शिक्षक दिवस पर निबंध || Essay on Teachers Day in Hindi

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शिक्षक दिवस पर निबंध || Essay on Teachers Day in Hindi

शिक्षक दिवस पर निबंध || Essay on Teachers Day in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम आपको शिक्षक दिवस पर निबंध लिखना बताएंगे। साथ ही साथ हम आपको इस निबंध के बारे में संपूर्ण जानकारी भी देंगे। दोस्तों अगर आपके लिए यह post useful हो तो अपने सभी दोस्तों के साथ भी share करिएगा।


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Table of contents


प्रस्तावना

शिक्षक दिवस का आयोजन

कब और क्यों मनाया जाता है?

शिक्षक का महत्व

तैयारियां

गुरु-शिष्य का संबंध

शिक्षक दिवस की शुरुआत कब से हुई?

वर्णन

निष्कर्ष

शिक्षक दिवस पर 10 लाइन हिंदी में

शिक्षक दिवस पर 10 लाइन अंग्रेजी में


प्रस्तावना –


हर वर्ष 5 सितंबर को निस्वार्थ भाव से सभी छात्रों को शिक्षा देने वाले शिक्षकों को उनके बहुमूल्य कार्य को सम्मान देने के लिए, शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

         हमारे शिक्षक हमें शैक्षणिक दृष्टि से बेहतर बनाते हैं और साथ ही हमारे ज्ञान, विश्वास स्तर को बढ़ाकर नैतिक रूप से भी हमें अच्छा बनाते हैं। हम जीवन में कभी भी असफल ना हो, इसलिए सदैव शिक्षक हमें हर कार्य को सफलतापूर्वक करने की और असंभव को भी संभव बनाने की प्रेरणा देते हैं।

गुरु का महत्व कभी ना होता कम,

भले कर ले कितनी भी उन्नति हम।

वैसे तो इंटरनेट पर हर प्रकार का ज्ञान,

पर अच्छे बुरे की नहीं है उसे पहचान।।

भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती होती है। ये एक उत्कृष्ट शिक्षक थे। इनका मानना था, के शिक्षकों को भी वही सम्मान प्राप्त होना चाहिए जो कि देश के एक नेता को मिलता है। क्योंकि शिक्षक जो भविष्य के निर्माता होते हैं, वही यह तय करते हैं कि आने वाली पीढ़ी कैसी होगी। इन्हीं महान नेता व शिक्षक को सम्मानित करने के लिए, सन् 1962 से आज तक हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं।


शिष्य के मन में सीखने की इच्छा जागृत करने वाला और शिक्षा देने वाला शिक्षक कहलाता है। शिक्षक बालक के भविष्य का निर्माता है। शिक्षक वह पथ प्रदर्शक है,जो किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन जीने की कला सिखाता है। शिक्षकों का कार्य बहुत ही कठिन व महत्वपूर्ण होता है। एक अच्छे शिक्षक का मिलना दुर्लभ है। गुरु ही ज्ञान देता है और नई पीढ़ी को सही मार्ग-दर्शक देकर समाज और देश के लिए एक आदर्श नागरिक तैयार करता है।


शिक्षक दिवस का आयोजन –


पूरे भारत भर में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम बड़ी उत्साह तथा धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी द्वारा अपने पसंदीदा शिक्षकों की वेशभूषा धारण करके उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हैं और उनका अनुसरण करते हैं। स्कूल, कॉलेज या फिर इंस्टिट्यूट में शिक्षक दिवस के दिन पढ़ाई नहीं होती। इस दिन सभी छात्र शिक्षकों का सम्मान करते हैं और उन्हें फूलों का गुलदस्ता, डायरी आदि कई प्रकार के उपहार भी देते हैं। बच्चे अपने शिक्षक के लिए नाटक तथा नृत्य के कार्यक्रमों का भी आयोजन करते हैं। सभी बच्चे अपनी-अपनी कक्षा को सजाते हैं। उनके लिए सभी बच्चे भाषण भी तैयार करते हैं और उनके लिए शायरी भी बोलते हैं। सभी बच्चे अपने शिक्षकों का दिल से धन्यवाद करते हैं।


कब और क्यों मनाया जाता है?


डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक थे जिन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष अध्यापन किया। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने शिक्षकों के बारे में सोचा और अपने जन्मदिन पर हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया। तभी से शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

शिक्षकों को सम्मान देने और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को याद करने के लिए हर साल पूरे भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। देश के विकास और समाज में हमारे शिक्षकों के योगदान के लिए हमारे पूर्व राष्ट्रपति के जन्मदिवस को समर्पित किया गया है।


शिक्षक का महत्व –


अनादि काल से ही गुरु के द्वारा दिए गए ज्ञान को ही विद्यार्थी ग्रहण करके गुरु का गुणगान करता है। ऐसे ही ज्ञानी गुरु के कारण ही भारत को जगतगुरु कहलाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक महत्वपूर्ण घटक हैं। शिक्षक का दायित्व भगवान जैसा होता है। वह समाज और राष्ट्र के उद्देश्यों की पूर्ति करता है।

शिक्षा वह प्रणाली है, जो बालक के आंतरिक गुण व शक्तियों का प्रदर्शन करता है। एक कुशल शिक्षक वही होता है जो बालक के आंतरिक गुणों व शक्तियों को पहचान कर विकसित कर सकता है। यह सब कुछ एक अच्छे शिक्षक के बिना संभव नहीं है। 


तैयारियां –


शिक्षक दिवस शिक्षकों और छात्रों के रिश्तो को और भी अच्छा बनाने का एक महान अवसर होता है जो बहुत ही खुशी के साथ मनाया जाता है। विद्यार्थी अपने शिक्षकों को बधाई देने के लिए तरह-तरह की योजना बनाते हैं। बच्चे व शिक्षक दोनों ही सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। स्कूल कॉलेज सहित अलग-अलग संस्थाओं में शिक्षक दिवस पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।


गुरु-शिष्य का संबंध –


गुरु शिष्य परस्पर भारत संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण इतिहास में दर्ज हैं। शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को अलग-अलग रूप रंग के फूलों से सजाता है। जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराहट दिखाकर चलना सिखाता है। आज शिक्षक को हर घर तक पहुंचाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं

शिक्षकों को भी वह सम्मान मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है।


शिक्षक दिवस की शुरुआत कब से हुई?


देश में रहने वाले नागरिकों के भविष्य निर्माण के द्वारा शिक्षक राष्ट्र निर्माण का कार्य करते हैं। लेकिन समाज में कोई भी शिक्षकों और उनके योगदान के बारे में नहीं सोचता था। तब भारत के एक महान नेता व शिक्षक डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की सलाह दी। 1962 से हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।


वर्णन –


शिक्षक और विद्यार्थी के बीच के रिश्ते की खुशी को बनाने के लिए शिक्षक दिवस एक बड़ा अवसर है। यह दिन स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक और विद्यार्थियों के द्वारा बहुत ही खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। विद्यार्थी शिक्षकों को ढेर सारी बधाइयां देते हैं।

आधुनिक समय में शिक्षक दिवस को अलग तरीके से मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी बहुत खुश होते हैं और अपने तरीके से अपने पसंदीदा शिक्षक को बधाई देते हैं। कुछ विद्यार्थी पेन, डायरी, कार्ड आदि देकर बधाई देते हैं तो कुछ सोशल नेटवर्किंग के माध्यम के द्वारा अपने शिक्षक को बधाई देते हैं।


निष्कर्ष – 


भारत में शिक्षक दिवस, शिक्षकों के सम्मान में मनाया जाता है। शिक्षक हमें सफलता के रास्ते पर भेजने के लिए सदैव प्रयासरत रहते हैं, इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए। देश के अच्छे भविष्य के लिए शिक्षकों का योगदान अत्यंत ही महत्वपूर्ण है, शायद इसीलिए कहा गया है–

"शिक्षक हैं युग के निर्माता,

छात्र राष्ट्र के भाग्य विधाता।।"


शिक्षक दिवस पर 10 लाइन हिंदी में –


1. शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है।

2. शिक्षक दिवस भारत के पूर्व व द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में उनके जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है।

3. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

4. शिक्षक दिवस पर छात्र अध्यापक को उपहार देते हैं।

5. शिक्षक दिवस को स्कूलों और कॉलेजों में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है।

6. शिक्षक और छात्र मिलकर इस दिन के महत्व के बारे में चर्चा करते हैं।

7. बहुत से विद्यालयों में इस दिन मेधावी छात्र अपने विद्यालय में पढ़ाने का कार्य करते हैं।

8. शिक्षक दिवस पर भाषण, निबंध जैसी प्रतियोगिता का भी आयोजन होता है।

9. शिक्षक दिवस शिक्षक की महत्वता के बारे में बखूबी बताता है।

10. शिक्षक दिवस एक प्रतीक है और संदेश है कि शिक्षक ही देश के भविष्य को बनाने वाले होते हैं।


शिक्षक दिवस पर 10 लाइन अंग्रेजी में –


1. Teachers day is celebrated on 5th of September every year in India.

2. It is the birth anniversary of Dr Sarvepalli Radhakrishnan.

3. Dr Sarvepalli Radhakrishnan was a great scholar, teacher and President of India.

4. This day is celebrated to pay respect to all teachers.

5. Teachers make our future bright.

6. Teachers are like our parents, friends and guide.

7. On this day, various competitions and programs are organized in schools and colleges.

8. Students give a different types of gifts to their teachers.

9. Teachers are the pillars of our society.

10. We should always and respect our teachers.


People Also Asked –


प्रश्न - शिक्षक पर निबंध कैसे लिखें?

उत्तर - एक शिक्षक ईश्वर की तरह है क्योंकि ईश्वर पूरे ब्रह्मांड का निर्माता होता है जबकि एक शिक्षक को एक अच्छे राष्ट्र का निर्माता माना जाता है। शिक्षक समाज में बहुत प्रतिष्ठित लोग होते हैं जो पढ़ाने के अपने जादू के माध्यम से आम लोगों की जीवनशैली और दिमागी स्तर को बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाते हैं।


प्रश्न - 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?

उत्तर - भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन 5 सितंबर भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने अपने छात्रों से जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी। दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है।


प्रश्न - शिक्षक दिवस का उद्देश्य क्या है?

उत्तर - शिक्षक दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के जीवन को सही दिशा देने वाले देश के सभी गुरुओं और उनके महत्वपूर्ण कार्यों को सम्मान देना तथा भावी पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षकों के वेतन के प्रति जागरूकता फैलाना है।


प्रश्न - टीचर डे पर टीचर को क्या बोलना चाहिए?

उत्तर - सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, यहां उपस्थित तमाम विद्वान शिक्षकों और सभी साथियों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। शिक्षक दिवस पर मुझे अपने भाव व्यक्त करने का मौका दिया, इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक का विशेष महत्व होता है।


प्रश्न - एक अच्छा शिक्षक निबंध क्या है?

उत्तर - शिक्षकों को हर चीज के बारे में बहुत ज्ञान होता है, विशेष रूप से जिस विषय में वे विशेषज्ञ होते हैं। एक अच्छा शिक्षक अपने ज्ञान का विस्तार करता है और अपने छात्रों को अच्छे उत्तर प्रदान करता रहता है। इसी तरह एक अच्छा शिक्षक एक मित्र की तरह होता है जो हमारी हर परेशानी में हमारी मदद करता है।


प्रश्न - शिक्षक दिवस किसने बनाया?

उत्तर - डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1962 में भारत के राष्ट्रपति बने। यह उनके मित्र और पूर्व छात्र थे जिन्होंने उनसे संपर्क किया और उनसे अनुरोध किया कि वे अपना जन्मदिन मनाने दें, जो 5 सितंबर को पड़ता है। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात होगी कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में बनाया जाए।


प्रश्न - शिक्षक दिवस की शुरुआत कैसे हुई?

उत्तर - देश में साल 1962 से शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई। इसी साल मई में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने देश के दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला था। इससे पहले 1952 से 1962 तक वो देश के पहले उपराष्ट्रपति रहे थे। एक बार डॉक्टर राधाकृष्णन के मित्रों ने उनसे गुजारिश की कि वो उन्हें उनका जन्म दिवस मनाने की इजाजत दें।


प्रश्न - भारत के प्रथम शिक्षक कौन है?

उत्तर - भारत के प्रथम शिक्षक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन हैं।


प्रश्न - भारत में पहला शिक्षक दिवस कब था?

उत्तर - भारत में पहला शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया था।


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