Essay on Internet in Hindi || इंटरनेट पर निबंध

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Essay on Internet in Hindi || इंटरनेट पर निबंध

Essay on Internet in Hindi || इंटरनेट पर निबंध

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नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम आपको इंटरनेट पर निबंध के बारे में संपूर्ण जानकारी देने का प्रयास करेंगे। आज  के आधुनिक युग में अधिकतर काम इंटरनेट के माध्यम से करना बहुत ही आसान व सुविधाजनक हो गया है। अतः इंटरनेट के बारे में सभी को संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए। इंटरनेट की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हमने इस पोस्ट में अधिक से अधिक जानकारियों को जुटाने का प्रयास किया है। आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी। दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट पसंद आए तो अपने सभी दोस्तों के साथ भी शेयर करिएगा।

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Table of contents –


प्रस्तावना

इंटरनेट का अर्थ

इंटरनेट की रचना एवं कार्य विधि

इंटरनेट का इतिहास

नई चुनौतियां

इंटरनेट का उपयोग

इंटरनेट एक क्रांति के रूप में

इंटरनेट का विकास

कंप्यूटर सिस्टम

भारत में इंटरनेट

भविष्य की दिशाएं

इंटरनेट और टेक्नोलॉजी

इंटरनेट का नकारात्मक प्रभाव

इंटरनेट के फायदे

इंटरनेट के नुकसान

इंटरनेट का दुरुपयोग

इंटरनेट पर निबंध 10 लाइन हिंदी में

इंटरनेट पर निबंध 10 लाइन अंग्रेजी में

उपसंहार


प्रस्तावना –


इंटरनेट के माध्यम से आमजन का जीवन आसान हो गया है क्योंकि इसके द्वारा हम बिना घर के बाहर गए ही अपना बिल जमा करना, फिल्म देखना, व्यापारिक लेन-देन करना, सामान खरीदना आदि काम कर सकते हैं। आज के समय में इंटरनेट दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय नेटवर्क बन चुका है। इंटरनेट को आधुनिक और उच्च तकनीकी विज्ञान का आविष्कार भी माना जाता है। बच्चे हो या बड़े सभी लोग इसका प्रयोग करना अच्छी तरह से जानते हैं।

अब ये हमारे जीवन का एक खास हिस्सा बन चुका है हम कह सकते हैं कि इसके बिना हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में तमाम मुश्किलें का सामना करना पड़ सकता है।


इंटरनेट का अर्थ –


इंटरनेट आईटी के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला विश्व का सबसे बलशाली और सबसे बड़ा नेटवर्क है। इसे संक्षिप्त में नेट भी कहा जाता है। क्योंकि इंटरनेट एक दूसरे से जुड़े बहुत सारे कंप्यूटरों का जाल है जोकि उपग्रहों केवल तंतु प्रणालियों, एल.ए. एन. और वी.ए.एन. प्रणालियों तथा टेलीफोन के जरिए संपूर्ण विश्व के करोड़ों कंप्यूटर्स एवं उपनेटवर्क्स को आपस में जोड़ता है।


इंटरनेट की रचना एवं कार्य विधि –


हालांकि इंटरनेट विश्व भर में फैला एक नेटवर्क है, फिर भी कई कारणों से यह एक छोटे शहरों की अनुभूति देता है। इससे भी वही सेवाएं होती है जो किसी शहर में मिलती हैं। यदि आपको अपनी 'मेल' प्रेषित या प्राप्त करनी है तो इस कार्य को करने के लिए इंटरनेट में 'इलेक्ट्रॉनिक पोस्ट ऑफिस' होते हैं। इसमें 'ऑनलाइन लाइब्रेरी' मिल जाती है जिसमें हजारों-लाखों पुस्तकों को सुविधानुसार पढ़ा जा सकता है।

इंटरनेट में शामिल होने के लिए अपनी वेबसाइट स्थापित करनी पड़ती है। फिर रूचि के अनुसार संबंधित वेबसाइट से संबंध स्थापित करके जानकारी प्राप्त होती है।


इंटरनेट का इतिहास


पहले के समय में जब लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं थी, तो उन्हें कई प्रकार के सामान्य कार्यों के लिए भी कई घंटों तक लाइनों में लगे रहना पड़ता था जैसे रेलवे का टिकट लेने, बिजली का बिल जमा करने तथा आवेदन पत्र जमा करने जैसे कार्यों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन आधुनिक समय में लोग बस एक क्लिक से टिकट की बुकिंग कर सकते हैं साथ ही एक सॉफ्ट कॉपी अपने मोबाइल फोन में भी रख सकते हैं। इंटरनेट की दुनिया में, यह कोई जरूरी नहीं है कि कोई व्यक्ति अपने व्यापारिक या निजी मुलाकात के लिए घंटो यात्रा करके किसी स्थान पर जाये। आज के समय में हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, कॉलिंग, स्काइप या दूसरे तरीकों से अपनी जगह पर रहकर ही किसी भी व्यापारी या निजी बैठक का हिस्सा बन सकते हैं।


इंटरनेट अपने आप में कोई अविष्कार नहीं है। इंटरनेट टेलीफोन, कंप्यूटर व दूसरी तकनीक को इस्तेमाल करके बनाई गई एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सूचना व तकनीक का साझा उपयोग किया जा सकता है। इंटरनेट का निर्माण संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा लगभग सन् 1960 में अपरानेट नाम के प्रोजेक्ट से किया गया था। इंटरनेट हमें कई तरीकों से फायदा पहुंचाता हैं जैसे-ऑनलाइन स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में दाखिला दिलाने में व्यापारिक और बैंकिंग लेनदेन में शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति में, ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन करने में बिल जमा करने आदि में मदद करता है।


नई चुनौतियां –


प्रत्येक क्रांति या घटना लाभ के साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी साथ में लाते हैं। इंटरनेट पर आधे निर्भरता के चलते महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील जानकारियों के दुरुपयोग होने की संभावना बढ़ गई है। साइबर क्राइम जैसे अपराध अंजाम दिए जा रहे हैं।

कई बार राष्ट्र की सुरक्षा भी इंटरनेट के दुरुपयोग से खतरे में आ जाती है। हिंसा को भड़काने एवं अफवाह फैलाने में इंटरनेट का प्रयोग चिंता का विषय बन गया है।


इंटरनेट का उपयोग –


इसकी सुगमता और उपयोगिता की वजह से ये हर जगह इस्तेमाल होता है जैसे- कार्यस्थल, स्कूल, कॉलेज, बैंक, शिक्षण संस्थान, प्रशिक्षण केंद्रों पर, दुकान, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, रेस्टोरेंट, मॉल और खासतौर से अपने घर पर हर एक सदस्यों के द्वारा अलग-अलग उद्देश्यों के लिए जैसे ही हम अपने इंटरनेट सेवा प्रदाता को इसके connection के लिए पैसे देते हैं उसी समय से हम इसका प्रयोग दुनिया के किसी भी कोने से 1 हफ्ते या उससे ज्यादा समय के लिए कर सकते हैं। इंटरनेट के द्वारा किसी भी विषय के बारे में आसानी से घर बैठे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में हम इंटरनेट के द्वारा मोबाइल तथा कंप्यूटर में गेम खेल सकते हैं। गाने सुन सकते हैं।


इसकी बेहतर उपयोगिता और आरामदायक सेवाओं के चलते इसका लगभग सभी इंसान उपयोग करते हैं और इसका हर जगह प्रयोग किया जाता है। जैसे- स्कूल, कॉलेज, बैंक, दुकानें, स्टेशन, हवाई अड्डा, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल अन्य जगहों पर भी इसका उपयोग होता है। जब हम इंटरनेट का उपयोग करना चाहते हैं तो पैसे से रिचार्ज करना पड़ता है। और अगर हम रिचार्ज नहीं करते हैं तो हम इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। इसका रिचार्ज हमारी क्षमता पर निर्भर करता है। हम कितने भी रुपए का और कितने भी टाइम का कर सकते हैं। आज के वैज्ञानिक युग में कंप्यूटर हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, और गजब की बात तो यह है कि कंप्यूटर के सभी लगभग आधे से ज्यादा काम इंटरनेट के बिना नहीं हो सकते हैं। और इसलिए हम इनके ना होने पर जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।


ये हमारे इंटरनेट प्लान पर निर्भर करता है। आज के अत्याधुनिक वैज्ञानिक युग में कंप्यूटर हमारे जीवन का मुख्य भाग बन गया है। इसके अभाव में आज हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। आज हम अपने room या office में बैठे-बैठे देश-विदेश जहां भी चाहें इंटरनेट द्वारा अपना संदेश भेज सकते हैं।


इंटरनेट एक क्रांति के रूप में –


यह हमारे जीवन में एक क्रांति की तरह आया है जिस तरह से किसी देश के कुछ लोग किसी समस्या से निपटने के लिए क्रांति प्रारंभ करते हैं और अन्य लोग धीरे-धीरे उससे जुड़ते जाते हैं और क्रांति प्रारंभ हो जाती है।


इंटरनेट का विकास –


जब से देश में इंटरनेट का विकास हो गया है तो उसके बाद से हर कोई व्यक्ति मोबाइल का उपयोग करने लगा है। इसके द्वारा व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, साधारण मैसेज कई प्रकार के ऐप्स के द्वारा एक दूसरे से लोगों के द्वारा मैसेज पर बात करने लगा है।


कंप्यूटर सिस्टम –


अपने कंप्यूटर सिस्टम में पासवर्ड और प्रयोक्ता नाम डालकर अपने खास डांटा को दूसरों से सुरक्षित रख सकते हैं। इंटरनेट हमें किसी भी एप्लीकेशन प्रोग्राम के द्वारा अपने दोस्त, माता-पिता और शिक्षकों को किसी भी क्षण संदेश भेजने की आजादी देता है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि उत्तरी कोरिया, म्यांमार आदि कुछ देशों में इंटरनेट पर पाबंदी है क्योंकि वो इसे बुरा समझते हैं। कभी-कभी इंटरनेट से सीधे तौर पर कुछ भी डाउनलोड करने के दौरान हमारे कंप्यूटर में वायरस, मालवेयर, स्पाइवेयर और दूसरे गलत प्रकार के प्रोग्राम आ जाते हैं जो हमारे सिस्टम को नुकसान पहुंचाने का कार्य करते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि हमारे सिस्टम में रखे डाटा को बिना हमारी जानकारी के किसी व्यक्ति द्वारा हैक कर लिया जाए, जिससे हमारी कई प्रकार के नीजी जानकारियों के चोरी होने का भय रहता है।


भारत में इंटरनेट –


भारत में इंटरनेट का आरंभ आठवें दशक के अंतिम वर्षों में अर्नेंट (शिक्षा और अनुसंधान नेटवर्क) के रूप में हुआ था। इसके लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक विभाग और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई थी। इस परियोजना में पांच प्रमुख संस्थान, पांचो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और इलेक्ट्रॉनिक निदेशालय सम्मिलित थे। अर्नेंट का आज व्यापक प्रसार हो चुका है और वह शिक्षा और शोध समुदाय को देशव्यापी सेवा दे रहा है। एक अन्य प्रमुख नेटवर्क नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के रूप में सामने आया, जिसने प्रायः सभी जनपद मुख्यालयों को राष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ दिया। आज देश के विभिन्न भागों में यह 1400 से भी अधिक स्थलों को अपने नेटवर्क के जरिए जोड़े हुए है।

आम आदमी के लिए भारत में इंटरनेट का आगमन 15 अगस्त, 1995 को हो गया था, जब विदेश संचार निगम लिमिटेड ने देश में अपनी सेवाओं का आरंभ किया। प्रारंभ के कुछ वर्षों तक इंटरनेट की पहुंच काफी धीमी रही, लेकिन हाल के वर्षों में इसके उपभोक्ता की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। सन् 1999 में टेलीकॉम क्षेत्र निजी कंपनियों के लिए खोल दिए जाने के परिणाम स्वरूप अनेक नए सेवा प्रदाता बेहद प्रतिस्पर्धी विकल्पों के साथ सामने आए। भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वाले विश्व की तुलना में चौथे स्थान पर हैं। सरकारी एजेंसियां इस बात के लिए प्रयासरत हैं कि आईटी का लाभ सामान्य जन तक पहुंचाया जा सके। भारतीय रेल द्वारा कंप्यूटरीकृत आरक्षण, आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा शहरों के मध्य सूचना प्रणाली की स्थापना तथा केरल सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा फास्ट रिलायबिल इंस्टेंट एफिशिएंट नेटवर्क फॉर डिसबर्समेंट ऑफ सर्विसेज (फ्रेंड्स) जैसी पेशकशों ने इस दिशा में देश के आम नागरिकों की अपेक्षाओं को बहुत बढ़ा दिया है।


भविष्य की दिशाएं –


भविष्य के प्रति इंटरनेट बहुत ही आश्वस्तकारी दिखाई दे रहा है और आज के आधार पर कहीं अधिक प्रतिभाशाली सेवाएं प्रदान करने वाला होगा। भविष्य के नेटवर्क जिन उपकरणों और साधनों को जोड़ेंगे, वे मात्र कंप्यूटर नहीं होंगे, वरन् माइक्रोचिप से संचालित होने के कारण तकनीकी अर्थों में कंप्यूटर जैसी होंगे। आने वाले समय में केवल कार्यालय ही नहीं निवास, स्कूल, अस्पताल और हवाई अड्डे एक दूसरे से जुड़े हुए होंगे। इंटरनेट व्यक्तियों और समुदायों को परस्पर घनिष्ठ रूप से काम करने के लिए सक्षम बना देगा और भौगोलिक दूरी के कारण आने वाली बाधाओं को समाप्त कर देगा। कंप्यूटर रचित समुदायों का उदय हो जाएगा और तब दमनकारी शासकों के लिए विश्व में अपनी लोकप्रियता को सुरक्षित रख पाना संभव नहीं रह जाएगा। भविष्य में टेक्नोलॉजी का उपयोग संस्कृति, भाषा और विरासत की विविधता की रक्षा के लिए किया जाएगा तथा भविष्य की राजनीतिक व्यवस्था भी इससे अछूती नहीं रहेगी।


इंटरनेट और टेक्नोलॉजी


आज इंटरनेट की वजह से वैज्ञानिक पृथ्वी पर बैठे-बैठे अंतरिक्ष में गए हुए अंतरिक्ष यात्रियों से बात कर सकते हैं। पृथ्वी के बाहर घूमते हुए सेटेलाइट पृथ्वी पर इंटरनेट के माध्यम से ही सभी जानकारियां दिन-रात भेजती रहती हैं जिसके माध्यम से वैज्ञानिक पृथ्वी पर हो रहे कई प्रकार की गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हैं। इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे किसी भी व्यक्ति से हम निशुल्क रुप से बात कर सकते हैं।


इंटरनेट का नकारात्मक प्रभाव –


इंटरनेट के अधिक प्रयोग से कई बार लोग इंटरनेट द्वारा उपलब्ध गेंमिन्ग के आदी हो जाते हैं। कभी-कभी समय का ध्यान भी नहीं रहता जिससे आवश्यकता से अधिक समय मोबाइल या लैपटॉप चलाने में व्यतीत हो जाता है। इसके कारण मानसिक तनाव बढ़ सकता है। इंटरनेट अधिक आलसीपन का भी कारण बन रहा है। आलस के कारण लोगों में निष्क्रियता की भावना पनप सकती है।


इंटरनेट के फायदे –


  • इंटरनेट के माध्यम से हम किसी भी तरह की जानकारी मिनटों में प्राप्त कर सकते हैं।

  • इंटरनेट के माध्यम से दूर बैठे लोगों के साथ बातें कर सकते हैं, उन्हें देख सकते हैं या ईमेल कर सकते हैं।

  • इंटरनेट के माध्यम से गाने, फिल्म, गेम आदि डाउनलोड कर सकते हैं।

  • यह मनोरंजन के लिए एक बेहद अच्छा साधन माना गया है।

  • इसकी मदद से आप ऑनलाइन टिकट बुकिंग, ऑनलाइन पढ़ाई, ऑनलाइन शॉपिंग और ऑनलाइन नौकरी आदि सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।

  • इसमें आप सोशल मीडिया की सहायता से लोगों से जुड़ सकते हैं।


इंटरनेट के नुकसान –


  • इंटरनेट का सबसे बड़ा नुकसान है कि आपको इसकी आदत सी हो जाती है और इससे आपका बहुत समय बर्बाद हो जाता है।

  • इंटरनेट पर ऑनलाइन बैंकिंग, सोशल मीडिया आदि का प्रयोग करने पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे- नाम पता मोबाइल नंबर इत्यादि का गलत प्रयोग हो सकता है।

  • सोशल नेटवर्क साइट के जरिए ऑनलाइन चैटिंग करने से हम वास्तविक जीवन से कहीं दूर होते जा रहे हैं।

  • इसका एक बड़ा दुष्प्रभाव यह है कि यदि आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करते हैं तो समय तथा पैसा दोनों बर्बाद होते हैं क्योंकि इंटरनेट फ्री नहीं होता।

  • इंटरनेट के ज्यादा इस्तेमाल या आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल से हमारे स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है जैसे- आंखों का कमजोर होना, मानसिक असंतुलन, मोटापा तथा तनाव आदि जैसी अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

  • कभी-कभी इंटरनेट के माध्यम से हमें स्पैम ईमेल आ जाते हैं, जो हमारे गोपनीय दस्तावेजों की चोरी कर लेते हैं।

  • इसका एक और बड़ा नुकसान या दुष्प्रभाव यह है कि इसके द्वारा अनेक प्रकार के गैर कानूनी कार्य किए जाते हैं जैसे-हैकिंग, स्पैम मेल्स और वायरस आदि जो पैसे की ठगी व महत्वपूर्ण डाटा की चोरी के लिए किए जाते हैं जिसके कारण लाखों का नुकसान होता है।

  • इंटरनेट की आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल से बड़ी मात्रा में विद्युत ऊर्जा बर्बाद होती है क्योंकि एक रिसर्च में पाया गया है कि गूगल पर एक सर्च करने पर इतनी बिजली बर्बाद होती है कि उससे 13 वाट का बल्ब 1 घंटे तक जलाया जा सकता है। विद्युत ऊर्जा की बर्बादी भी इसका एक बड़ा दुष्प्रभाव है।

  • इंटरनेट का एक बड़ा नुकसान यह है कि इसके कारण कार्बन डाइऑक्साइड गैस की मात्रा में वृद्धि होती है क्योंकि यह पाया गया है कि गूगल पर दो बार सर्च करने से लगभग 15 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन होता है।

  • आज के दौर में इंटरनेट का बहुत बड़ा दुष्प्रभाव यह है कि इसके इस्तेमाल के कारण इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन और रेडियो फ्रिकवेंसी उत्पन्न होती है जो ग्रीन हाउस गैसों जैसे-कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड, मेथेन, क्लोरोफ्लोरोकार्बन तथा वाष्प आदि के स्तर में वृद्धि करता है तथा हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।

  • विश्व में प्रतिदिन गूगल पर लगभग 3.5 अरब बार search किया जाता है और गूगल पर दो बार search करने से लगभग 15 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होती है इतनी अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होने के कारण ग्लोबल वार्मिंग के स्तर में वृद्धि होती है, ग्लोबल वार्मिंग भी इसके घातक दुष्प्रभावों में से एक है।

  • इंटरनेट के उपयोग से हमारे कंप्यूटर का मोबाइल में वायरस होने का खतरा बना रहता है, जिससे हमारे जरूरी दस्तावेज नष्ट हो सकते हैं।

  • इंटरनेट पर बहुत सी ऐसी आपत्तिजनक सामग्री उपलब्ध होती है जिसको देखकर बच्चों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।


इंटरनेट का दुरुपयोग –


इससे हमें कई सुविधाएं व लाभ भी प्राप्त हुए हैं तो वहीं उसके बहुत सारे दुष्परिणाम भी हैं। इंटरनेट के उपयोग द्वारा बहुत ज्यादा समय लोग कंप्यूटर में गेम खेलने में लगाते हैं और वह अन्य आउटडोर गेम्स नहीं खेलते हैं जिसके कारण उनका संपूर्ण विकास नहीं होता है।


इंटरनेट पर निबंध 10 लाइन हिन्दी में 


  1. इंटरनेट आधुनिक युग का एक महत्वपूर्ण आविष्कार है।

  2. इंटरनेट नेटवर्क एक ही समय में कई सारे कंप्यूटरों को जोड़ता है।

  3. इंटरनेट के द्वारा आम लोगों का जीवन आसान हो गया है।

  4. इंटरनेट ज्ञान का बहुत बड़ा भंडार है।

  5. इंटरनेट हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।

  6. इंटरनेट से पैसों का लेन-देन भी किया जाता है।

  7. इंटरनेट से छात्र अपने पढ़ाई से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  8. इंटरनेट से बड़े या छोटे संदेश भेजे जा सकते हैं।

  9. इंटरनेट से लोगों का समय और मेहनत दोनों बचता है।

  10. इंटरनेट सभी जगह इस्तेमाल किया जाता है।


इंटरनेट पर निबंध 10 लाइन अंग्रेजी में 


  1. Internet is an important invention of the modern era.

  2. The internet is a huge store house of knowledge.

  3. Internet has now become an important part of our life.

  4. We can easily get any information from the internet.

  5. With the Internet, we can connect with people all over the world.

  6. The internet lets a man sit in one place and explore the world.

  7. Online banking was possible because of the internet.

  8. The internet also provides a good source of entertainment.

  9. Online shopping has made our lives easier.

  10. The income of several million people depends on this internet.


निष्कर्ष –


इंटरनेट के हमारे जीवन में प्रवेश के साथ ही हमारी दुनिया बड़े पैमाने पर बदल गई है। इसके द्वारा हमारे जीवन में कुछ सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक परिवर्तन हुए हैं। ये विद्यार्थियों, व्यापारियों, सरकारी एजेंसियों, शोध संस्थानों आदि के लिए काफी फायदेमंद है। इससे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। व्यापारी एक जगह से ही अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। इससे सरकारी एजेंसी अपने को समय पर पूरा कर सकती है तथा शोध संस्थान और शोध करने के साथ ही उत्कृष्ट परिणाम भी दे सकती है।


"इंटरनेट के दौरान प्रयोग करें सावधानी और विवेक,

बच रहें इसके दुष्प्रभावों से और लाभ लें अनेक।"


People Also Asked –


प्रश्न – इंटरनेट क्या है इंटरनेट का महत्व बताइए?

उत्तर – इंटरनेट ने हमारे जीवन जीने के तरीके में एक क्रांति पैदा कर दी है। इसे संचार, व्यवसाय और सूचना प्राप्त करने के साथ-साथ हमारे मनोरंजन के तरीकों को भी बदल कर रख दिया है।


प्रश्न – इंटरनेट क्या होता है?

उत्तर – इंटरनेट जिसे सिर्फ नेट भी कहते हैं। दुनिया भर के आपस में जुड़े हुए कंप्यूटरों का एक ग्लोबल वाइड एरिया नेटवर्क है। जो इस नेटवर्क से कनेक्टेड कंप्यूटरों के बीच कम्युनिकेशन की सुविधा मुहैया कराता है। उपरोक्त परिभाषा को अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए कंप्यूटर ही इंटरनेट की बुनियाद है।


प्रश्न – छात्रों के लिए इंटरनेट क्या है?

उत्तर – इंटरनेट शिक्षा के लिए एक उपयोगी उपकरण है और इसका उपयोग विभिन्न तरीकों से सीखने की सुविधा के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, छात्र अपने कक्षा में सीखने के पूरक के लिए ऑनलाइन संसाधनों का प्रयोग कर सकते हैं।


प्रश्न – इंटरनेट कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर – इंटरनेट कनेक्शन प्रकार: वाईफाई, ब्रॉडबैंड, डीएसएल केबल आदि।


प्रश्न – इंटरनेट की खोज किसने की?

उत्तर – टीम बर्नर्स ली वर्ल्ड वाइड वेब के निर्माता जिन्होंने कई सिद्धांतों को विकसित किया जिनका हम आज भी उपयोग करते हैं जैसे- HTML, HTTP, URL और वेब ब्राउजर।


प्रश्न – भारत में इंटरनेट की स्थापना कब हुई?

उत्तर – इंटरनेट सेवाओं को भारत में 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुरू किए गए थे। नवंबर 1998 में सरकार ने निजी ऑपरेटरों द्वारा इंटरनेट सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र को खोला।


प्रश्न – इंटरनेट की खोज कौन से देश में हुई थी?

उत्तर – इंटरनेट का आविष्कार 1960 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा कंप्यूटर के "Time Sharing " को सक्षम करने के लिए Packet-Switching और अनुसंधान के विकास के लिए हुई थी। तो इंटरनेट का आविष्कार संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ कह सकते हैं।


प्रश्न – भारत में इंटरनेट का जनक कौन है?

उत्तर – सिंगल इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी यूके द्वारा संचार में उपलब्धि के लिए एंब्रोस फ्लेमिंग मेडल के प्राप्तकर्ता रहे हैं। उन्हें 1995 में जापान को छोड़कर किसी भी एशियाई देश से आगे भारत में इंटरनेट लाने का श्रेय भी दिया गया था।


प्रश्न – इंटरनेट का दूसरा नाम क्या है?

उत्तर – इंटरनेट का पुराना नाम है: ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) जिसे 1969 में US Defense द्वारा तैयार किया गया था। इससे जो नेटवर्क विकसित हुआ उसे हम इंटरनेट के नाम से जानते हैं।


प्रश्न – भारत में कितने लोगों के पास इंटरनेट है?

उत्तर – 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ, भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन बाजार था।


प्रश्न – पहला इंटरनेट कौन सा है?

उत्तर – संक्षेप में, इंटरनेट शुरू करने वाला पहला नेटवर्क ARPANET है।


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यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है इसका उद्देश्य सामान्य जानकारी प्राप्त कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या Blog से कोई संबंध नहीं है यदि संबंध पाया गया तो यह एक संयोग समझा जाएगा।



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