हेबर चक्र कहते है
(C) Describes Born-Haber's cycle with suitable examples.
(घ) बन्ध कोटि क्या है ? निम्नलिखित में बन्ध कोटि ज्ञात कीजिए - (3)
(a) O2 +
(b) Nez
उत्तर – बहुत सी वस्तुओं , व्यक्तियों या कार्यकर्ताओ को उनके महत्व, विकास क्रम, वे तन आदि के अनुसार अलग अलग कोटिओ में बांधना या स्थान देना आदि बंध कोटि कहलाती हैं।
(D) What is bond order? Calculate Bond order of the followings
(a) O₂+
(b) Ne2
प्र.5 (क्र) आधुनिक आवर्त नियम क्या है ? दीर्घाकार आवर्त सारणी में तत्वों का वर्गीकरण लिखिए।
उत्तर – आधुनिक आवर्त नियम : आधुनिक आवर्त नियम कहता है " तत्वों के रासायनिक एवं भौतिक गुण-धर्म उनके परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन होते हैं"।
आवर्त सारणी यह रासायनिक तत्वों की एक तालिका है जो परमाणु संख्या के क्रम में इस प्रकार व्यवस्थित है कि समान परमाणु संरचना वाले तत्व ऊर्ध्वाधर स्तंभ में प्रदर्शित होते हैं।
समूह एवं आवर्त
तत्वों के परमाणु भार के वृद्धि क्रम में क्रमबद्ध करने पर क्षैतिज कतारें प्राप्त होती हैं जिन्हें 'आवर्त' कहते हैं। आवर्त नियम के अनुसार तत्वों को परमाणु भार के वृद्धि क्रम में क्षैतिज कतारों में सजाने पर सामन गुण वाले तत्त्व एक ही उर्ध्वाधर कालम में उपस्थित रहते हैं, इन्हें 'वर्ग' (ग्रुप) कहते हैं।
आवर्त सारणी के उर्ध्व कतारों को 'समूह' या 'वर्ग' कहा जाता है। तत्वों के वर्गीकरण की दृष्टि से समूहों को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। कुछ समूहों में, तत्त्व समान गुण दर्शाते हैं। इन समूहों के नाम क्षारीय तत्व, क्षारीय पार्थिव धातु, हैलोजेन, निक्टोजेन, चाल्कोजेन और अक्रिय गैस । आवर्त सारणी के क्षैतिज कतारों को आवर्त कहते हैं। हालांकि तत्वों के वर्गीकरण में समूह अधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं, फिर आवर्त सारणी में कई स्थल ऐसे होते हैं जहां आवर्त का महत्त्व अधिक हो जाता है। उदाहरण के रूप में डी-ब्लॉक या संक्रमण धातुओं और एफ-ब्लॉक को लिया जा सकता है।
(A) What is the modern periodic law? Classify the elements in
(ख) 17°C तथा 870 मिमी दाब पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन 76 मिमी. है। मानक ताप तथा दाब पर गैस का आयतन क्या होगा।
उत्तर –
P₁ = 870 mm
V₁ = 76 ml
T₁ = 17 ⁰C = 290 k
P₂ = 1 atm = 760 mm
V₂ =
T₂ = 273 k
(P₁.V₁)/ T₁ = ( P₂.V₂)/ T₂
(P₁.V₁ .T₂) / (P₂.T₁) = V₂
(870 ×76 × 273) /( 290 × 760 ) = V₂
V₂ = 81.9 ml
(B) Th volume of a fixed mass of a gas at pressure 17°C and 870mm in 76mm, what will be the volume of the gas at standard temperature and pressure.
(ग) निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
(a) फार्मल आवेश
(b) अनुनाद
(c) हुण्ड का नियम
(d) डी-ब्रोग्ली संकल्पना
उत्तर –
(a) फार्मल आवेश – एक परमाणु का औपचारिक आवेश मुक्त अवस्था में उस परमाणु के संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या और लुईस संरचना में उस तत्व को दिए गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बीच का अंतर है ।
(b) अनुनाद – 'यदि बाह्य बल की आवृत्ति वस्तु की स्वभाविक आवृत्ति के बराबर हो " तो वस्तु के प्रणोदित दोलनों का आयाम बहुत बड़ा हो जाता है इस क्रिया को अनुनाद (resonance in Hindi) कहते हैं। अनुनाद की दशा में बाह्य बल सदैव वस्तु के दोलन की कला में रहता है।
(c) हुण्ड का नियम –हुड के नियम के अनुसार, किसी भी कक्षक के उपकक्षक में इलेक्ट्रॉन पहले एक एक कर भरते हैं, ततपश्चात ही उसका जोड़ा बनना प्रारम्भ होता है। पूर्ण रूप से आधा भरा हुआ या पूरा भरा हुआ ऑर्बिटल पूर्ण रूप से आधे भरे हुए या पूरा भरे हुए ऑर्बिटल से अधिक स्थाई होता है।
(d) डी-ब्रोग्ली संकल्पना – डी -ब्रोग्ली ने बताया कि गतिशील कण सदैव तरंग की भांति व्यवहार करता है। जैसे जब कोई द्रव्य कण (इलेक्ट्रॉन, फोटोन) गतिशील अवस्था में होता है तो वह तरंग की भांति ही व्यवहार करता है। तब इन तरंगों को द्रव्य तरंग अथवा डी ब्रोग्ली तरंग (de broglie wave in Hindi) कहते हैं।
(C) Write short notes of the followings
(a) Formal charge
(c) Hund's Rule
(b) Resonance
(d) De-Broglie Hypothesis
(घ) हाइड्रोजन बन्ध क्या है ? समझाइए Hf का क्वथनाँक HCI के क्वथनांक से ऊँचा क्यों है ।
उत्तर – हाइड्रोजन बन्ध ( Hydrogen bonding ) – ध्रुवीय अणुओं में एक अणु का आंशिक धनावेशित हाइड्रोजन परमाणु, दूसरे अणु के आंशिक ऋणावेशित परमाणु को स्थिर वैद्युत बल द्वारा आकर्षित करता है इस आकर्षण बल को ही हाइड्रोजन - बन्ध कहते हैं
HCI का क्वथनांक HF से कम क्यों होता है? HF का बंधन ऊर्जा HCL की अपेक्षा अधिक होता है क्योंकि HF में हाइड्रोजन बॉन्डिंग होती है जबकि HCL अणु के रूप में रहता है
(d) What is Hydrogen bonding? Explain why the boiling point of Hf is Higher than the boiling point of HCI.
प्र.6 (क) संकरण क्या है? निम्नलिखित में केन्द्रीय परमाणु पर संकरण ज्ञात कीजिए।
(a) Ch₃⁺
(b) SF₄
(c) H₃O⁺
(d) XeF₂
उत्तर
संकरण – एक परमाणु के लगभग समान ऊर्जा वाले कक्ष को के आपस में मिलकर ऊर्जा के पुनर वितरण द्वारा समान संख्या में समान ऊर्जा तथा समान आकार वाले कक्ष को को बनाने की प्रक्रिया को संकरण कहते हैं। संकरण में भाग लेने वाले कक्षकों को संकरित कक्षक कहते हैं।
(A) What is hybridisation? Find hybridisation on central atoms of the following
(a) Ch₁*
(b) SF4
(c) H₂O*
(d) XeF2
(ख) क्वाण्टम संख्या क्या है ? यह कितने प्रकार का होता है वर्णन कीजिए । (5)
उत्तर – किसी परमाणु में किसी इलेक्ट्रॉन को पूर्ण रूप से अभिव्यक्त करने के लिए अर्थात् उसकी स्थिति और ऊर्जा को निर्धारित करने के लिए जिन संख्याओं का प्रयोग करते हैं, उन्हें क्वाण्टम संख्याएँ कहते हैं।
क्वाण्टम संख्याए चार प्रकार की होती है
मुख्य क्वाण्टम संख्या – इसे n से प्रदर्शित करते हैं यह इलेक्ट्रॉन के मुख्य कोश (ऊर्जा स्तर) को प्रकट करती हैं इससे इससे किसी दिए हुए इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा तथा नाभिक से दूरी प्रकट होती है इसका मान 1,2,3,4……. हो सकता है
2. उपकोष
यह उप ऊर्जा स्तरो की सख्या प्रदर्शित करती है।
यह क्वांटम संख्या इलेक्ट्रान कक्षा की आकृत व्यक्त करती है यहाँ n के किसी मान के लिए | का मान 0 से n-1 तक कुछ भी हो सकता है यानी की n के किसी मान के लिए के कुल n मान होते है जिस प्रकार n का मान इलेक्ट्रान की कोश व्यक्त करता है, उसी प्रकार क्वांटम संख्या । का मान इलेक्ट्रान की उपकोश व्यक्त करता है, I=0 का s उपकोश, I=1 का p उपकोश l = 3 का उप्कोश . कहते है । इसी प्रकार n=4 के लिए 1 = 0,1,2, होता है यानि n कोश में चार उपकोश क्रमश: s,p, d तथा f होगा s,p, d तथा f का मान जितना अधिक होता है, इलेक्ट्रान का नाभिक के साथ बंधन उतना ही क्षीण होता है ।
3.चुंबकीय क्वाण्टम संख्या
यह जीमन प्रभाव की व्याख्या करती है।
इस क्वांटम संख्या के द्वारा इलेक्ट्रॉनों के चुंबकीय गुण का ज्ञान होता है यह कुछ हद तक आकार एवं विन्यास को प्रदर्शित करता है इसे m से प्रदर्शित करते हैं
m का मान l के प्रत्येक मान के लिए – l से+l 0 सहित
4.स्पिन या चक्रण
यह + 1/2 या -1/2 दर्शाता है। किसी कक्षक मे वामावर्त व दक्षिणावर्त मे होते है। चक्रण क्वांटम संख्या में इलेक्ट्रान न केवल नाभिक के चारो ओर कक्षीय गति करता है, बल्कि अपनी कक्षा के परितः भी घूमता है, यानि चक्रण गति भी करता है।
इसे s से प्रदर्शित करते हैं
इसका मान m के प्रत्येक मान के लिए +- ½
(B) What is quantum number? Describes its types with details.
प्र.7 (क) VSEPR सिद्धान्त क्या है ? इसके आधार पर H₂O की ज्यामितीय की विवेचना कीजिए
Ans. वैलेंस शेल इलेक्ट्रॉन जोड़ी प्रतिकर्षण सिद्धांत जिसे वीएसईपीआर सिद्धांत के रूप में संक्षिप्त किया गया है, इस आधार पर आधारित है कि सभी परमाणुओं में वैलेंस इलेक्ट्रॉनों के जोड़े के बीच एक प्रतिकर्षण होता है, और परमाणु हमेशा खुद को इस तरह से व्यवस्थित करते हैं कि यह इलेक्ट्रॉन जोड़ी मे प्रतिकर्षण कम से कम रहे।
जिसे संयोजकता कोश इलेक्ट्रॉन युग्म प्रतिकर्षण सिद्धांत कहते हैं। इसे शॉर्ट में VSEPR (वैस्पर) सिद्धांत भी कहते हैं। VSEPR सिद्धांत के अनुसार, अणु की आकृति, केंद्रीय परमाणु पर उपस्थित संयोजी कोश के इलेक्ट्रॉन युग्मों की संख्या पर निर्भर करती है।
(A) What is VSEPR Principle. Discuss the Geometry of H₂O on the basis.
(ख) नि०लि० पर टिप्पणी लिखिए
(a) आफबाऊ नियम
(b) पाउली का नियम
(c) बॉयल का नियम सहसंयोजक बंध
(d) चार्ल्स का नियम
(a)आफबाऊ नियम– ऑफबाउ का नियम इस नियम के अनुसार इलेक्ट्रॉन सबसे पहले उन उपकोशों या कोशों में होता है जिनका ऊर्जा स्तर कम होता है। अत: यह सिद्धांत बताता है कि इलेक्ट्रॉन का वितरण कक्षा या उपकक्षा के ऊर्जा स्तर के बढ़ते हुए क्रम में होता है।
(b) पाउली का नियम: पाउली के अनुसार, "किसी भी परमाणु में उसके किन्हीं भी दो इलेक्ट्रॉनों की चारों क्वाण्टम संख्याओं के मान एक समान होना असम्भव है।" अर्थात् किसी भी परमाणु में कोई भी दो इलेक्ट्रॉन ऐसे नहीं हो सकते जिनकी चारों क्वाण्टम संख्याएँ एक समान हों।
(c)बॉयल का नियम सहसंयोजक बंध
स्थिर ताप पर किसी गैस के निश्चित मात्रा का आयतन उसके दाब के व्युत्क्रमानुपति होती है। बॉयल का नियम आदर्श गैस का दाब और आयतन में सम्बंध बताता है। इसके अनुसार, नियत ताप पर गैस का आयतन दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
(d)चार्ल्स का नियम – किसी गैस के द्रव्यमान का आयतन तापमान के समानुपाती होता है, बशर्ते दाब को नियत रखा जाये। इसी को ही चार्ल्स का नियम कहते है।
(a) Aufbau Principles (c) Boyles Law
(b) Pauli's Law
(e) Covalent Bond
(d) Charles's Law
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