UP Board class 12 Hindi model paper 2023 pdf download ||यूपी बोर्ड कक्षा 12 सामान्य हिंदी मॉडल पेपर 2023
UP Board 12th hindi Model Paper/ sample paper 2023
Download Details Name of Board Conducting Exam Board of Secondary Education UPMSP – Madhyamik Board Name of Exam UP Board 12th Examinations 2023 Exam Dates February & March 2023 Compartmental Exams Date Update Later Status Download Available Below Links, Official Website www.upmsp.edu.in
यूपी बोर्ड माध्यमिक मॉडल पेपर 2023 यूपी 12वीं हिंदी ब्लूप्रिंट 2023
यूपी बोर्ड 12वीं हिंदी मॉडल पेपर 2023 डाउनलोड विवरण बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का नाम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यूपीएमएसपी - माध्यमिक बोर्ड परीक्षा का नाम यूपी बोर्ड 10 वीं परीक्षा 2023 परीक्षा तिथियां फरवरी और मार्च 2023 कंपार्टमेंटल परीक्षा तिथि अद्यतन बाद में स्थिति डाउनलोड लिंक के नीचे उपलब्ध है, आधिकारिक वेबसाइट www.upmsp.edu.in
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश की बोर्ड 12वीं परीक्षा माध्यमिक विद्यालय स्तरीय परीक्षा के लिए स्वायत्त परीक्षा प्राधिकरण प्रशासित किया। 12वीं कक्षा की परीक्षा को माध्यमिक शिक्षा परिषद या हाईस्कूल माध्यमिक परीक्षा 2023 कहा जाता है। यूपी बोर्ड का मुख्य ऑफिस या कार्यालय इलाहाबाद (वर्तमान नाम प्रयागराज) में स्थित है।
यूपी बोर्ड माध्यमिक मॉडल पेपर 2023||UP Board Class 12th Hindi Model Paper 2023
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UP Board class 12 Hindi model paper 2023 pdf download ||यूपी बोर्ड कक्षा 12 सामान्य हिंदी मॉडल पेपर 2023 |
प्रतिदर्श प्रश्न पत्र 2021-22
कक्षा-12
विषय-सामान्य हिंदी
समय:3 घंटे 15 मिनट पूर्णांक:100
(खंड-क)
प्र०-1 (क) 'शिक्षा का उद्देश्य' निबंध के लेखक हैं-
(i) भारतेंदु हरिश्चंद्र
(ii) संपूर्णानंद
(iii) मोहन राकेश
(iv) रामकृष्ण दास
(ख) लल्लू लाल की रचना है-
(i) सुख सागर
(ii) प्रेम सागर
(iii) परीक्षा गुरु
(iv) रानी केतकी की कहानी
(ख) 'पर्दा' कहानी के लेखक हैं-
(i) प्रेमचंद
(ii) जयशंकर
(iii) अमरकांत
(iv) यशपाल
(घ) 'आवारा मसीहा' के रचनाकार हैं-
(i) विष्णु प्रभाकर
(ii) रामवृक्ष बेनीपुरी
(iii) राहुल सांकृत्यायन
(iv) रांगेय राघव
(ड़) 'बाणभट्ट की आत्मकथा' के लेखक हैं-
(i) महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ii) सरदार पूर्ण सिंह
(iii) वासुदेव शरण अग्रवाल
(iv) हजारी प्रसाद द्विवेदी
प्र०-2 (क) 'कामायनी' किस युग की रचना है-
(i) द्विवेदी युग
(ii) छायावादी युग
(iii) भारतेंदु युग
(iv) प्रगतिवाद युग
(ख) निम्नलिखित कवियों में से कौन प्रगतिवादी युग का है-
(i) अग्रदास
(i) तुलसीदास
(iii) नंददास
(iv) रामधारी सिंह 'दिनकर'
(ग) 'तार सप्तक' का प्रकाशन वर्ष है-
(i) 1941 ई०
(ii) 1943 ई०
(iii) 1954 ई०
(iv) 1947 ई०
(घ) द्विवेदी युग की रचना नहीं है-
(i) प्रियप्रवास
(ii) साकेत
(iii) भारत - भारती
(iv) कामायनी
(ड़) निम्नलिखित में से कौन-सी कृत महाकाव्य नहीं है-
(i) रामचरित मानस
(ii) साकेत
(iii) पद्मावत
(iv) मामा
प्र०-3 दिए गए गद्यांश आधारित निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए।
धरती माता की कोख में जो अमूल्य नदियां भरी हैं जिनके कारण वह वसुंधरा कहलाती है उससे कौन परिचित ना होना चाहेगा? लाखों करोड़ों वर्षों से अनेक प्रकार की धातुओं को पीस-पीस कर अगणित इस प्रकार की मिट्टियों से पृथ्वी की देह को सजाया है। हमारे भावी आर्थिक अभ्युदय के लिए इन सबकी जांच पड़ताल आवश्यक है।
(i) उपयुक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) धरती वसुंधरा क्यों कहलाती है?
(iii)रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iv)पृथ्वी की देह को किसने सजाया है?
(v)भावी आर्थिक अभ्युदय हेतु हमें क्या करना चाहिए?
अथवा
अशोक का फूल उसी मस्ती में हंस रहा है। पुराने चित्र से इसे देखने वाला उदास होता है। वह अपने को पंडित समझता है। पंडिताई भी एक बोझ है-जितनी ही भारी होती है, उतनी ही तेजी से डुबोती है। जब वह जीवन का अंग बन जाती है तो सहज हो जाती है। तो वह बोझ नहीं रहती। वह उस अवस्था में उदास भी नहीं करती। कहां! अशोक का कुछ भी नहीं बिगड़ा है। कितनी मस्ती में झूम रहा है? कालिदास इसका रस ले सके थे-अपने ढंग से। मैं भी ले सकता हूं, अपने ढंग से। उदास होना बेकार है।
(i)उपयुक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii)रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii)लेखक क्यों कहता है कि उदास होना बेकार है।
(iv)गद्यांश का भाव स्पष्ट कीजिए?
(v)गद्यांश की भाषा शैली की विशेषताएं लिखिए।
प्र०-4 दिए गए पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
"दुर्बलता का चिह्न विशेष शपथ है,
पर, अवलाजन के लिए कौन-सा पथ है?
यदि मैं उकसाई गई भरत से होऊं,
तो पति समान ही स्वयं पुत्र भी खोऊं।
ठहरो, मत रोको मुझे, कहुं सो सुन लो।
पाओ यदि उसमें सार उसे सब चुन लो।
करके पहाड़ सा पाप मौन रह जाऊं?
राई भर भी अनुताप न करने पाऊं?"
(i)उपयुक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii)रेखांकित अंशो की व्याख्या कीजिए।
(iii)"करके पहाड़-सा पाप मौन रह जाऊं?
राई भर भी अनुताप न करने पाऊं?
पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है।
(iv)पद्यांश का भाव स्पष्ट कीजिए।
(v)भाषा की विशेषताएं बताओ।
अथवा
लज्जाशील पथिक महिला जो कहीं दृष्टि आए।
होने देना विकृत वसना तो न तू सुन्दरी को।।
जो थोड़ी सी श्रमिक वह हो गोद ले श्रांति खोना।
होंठों की औ कमल मुख की म्लानताएं मिटाना।।
कोई क्लान्ता कृषक-ललना खेत में जो दिखावै।
जाता कोई जलद यदि हो ब्योम में तो उसे ला।
धीरे-धीरे परस उसकी क्लान्तियों को मिटाना।।
छाया द्वारा सुखित करना तप्त भूतांगना को।।
(i)उपयुक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii)रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii)राधा लज्जा शील पथिक महिला के विषय में क्या करना चाहती हैं?
(iv)"होठों की औ कमल-मुख' में अलंकार बताइए।
(v)'जलद' और 'कृषक-ललना' का अर्थ बताइए।
प्र०-5 (क) निम्नलिखित में किसी एक लेखक का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए।
(शब्द सीमा अधिकतम-80)
(i)आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ii)एपीजे अब्दुल कलाम
(iii)वासुदेव शरण अग्रवाल
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख कृतियों पर प्रकाश डालिए।
(शब्द सीमा अधिकतम-80)
(i)मैथिलीशरण गुप्त
(ii)सुमित्रानंदन पंत
(iii)रामधारी सिंह 'दिनकर'
प्र०-6 'बहादुर' अथवा 'पंचलाइट' कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए।
अथवा
'ध्रुव यात्रा' कहानी की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए।
प्र०-7 स्वपठित खंडकाव्य के आधार पर किसी एक खंड के एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।
(i) 'श्रवण कुमार' खंडकाव्य के नायक का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'श्रवण कुमार' खंडकाव्य के आधार पर दशरथ का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'रश्मिरथी' खंडकाव्य के आधार पर 'कर्ण' का चरित्र-चित्रण कीजिए।
अथवा
'रश्मिरथी' खंडकाव्य के आधार पर नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(iii) 'मुक्तियज्ञ' खंडकाव्य कथानक संक्षेप में लिखिए।
अथवा
'मुक्तियज्ञ' खंडकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(iv) 'त्यागपथी' खंडकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
अथवा
'त्यागपथी' खंडकाव्य के आधार पर हर्षवर्धन का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(v) 'आलोकवृत्त' खंडकाव्य का नायक कौन है? उस का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'आलोकवृत्त' की कथावस्तु पर प्रकाश डालिए।
(vi) 'सत्य की जीत' खंडकाव्य के आधार पर द्रौपदी का चरित्र चित्रण कीजिए।
अथवा
'सत्य की जीत' खंडकाव्य की कथावस्तु लिखिए।
(खंड - ख)
प्र०-8 (क) दिए गए संस्कृत गद्यांशों में से किसी एक का ससंदर्भ हिंदी में अनुवाद कीजिए।
महामना विद्वान वक्ता धार्मिको नेता, पटु: पत्रकार श्चासीत्। परमस्य सर्वोच्च गुण जनसेवैव आसीत्। यत्र कुत्रापि अयं जनानं दु:खितान्। पीड्य्मानांश्चापश्यत् तत्रैव स: शीघ्रमेव उपस्थित: सर्वविधं साहाम्यञ्च अकरोत। प्राणिसेव अस्य स्वभाव एवासीत्।
अथवा
हंसराज: तदैव परिष-मध्य आत्मन: भागिनेपाप हंसपोतकाय दुहितरमक्षत्। मयूरो हंसपोतिकाय प्राप्य लज्जित:। तस्मात्! स्थानात् पलायित: हंसराजोडपि हष्टमानस: स्वगृहम् अगच्छत्।
(ख) दिए गए पद्यांशों में से किसी एक का ससंदर्भ हिंदी में अनुवाद कीजिए।
नमे रोचते भद्रं व: उलूक स्यामिवेचनम्।
अकुद्धस्य मुखं पश्य कथं कुद्धो भविष्यति।
अथवा
परोक्षेकार्य हत्तारं प्रत्यक्षेप्रियवादिनम्।
वर्जयेत्तादृशं मित्र विषकुंभ पयोमुजम्।।
प्र०-9 निम्नलिखित मुहावरों में से किसी एक का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
(i)तलवार की धार पर चलना
(ii)टका सा जवाब देना
(iii)दाल में काला होना
(iv)नमक मिर्च लगाना
प्र०-10 (क) निम्नलिखित शब्दों के संधि-विच्छेद के सही विकल्प का चयन कीजिए।
(i) 'तथापि' का संधि विच्छेद है-
तथ + पि
तथा + अपि
त + थापि
तथ् + अपि
(ii) 'परमेश्वर' का संधि विच्छेद है-
पर + ईश्वर:
परम + एश्वर
परम + ईश्वर:
परे + मेश्वर
(iii) 'गायक' का संधि विच्छेद है-
ग + आयक:
गा + यक:
गे + अक:
गाय + क:
(ख) दिए गए निम्नलिखित शब्दों की 'विभक्ति' और 'वचन' हैं-
(i) 'आत्मन:' में विभक्त और वचन है:
षष्ठी विभक्ति, एकवचन
सप्तमी विभक्ति, एकवचन
पचमी विभक्ति, बहुवचन
पंचमी विभक्ति, एकवचन
(ii) नाम्नान् में विभक्ति और वचन है:
षष्ठी विभक्ति, एकवचन
सप्तमी विभक्ति, बहुवचन
षष्ठी विभक्ति, बहुवचन
चतुर्थी विभक्ति, बहुवचन
प्र०-11 निम्नलिखित शब्दों का सही अर्थ चयन करके लिखिए।
(i)वसन - व्यसन
विवश और व्याकुल
कवच और भोजन
वस्त्र और आदत
विस्तार और अवधि
(ii) अंबुज - अंबुद
बादल और समुद्र
जल और कमल
कमल और बादल
समुद्र और कमल
(ख) निम्नलिखित शब्दों में से किसी एक शब्द के दो अर्थ लिखिए।
(i)अंबर
(ii)पट
(iii)विधि
(iv)नाग
(ग) निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक 'शब्द' का चयन करके लिखिए।
(i)जो आंखों के सामने हो-
नेत्र सम्मुख
प्रत्यक्ष
आंख के आगे
प्रत्येक आंख
(ii) 'जानने की इच्छा' रखने वाला-
जानकार
ज्ञानी
जिज्ञासु
बुद्धिमान
(घ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए।
तुम तो कुर्सी पर बैठे हैं।
इस सरोवर में अनेकों कमल खिले हैं।
सम्मेलन में कवियित्री ने भाग लिया है।
कृपया अनुमोदन करने की कृपा करें।
प्र०-12 (क) 'वीर रस' अथवा 'हास्य रस' का स्थाई भाव के साथ उदाहरण अथवा परिभाषा लिखिए।
(ख) 'श्लेष' अथवा 'उत्प्रेक्षा' अलंकार का लक्षण अथवा उदाहरण लिखिए।
(ग) 'दोहा' अथवा 'सोरठा' छंद का मात्रा सहित लक्षण तथा उदाहरण लिखिए
प्र०-13 बैंक में खाता खोलने के लिए बैंक प्रबंधक को आवेदन/प्रार्थना पत्र लिखिए
अथवा
शहर में फैली संक्रामक बीमारी की तरह जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित करने के लिए आवेदन पत्र/प्रार्थना पत्र लिखिए
प्र०-14 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर अपनी भाषा शैली में निबंध लिखिए।
(i)देश में बेरोजगारी की समस्या
(ii)आतंकवाद की समस्या और समाधान
(iii)वृक्षारोपण का महत्व
(iv)विद्यार्थी और राजनीति
(v)देश की समृद्धि और विकास में समाचार पत्रों की भूमिका
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