दुनिया के सात अजूबे कौन-कौन से हैं (duniya ke saat ajoobe kaun - kaun se Hain)

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दुनिया के सात अजूबे कौन-कौन से हैं (duniya ke saat ajoobe kaun - kaun se Hain)

दुनिया के सात अजूबे कौन-कौन से हैं (duniya ke saat ajoobe kaun - kaun se Hain)

नमस्कार दोस्तों, आज की इस post में हम आपको दुनिया के सात अजूबों के बारे में बताएंगे (We will tell you about the seven wonders of the world in this post)


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Table of contents –


दुनिया के सात अजूबों के नाम

चीन की दीवार

ताजमहल

पेट्रा

क्राइस्ट द रिडीमर

माचू पिच्चू

कोलिसियम

चिचेन इत्ज़ा


अजूबों के नाम

निर्माण

जगह

चीन की दीवार

सातवीं BC शताब्दी

चीन

ताजमहल

1648

भारत

पेट्रा

100 BC

जॉर्डन

क्राइस्ट द रिडीमर

1931

ब्राजील

माचू पिच्चू

AD 1450

पेरू

कोलोसियम

AD 80

इटली

चीचेन इत्जा

AD 600

मेक्सिको


1. चीन की दीवार (Great Wall of China)



चीन ने अपनी सुरक्षा के लिए अपनी सभी सीमाओं को एक दीवार से घेर दिया था जिसे चीन की दीवार कहते हैं। इस दीवार का निर्माण 7वी शताब्दी से लेकर 16वी शताब्दी तक हुआ था। यह दीवार पूर्वी चीन से लेकर पश्चिमी चीन तक फैली है इसकी लंबाई लगभग 6400 किलोमीटर है वही इसकी ऊंचाई करीब 35 फीट है। वहीं इसकी चौड़ाई की बात करें तो इस दीवार पर 10 आदमी एक साथ आराम से चल सकते हैं। इस दीवार को बनाने में उस समय मिट्टी, पत्थर, लकड़ी, ईट आदि का उपयोग किया गया था। माना जाता है कि इस दीवार के निर्माण में करीब 20 से 30 लाख लोगों ने अपना जीवन लगा दिया था।


अजूबे का नाम

चीन की दीवार (great wall of china)

देश

चीन

अजूबे का प्रकार

सांस्कृतिक

अजूबे को बनाने का उद्देश्य

उत्तरी हमलावरों से सुरक्षा हेतु

बनवाया गया

चीन के विभिन्न शासकों द्वारा

चीन की दीवार का निर्माण

5 से 16वीं शताब्दी ईसा पूर्व के मध्य

चीन की दीवार फैलाव

6400 किलोमीटर क्षेत्रफल में

कुल लंबाई

6700 किलोमीटर

दीवार का विस्तार

पूर्व में शानहाइगुआन से पश्चिम में लोप नूर तक


2. ताजमहल (Taj Mahal)



भारत के आगरा शहर में स्थित ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है। इसका निर्माण शाहजहां ने 1632 में करवाया था। इसकी ऊंचाई 73 मीटर है। कहते हैं इस इमारत को बनाने में लगभग 15 साल का समय लगा था। इस ताजमहल को बनवाने के लिए शाहजहां ने दुनिया भर से सफेद संगमरमर का पत्थर मंगवाया था। सफेद संगमरमर से बना ताजमहल पूरी तरह से सफेद है और जिन मजदूरों ने इसे बनाया था शाहजहां ने उनके हाथ कटवा दिए थे ताकि वह ऐसी चीज दोबारा ना बना सकें। आए करीब 17 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है और इसे बनाने के लिए 20,000 से भी ज्यादा मजदूरों ने काम किया था। ताजमहल के आसपास कई सारे इमारतें और बाग बनाए गए हैं जो इसे और भी खूबसूरत बनाते हैं। इसे देखने के लिए हर साल ढेर सारे पर्यटक आते हैं।


अजूबे का नाम

ताजमहल (Taj Mahal)

देश

आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत

निर्माण

शाहजहां के आदेश पर

बनवाया गया

1631 में ताजमहल 1648 तक बनकर तैयार हुआ

क्षेत्रफल

17 हेक्टेयर (42 एकड़)

ऊंचाई

73 मीटर (240 फीट)

ताजमहल के आर्किटेक्ट

उस्ताद अहमद लाहौरी

यूनेस्को में शामिल

1983


3. पेट्रा (Petra)


पेट्रा जॉर्डन में स्थित एक ऐतिहासिक नगरी है इसकी स्थापना 312 ईसा पूर्व की गई थी। यह पूरी इमारत पत्थरों को तराश कर बनाई गई थी। इस इमारत के लगे सारे पत्थर लाल रंग हैं इसलिए इसे रोज सिटी (Rose City) के नाम से जाना जाता है। पेट्रा को युनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर होने का दर्जा भी मिल चुका है। कहा जाता है कि इस नगरी में आपको पत्थर से तराशी गई एक से बढ़कर एक इमारतें देखने को मिलती हैं।


अजूबे का नाम 

पेट्रा

स्थापित

309 ईसवी पूर्व नाबतियन साम्राज्य द्वारा

देश

अमान, जॉर्डन

स्थिति

मृत सागर और लाल सागर के बीच

विश्व के सात अजूबों में शामिल

जुलाई 2007

विश्व धरोहर में शामिल

1985

टेट्रा को जाना जाता है

रोज सिटी


4. क्राइस्ट द रिडीमर (Christ the redeemer statue)



यह ब्राजील के रियो डी जेनेरो में स्थापित ईसा मसीह की एक प्रतिमा है जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्तियों में से एक है। यह मूर्ति तिजुका फॉरेस्ट नेशनल पार्क में कोर्कोवाडो पर्वत की चोटी पर स्थित है। आपको बता दें कि इस मूर्ति का आधार 31 फीट है जिसे मिलाकर इसकी कुल ऊंचाई 130 फीट बनती है वही इसकी चौड़ाई 98 फीट है. इसका वजन लगभग 635 टन है। माना जाता है इसका निर्माण 1922 और 1931 के बीच किया गया था। कहा जाता है कि इस प्रतिमा को बनाने में कॉल 2,50,0000 डॉलर खर्च हुए थे।


अजूबे का नाम

क्राइस्ट द रिडीमर (Christ the redeemer statue)


देश

रियो डी जेनेरो, ब्राजील

स्थापना

1922 से 1931 के बीच

निर्माण

कंक्रीट और सोपस्टोन से

प्रतिमा की ऊंचाई

9.5 मीटर (31 फीट) आधार को मिलाकर 39.6 मीटर (130 फीट)

प्रतिमा की चौड़ाई

30 मीटर (98 फीट)

प्रतिमा का वजन

635 टन

स्थिति

तिजूका फॉरेस्ट नेशनल पार्क, कोर्को वार्डो पर्वत की चोटी पर

सात अजूबों में शामिल

7 जुलाई 2007

प्रतिमा का रूपांकित

इंजीनियर हीटर डा सिल्वा कोस्टा

प्रतिमा तैयार की गई

फ्रांसीसी मूर्तिकार पॉल


5. माचू पिच्चू (Machu Picchu)


माचू पिच्चू दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है जहां कोलम्बस पूर्व युग, इंका सभ्यता रहा करती थी। समुद्र तल से इस ऐतिहासिक स्थल की ऊंचाई 2430 मीटर है। इसे 1450-60 में शुरू किया गया था। यहां इनका साम्राज्य द्वारा बनवाया गया‌।


अजूबे का नाम

माचू पिच्चू (Machu Picchu)


देश

कुज्को क्षेत्र, पेरू, दक्षिण अमेरिका

निर्माण

1450-60 में शुरू

बनवाया गया

इनके साम्राज्य द्वारा

ऊंचाई

2430 मीटर (7970 फीट)

प्रकार 

मिश्रित

माचू पिच्चू की शैली

इंकाओ की पुरातन शैली

विश्व धरोहर में शामिल

1983

पेरू का ऐतिहासिक देवालय घोषित 

1981


6. कोलिसियम  (The Roman Colosseum) 



इटली के रूम में स्थित ये एक विशेष प्रकार का स्टेडियम है। इसका निर्माण शासक वेस्पियन के द्वारा करवाया गया था। जो 72 AD से शुरू होकर 80 AD में बनकर तैयार हुआ। इसमें 50 हजार से भी अधिक दर्शकों के बैठने की क्षमता थी। इसे रेत कंक्रीट से बनाया गया था। इस स्टेडियम में पुराने खेल जैसे कि घुड़सवारी और कई अनेक प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन हुआ करते थे।


अजूबे का नाम

कोलोजीयम या कोलिसियम

देश

आइसिस और सेरपीस रोम, इटली

कोलोजीयम की स्थापना

70 80 ईसवी, 1943 साल पहले

प्रकार

विशालकाय अखाड़ा

निर्माता

वेस्पासियन, टाइटस

एमफी थिएटर का आयाम

620 गुना 513 फीट

निर्मित

ज्वालामुखी चट्टान, ईंट के कंक्रीट आदि से निर्मित


7. चिचेन इत्ज़ा  (Chichen Itza)



मेक्सिको में स्थित है चिचेन इत्ज़ा एक बहुत ही पुराना मयान मंदिर है। और दुनिया के सात इसका निर्माण 600 AD में किया गया था। और ये मेक्सिको के सबसे पुराने स्थलों में से एक है। यह कुल 5 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। पिरामिड के आकार का यह मंदिर 79 फीट ऊंचा है। चिचेन इत्ज़ा माया का सबसे बड़ा शहर है इसकी जनसंख्या भी काफी है।

इस मंदिर के ऊपर तक जाने के लिए हर दिशा में 91 सीढ़ी बनी है। जो कि चारों ओर से कुल मिलाकर 365 सीढ़ी हैं। जो कि कहा जाता है कि ये सभी 365 सीढ़ी वर्ष के 365 दिनों का सिंबल है। इसे साल 1988 में यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल किया था।


अजूबे का नाम

चिचेन इत्ज़ा  (Chichen Itza)


चिचेन इत्ज़ा का अर्थ

"इट्ज़ा के कुएं के मुहाने पर"

ऊंचाई

79 फीट (24 मीटर)

देश

मेक्सिको

क्षेत्र

युकातेन

निर्माण

514 ईसवी पूर्व कोलंबस पूर्व युग में

संस्कृति

माया सभ्यता

चिचेन इत्ज़ा का प्रबंधन

मैक्सिको के राष्ट्रीय मानव विज्ञान और इतिहास संस्थान, INAH


Frequently asked questions –


Q. दुनिया में कितने अजूबे हैं?

Ans. संसार में कुल सात अजूबे हैं।


Q. ताजमहल दुनिया के 7 अजूबे क्यों हैं?

Ans. इसे कई लोग मुगल वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण और भारत के समृद्ध इतिहास का प्रतीक मानते हैं। ताजमहल 1 वर्ष में 6 मिलियन से अधिक आगंतुकों को आकर्षित करता है और 2007 में इसे विश्व के नए सात (2000-2007)आश्चर्य पहल का विजेता घोषित किया गया था।


Q. सात अजूबे कहां स्थित हैं?

Ans. दुनिया के सात अजूबे दुनिया भर में ऐसे स्थानों का एक समूह है जिन्हें बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ये हैं इटली में, कोलोसियम, जॉर्डन में पेट्रा, मेक्सिको में चिचेन इत्ज़ा, ब्राजील में क्राइस्ट द रिडीमर, पेरू में माचू पिच्चू, भारत में ताजमहल और चीन की महान दीवार।

Reference –

www.directgyan.com

pmmodiyojana.in


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