MRI SCAN KYA HOTA HE //MRI KA FULL FORM // एमआरआई स्कैन क्या होता है? एम आर आई का फुल फॉर्म सभी जानकारी
MRI SCAN KYA HOTA HE //MRI KA FULL FORM MRI ME KYA KYA HOTA HE //MRI ME KITNA KHARCHA AATA HE //MRI SCAN KYO KIYA JATA HE // MRI SCAN ME DHYAN DENE YOGY BATE
हेलो दोस्तों स्वागत है आज के अपने लेख में आज आपको बताने वाले हैं // एमआरआई स्कैन क्यों किया जाता है // एमआई स्कैन फुल फॉर्म क्या है?// एमआरआई स्कैन करवाने से पहले ध्यान से देने योग्य बातें // m.r.i. में कितना खर्चा आता है? // एम आर आई में क्या क्या पता चलता है?
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MRI SCAN KYA HOTA HE //MRI KA FULL FORM // एमआरआई स्कैन क्या होता है? एम आर आई का फुल फॉर्म सभी जानकारी |
MRI SCAN KYA HOTA HE
आपको बता दें सबसे पहले जानते हैं कि हमारा इस एमआरआई स्कैन क्या होता है? एमआरआई स्कैन मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग जिसे हिंदी में चुंबकीय अनुवाद इमेजिंग होता है. एम आर आई मशीन में पावरफुल मैग्नेटिक की रेडियो वेब्स कंप्यूटर की मदद से आपके शरीर के अंदर के छोटे-छोटे भाग की फोटो ली जाती है यह हमारे शरीर में मौजूद छोटे-छोटे प्रोटोन को एक साथ मिलाकर उसका फोटो लेता है।
MRI FULL FORM
एम आर आई का फुल फाॅर्म मतलब है मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग स्कैन, हिंदी में चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग होता है जिसमें आम तौर पर 20 से 80 मिनट तक लगते हैं. ये इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर का कौन सा, कितना बड़ा हिस्सा स्कैन किया जाना है. कितनी तस्वीरें ली जानी है. ये रेडिएशन के बजाए मैग्नेटिक फील्ड पर काम करता है!
एम आर आई मैं क्या क्या पता चलता है?
एमआरआई स्कैन का इस्तेमाल मस्तिष्क, हड्डियों व मांसपेशियों, सॉफ्ट टिश्यू, चेस्ट, ट्यूमर -कैंसर,स्ट्रोक, डिमेसया माइक नेट धमनियों के ब्लॉकेज फॉर जेनेटिक डिसऑर्डर पता लगाने में होता है। बीमारी की सटीक जानकारी के लिए है जांच होती है। पहली बार एम आर आई का प्रयोग वर्ष 1977 में कैंसर की जांच में हुआ था!
M.r.i. में कितना खर्चा आता है?
प्राइवेट डायनेस्टिक इंटरनेट M. R. I के लिए पचास हजार से दस हजार तक शुल्क देना होता है।
एमआरआई स्कैन क्यों किया जाता है?
एमआरआई स्कैन की वजह से मेडिकल साइंस की खूब तरक्की हुई है क्योंकि एम आर आई स्कैन की वजह से डॉक्टर हमारे शरीर में किसी भी तरह का उपकरण पहुंचाए बिना शरीर के अंदर के अंगों को काफी सटीक सा से देख कर जांच कर सकते हैं एमआरआई स्कैन इसके किसी भी प्रकार की चोट पर किसी भी प्रकार के रोग के इलाज में डॉक्टरों की बहुत मदद करता है!
इस काम वजह से यह भी पता लगाया जा सकता है कि मरीज पर लागू किया गया इलाज कितने अच्छे से काम कर रहा है। सोते हुए मरीज का दिमाग कैसे काम करता है या कोई इंपॉर्टेंट काम करते हुए दिमाग का कौन सा हिस्सा ज्यादा काम करता है यह सब बातें एमआरआई स्कैन से पता लगाया जा सकती है। और दिमाग से जुड़ी हर प्रॉब्लम को पता लगा लेते हैं|
एमआरआई स्कैन करवाने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
एमआरआई स्कैन करवाने से पहले आपको यह ध्यान जरूर रखना है कि आपके कान दांत या हड्डी में कोई लोहे की या किसी प्रकार की मैग्नेटिक धातु अंगूठी चेंज ऐसी चीज डाली हुई तो नहीं है अगर ऐसा है तो डॉक्टर को पहले ही बता देना चाहिए.
हां और एक बात अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी है या आपने कोई सर्जरी करवाई है तो उसकी भी जानकारी डॉक्टर को दे देनी चाहिए।
और सबसे महत्वपूर्ण बात एमआरआई मशीन के कमरे मैं आपके साथ कोई भी धातु की जी नहीं जानी चाहिए क्योंकि एम आर आई मशीन की चुंबकीय पावर बहुत होती है और वह दादू की चीजों को अपनी तरफ खींच सकती है और हमारे टेस्ट में बहुत बड़ी प्रॉब्लम आ सकती है|
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