मजदूर दिवस पर निबंध // Essay on International labour day 2023

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मजदूर दिवस पर निबंध // Essay on International labour day 2023

मजदूर दिवस पर निबंध // Essay on International labour day 2023

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मजदूर (श्रमिक) दिवस पर निबंध

Table of content-

1.मजदूर दिवस पर निबंध

2.मजदूर दिवस कब मनाया जाता है

3.मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है

4.मजदूर दिवस का महत्व

5.मजदूर दिवस कैसे मनाया जाता है

6. मजदूर दिवस पर 10 लाइन


मजदूर दिवस पर निबंध/ Essay on International labour day


मजदूर दिवस पूरे विश्व में हर साल 1 मई को मनाया जाता है। मजदूर दिवस को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस, लेबर डे या मई दिवस भी कहा जाता है । मजदूर दिवस सभी मजदूरों को समर्पित होता है।


अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1886 को अमेरिका में हुई थी। भारत में मजदूर दिवस पहली बार 1 मई 1923 को मनाया गया था। यह दिन मजदूरों के सम्मान, उनकी एकता और उनके हक के समर्थन में मनाया जाता हैं। पहले मजदूरों को दिन रात काम करना पड़ता था और पैसे भी बहुत कम मिलते थे तब उन्होंने अपने हक के लिए अवाज उठाई।


मजदूर वर्ग के द्वारा आंदोलन चलाए गए। बहुत संघर्षो के बाद उनको उनके अधिकार मिले। इसके बाद सरकार ने मजदूर वर्ग के सभी लोगो के लिए काम करने का समय 8 घंटे का निर्धारित किया था जिससे मजदूरों को काफी राहत मिली। मजदूर काफी कड़ी मेहनत करता है, और बदले में वह मजदूरी प्राप्त करता हैं।


उसका, जीवन यापन मजदूरी के आधार पर होता है। भारत में संगठनों, कारखनों सइटों, कंपनियों, उद्योग धंधों, खेतों में श्रमिक कड़ी मेहनत करता है। भवन, सड़क पुल आदि बनाने में मजदूर की अहम भूमिका होती हैं। मजदूर हमारे समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। किसी भी देश की वृद्धि उस देश के किसानों और श्रमिकों पर निर्भर करती है।


आज के समय में हर काम के लिए मशीने हैं, लेकिन मशीन चलाने के लिए मजदूरों की आवश्यकता पड़ती हैं। मजदूर दिवस के दिन नेताओं और लीडरों द्वारा भाषण दिए जाते हैं और उन्हें सम्मानित किया जाता है।


 इस दिन विद्यालयों में भी बच्चों को इस दिन के बारे में बताया जाता हैं, जिससे बच्चों को भी मजदूर दिवस के बारे में जानकारी मिल सके । अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर सभी देशों में एक सार्वजनिक अवकाश मनाया जाता है। हमें उन सभी मजदूरों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें उनका हक देना चाहिए जो हमारे लिए काम करते हैं।


मजदूर दिवस पर 10 लाइन

मजदूर दिवस पर 10 लाइन // 10 lines on labour day


1. भारत में हर साल 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है।


2. मजदूर दिवस को लेबर डे, मई दिवस, और मजदूर दिवस भी कहा जाता है। 


3. अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरूआत 1 मई 1886 को अमेरिका मे एक आंदोलन से हुई थी।


4. मजदूरों के आन्दोलन को दबाने के लिए पुलिस ने

गोलिया चलायी, जिसमे कई मजदूरों की मौत हो गई थी।


5. 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की दूसरी बैठक में सप्ताह में एक दिन अवकाश प्रस्ताव को पारित किया गया।


6. दूसरी बैठक में यह भी पारित हुआ की पूरी दुनिया के तमाम देशों में काम का समय 8 निर्धारित किया गया है।


7. भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई थी।


8. मजदूर गरीब होते है और वे हमारे यहाँ काम करते है तो इसका मतलब ये नहीं की हम भेदभाव करें और उनको सम्मान न दे।


9. महात्मा गाँधी जी ने भी कहा है किसी देश की तरक्की उस देश के कामगारों और किसानों पर निर्भर करती है।


10.मजदूर दिवस श्रमिक वर्ग को समर्पित है।


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प्रश्न 1.मजदूर दिवस का क्या महत्व है?


उत्तर- मजदूर वर्ग की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने और उनका सम्मान करने के लिए मजदूर दिवस मनाया जाता है। यह दुनिया भर के श्रमिकों की कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता का जश्न मनाने का दिन है जिन्होंने अपने- अपने समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 


प्रश्न 2.मजदूर क्यों मनाया जाता है?


उत्तर- International Labour Day 2023: देश-दुनिया में मजदूर दिवस (International Labour Day) हर साल 1 मई को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य मजदूरों और श्रमिकों की उपलब्धियों का सम्मान करना और उनके द्वारा किये गए योगदान को याद करना है।


प्रश्न 3.मजदूर दिवस कैसे मनाया जाता है?


उत्तर- 1886 में शिकागो में हेमार्केट दंगा ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के निर्माण के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य किया, जिसे 1 मई को मनाया जाता है। हेमार्केट दंगा, पुलिस और श्रमिक प्रदर्शनकारियों के बीच एक हिंसक टकराव, श्रमिकों के अधिकारों के प्रतीक के रूप में तेजी से कुख्यात हो गया।


प्रश्न 4.मजदूर दिवस के संस्थापक कौन हैं?


उत्तर- दस साल बाद, 22 जुलाई 1882 को, टोरंटो में एक विशाल श्रमिक उत्सव ने अमेरिकी श्रमिक नेता पीटर जे. मैकगायर का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने उस वर्ष 5 सितंबर को न्यूयॉर्क शहर में एक समान परेड का आयोजन किया था।


प्रश्न 5.मजदूर कानून कब बना?


उत्तर- न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 (Minimum Wages Act, 1948) भारत की संसद द्वारा पारित एक श्रम कानून है जो कुशल तथा अकुशल श्रमिकों को दी जाने वाली मजदूरी का निर्धारण करता है।


प्रश्न 6.मजदूरों के अधिकार क्या है?


उत्तर- कामगारों को कानून के तहत न्यूनतम मज़दूरी, विनिश्चित मौद्रिक लाभ और अदायगी सुनिश्चित करना । श्रमिकों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और उत्पादक कार्य वातावरण और कल्याण उपलब्ध कराना। बाल श्रम और बंधुआ मज़दूरी उन्मूलन तथा पुनर्वास सुनिश्चित करना। दुर्घटना रहित, सुरक्षित तथा उत्पादक कार्य स्थलों को प्रोत्साहित करना व बढ़ावा देना ।


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