नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर 10 लाइन (Ten Iines on Netaji Subhash Chandra Bose in Hindi)

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नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर 10 लाइन (Ten Iines on Netaji Subhash Chandra Bose in Hindi)

नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर 10 लाइन (Ten Iines on Netaji Subhash Chandra Bose in Hindi)

Ten Iines on Netaji Subhash Chandra Bose in Hindi

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस बड़े व अग्रणी नेता थे। एक संपन्न परिवार से होते हुए और भारत के प्रशासनिक सेवा का हिस्सा बनने के बावजूद नेताजी से देश की ऐसी स्थिति देखी नहीं गयी। आंदोलन का इतिहास बयां करने के लिए नेता जी द्वारा द ग्रेट इंडियन स्ट्रगल लिखा गया नेताजी इच्छाशक्ति वाले व्यक्ति थे। उनके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण ने उन्हें भारत का नायक बना दिया इस लेख से मैंने आपको नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से अवगत कराने का प्रयास किया है।

आज की इस लेख में हमने सुभाष चंद्र बोस पर 10 वाक्य (लाइन्स) 10 Iines on Subhash Chandra Bose in Hindi पोस्ट किया है।


1. सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक नामक एक क्षेत्र में हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी कटक में ही पूरी की।


2. सुभाष चंद्र बोस स्कूल मिलकर 14523 उनके पिता का नाम जानकी बोस और मां का नाम प्रभादेवी था उनके सभी भाई बहनों में वे सबसे ज्यादा प्यार शरद बाबू से करते थे और शरद बाबू उनके भाई के साथ साथ एक दोस्त भी थे।


3. सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा' उन्होंने ही हमारे भारत को यह नारा दिया जिससे भारत के कई युवा वर्ग भारत से अंग्रेजों को बाहर निकालने की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित हुए। 


4. सुभाष चंद्र बोस को अंग्रेजी की गुलामी करना पसंद नहीं था इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने लगे।


5. सुभाष चंद्र बोस की पहली मुलाकात गांधी जी 

से 20 जुलाई 1921 में मणि भवन नामक एक जगह पर हुई थी और सुभाष चंद्र बोस गांधी जी से बहुत ही प्रभावित हुए।


6. सुभाष चंद्र बोस गांधी जी के कहने पर दास बाबू के साथ कोलकाता में अंग्रेजों के खिलाफ असहयोग आंदोलन की लड़ाई में शामिल हो गए।


7. 3 फरवरी सन 1930 में जब भारत में साइमन कमीशन आया तो इस कमीशन में केवल गोरे थे यह कमीशन भारत में जहां-जहां गया इसका बहुत विरोध हुआ और काले झंडे फहराए गए क्योंकि उसमें एक भी भारतीय नहीं था।


8. सुभाष चंद्र बोस पुरुष स्वतंत्रता की मांग करना चाहते थे पर गांधी जी को यह सही समय नहीं लग रहा था उनके मना करने पर सुभाष चंद्र बोस ने उनकी बात ना मानी और लड़ाई छोड़ दी वे राष्ट्रध्वज फहराने लगे तो अंग्रेज भड़क पढ़े और पुलिस ने सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह जैसे आदि कई देश भक्तों को जेल में डाल दिया।


9. अंततः ने सुभाष चंद्र बोस को तो जेल से किसी तरह निकलवा लिया पर भगत सिंह को अंग्रेजों ने रिहा नहीं किया और उनको फांसी दे दी गई जिस कारण भी बहुत दुखी हो गए।


10. उनका प्रेम विवाह एमिली नाम की एक लड़की के साथ हुआ वह उनको तब मिली जब वह अपना इलाज कराने ऑस्ट्रिया गए थे उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया और एक पुत्री को भी जन्म दिया।


नेताजी की महानता का परिचय इसी से मिल जाता है जब स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत वीर सांवरकर द्वारा रखे गए क्रांतिकारियों के सम्मेलन में अध्यक्ष के आसान पर नेताजी का चित्र रखकर आयोजन संपन्न किया गया पूरा देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बलिदान का जीवन पर्याप्त ऋणी रहेगा।



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