यूपी बोर्ड कक्षा 12 समाजशास्त्र अध्याय 6//up board class 12th Sociology chapter 6

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यूपी बोर्ड कक्षा 12 समाजशास्त्र अध्याय 6//up board class 12th Sociology chapter 6

 यूपी बोर्ड कक्षा 12 समाजशास्त्र अध्याय 6//up board class 12th Sociology chapter 6

अध्याय 6 परियोजना कार्य के लिए सुझाव

बहुविकल्पी प्रश्न
यूपी बोर्ड कक्षा 12 समाजशास्त्र अध्याय 6//up board class 12th Sociology chapter 6


प्रश्न 1 पद्धति की विशेषता है- 

(अ) निष्पक्षता

(ब) सार्वभौमिकता

(स) सुनिश्चितता का

(द) उक्त सभी


उत्तर- उक्त सभी


प्रश्न 2 समाजशास्त्र में निम्न में से किस पद्धति का प्रयोग होता है?

(अ) वैज्ञानिक

(ब) ऐतिहासिक

(स) तुलनात्मक

(द) सांख्यिकीय


उत्तर- वैज्ञानिक


प्रश्न 3 अवलोकन द्वारा प्राप्त सामग्री अधिक है-

(अ) तुलनात्मक

(ब) काल्पनिक

(स) विश्वसनीय

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर- विश्वसनीय 


प्रश्न 4 जब अवलोकन करता समूह की गतिविधियों में भाग लेता है,तो उसे कहते हैं

(अ) सहभागी अवलोकन

(ब) समूह अवलोकन

(स) असहभागी अवलोकन

(द) उक्त सभी


उत्तर- सहभागी अवलोकन


प्रश्न 5 सामाजिक अनुसंधान की व्यवस्थित प्रक्रिया का प्रथम चरण होता है

(अ) निदर्शन 

(ब) समस्या का चुनाव

(स) तथ्यों का संकलन

(द) तथ्यों का निर्वाचन वचन तथा प्रतिपादन


उत्तर- समस्या का चुनाव


प्रश्न 6 सामाजिक अनुसंधान की व्यवस्थित प्रक्रिया का अंतिम चरण होता है-

(अ) प्रतिवेदन अथवा रिपोर्ट लिखना

(ब) सामान्यीकरण

(स) एकत्रित तत्वों का वर्गीकरण तथा सारणीयन

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर- प्रतिवेदन अथवा रिपोर्ट लिखना


प्रश्न 7- अनौपचारिक साक्षात्कार को किस अन्य रूप में भी जाना जाता है?

(अ)  दीर्घ साक्षात्कार

(ब) अनावश्यक साक्षात्कार

(स) अनियंत्रित साक्षात्कार

(द) अनियंत्रित सर्वे


उत्तर- अनियंत्रित साक्षात्कार


प्रश्न 8 निम्नलिखित में से कौन-सा साक्षात्कार का उद्देश्य नहीं है-

(अ) अप्रत्यक्ष संपर्क

(ब) व्यक्तिगत सूचनाओं का संकलन

(स) अवलोकन का अवसर

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर- अप्रत्यक्ष संपर्क



अति लघु उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1 परियोजना कार्य किसे कहते हैं?


उत्तर - परियोजना कार्य समाजशास्त्रीय अध्ययन के लिए किया जाने वाला जो व्यवहारिक महत्व का एक कार्य है। इस व्यवस्थित कार्य से उपयोगी ज्ञान की प्राप्ति की जाती है।


प्रश्न 2 परियोजना कार्य की परिभाषा दीजिए।


उत्तर किलपैट्रिक के अनुसार परियोजना वह सहृदय कार्य है जो पूर्ण संलग्नता सामाजिक वातावरण में किया जाता है।


प्रश्न 3 परियोजना कार्य के गुण बताइए।


उत्तर - (i)अध्ययन करता में आत्मविश्वास का विकास होता है।

(ii) अध्ययन करता में सामाजिक भावना का विकास।


प्रश्न 4 परियोजना कार्य का दोष बताइए।


उत्तर- (i) ज्ञान प्राप्ति का महंगा विकल्प

(ii) परियोजना कार्य के लिए विषय का चुनाव कठिन है।


प्रश्न 5 जार्ज. ए. लुण्डवग्र ने सामाजिक अनुसंधान पद्धति के निम्न में से कौन से चरण बताएं हैं?


उत्तर- (i) कार्यवाही प्राकल्पना

(ii) तथ्यों का अवलोकन तथा लेखन

(iii) संकलित तत्वों का वर्गीकरण व संकलन तथा

(iv) नियम-निर्माण अथवा सामान्यीकरण


प्रश्न 6 अगस्त काम्टे ने सामाजिक अनुसंधान के कौन से पांच चरण बताएं है?


उत्तर -

  1.  विषय का चुनाव

  2. अवलोकन द्वारा प्रत्यक्ष होने वाले तत्वों का संकलन

  3. तत्वों का वर्गीकरण

  4. तत्वों का परीक्षण तथा

  5. नियमों का प्रतिपादन


प्रश्न 7 पद्धति का अर्थ बताइए।


उत्तर- पद्धति यह तरीका है जिसको अपना कर एक अनुसंधानकर्ता अपना अध्ययन करता है।


प्रश्न 8 पद्धति की परिभाषा दीजिए।


उत्तर बुल्फ के अनुसार विस्तृत अर्थ में कोई भी अनुसंधान पद्धति जिसके द्वारा विज्ञान का निर्माण हुआ हो अथवा उसका विस्तार किया जा रहा हो वैज्ञानिक पद्धति कल आती है।


प्रश्न 9 साक्षात्कार पद्धति क्या है?


उत्तर- एक व्यक्ति अथवा समूह के साथ विशेष प्रयोजन से आयोजित औपचारिक वार्तालाप की प्रक्रिया साक्षात्कार विधि चलाती है। इस विधि में प्रश्न उत्तर द्वारा उत्तरदाता से प्राप्त सूचनाओं को वर्गीकरण विश्लेषण हेतु लिखा जाता है।


प्रश्न 10 सामाजिक सर्वेक्षण किसे कहते हैं?


उत्तर किसी विशिष्ट भौगोलिक सांस्कृतिक अथवा प्रशासनिक क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्तियों के सामाजिक जीवन से संबंधित तथ्यों के व्यवस्थित संकलन की विधि को सामाजिक सर्वेक्षण कहते हैं।


लघु उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1 प्रोजेक्ट कार्य की परिभाषा दीजिए।


उत्तर – परियोजना कार्य की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार है—-

  1. किलपैट्रक की परिभाषा - किल पैट्रिक ने परियोजना कार्य को इन शब्दों में परिभाषित किया है परिवार योजना वह महत्वपूर्ण कार्य है जो पूर्णता से सामाजिक वातावरण में किया जाता है।

  2. प्रो॰ स्टीवेंसन की परिभाषा- प्रो○ स्टीवेंसन प्रयोजना कार्य को एक समस्यामूलक कार्य है जो अपनी स्वाभाविक परिस्थितियों में पूर्णता प्राप्त करता है।

  3. बेलार्ड की परिभाषा - बेलार्ड ने परियोजना कार्य को विद्यालय में छात्रों द्वारा किए जाने वाले कार्य के रूप में परिभाषित किया है। उसके शब्दों में परियोजना वास्तविक जीवन का एक भाग है जिसका प्रयोग विद्यालय में किया जाता है।

  4. उपयुक्त परिभाषा ओं के आधार पर कहा जा सकता है कि परियोजना कार्य या प्रोजेक्ट कार्य अपने आप में ज्ञान प्राप्त करने का एक व्यवस्थित ढंग है। इसके माध्यम से अध्ययन करता समुचित अनुभव तथा व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर लेता है। परियोजना कार्य भी एक निश्चित प्रक्रिया है के माध्यम से जलता है। इस प्रयोग रिया की कुछ निश्चित चरण या सोपान होते हैं जिसमें से मुख्य है समस्या का चुनाव परियोजना कार्य का व्यवस्थित ढंग से आयोजन करना तत्वों का संकलन  तत्वों का विश्लेषण एवं निर्वाचन तत्वों का प्रदर्शन चित्र मई प्रदर्शन तथा रिपोर्ट को तैयार करना।


प्रश्न -2 साक्षात्कार के प्रमुख उद्देश्य बताइए

उत्तर 1 प्रत्यक्ष संपर्क- साक्षात्कार का सबसे प्रमुख उद्देश्य साक्षात कार्यकर्ता का सूचनादाता से प्रत्यक्ष संपर्क स्थापित करना है।
जिससे उसे अनुसंधान समस्या से परिचित करा कर उससे सहयोग लिया जा सके प्रत्यक्ष संपर्क अधिक विश्वसनीय सूचनाएं एकत्रित करने में सहायक है।

2- व्यक्तिगत सूचनाएं साक्षात्कार का दूसरा उद्देश सूचना दाता से प्रत्यक्ष संपर्क स्थापित करके उससे समस्या एवं उसकी पृष्ठभूमि के बारे में व्यक्तिगत सूचनाएं प्राप्त करना है इसमें साक्षात करता सूचना दाता की भावनाओं को भी जानने का प्रयास करता है।

3- पूर्ण जानकारी -साक्षात्कार का एक अनुदेश सूचना दाताओं से अनुसंधान की समस्या के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करना है कई बार साक्षात्कार अनौपचारिक वार्तालाप के रूप में होता है जिसमें सूचना दाता काफी जानकारी दे देते हैं।

4- विभिन्न पहलुओं की जानकारी साक्षात्कार का उद्देश्य विभिन्न प्रकार के पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर समस्या की प्रकृति को ठीक प्रकार से समझने में सहायता प्रदान करना है साक्षात्कार के विभिन्न प्रकार से केंद्रित साक्षात्कार अनौपचारिक व अनौपचारिक साक्षात्कार इत्यादि समस्या के सभी पहलुओं के विषय में जानकारी प्रदान करने में सहायता प्रदान करते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न-1 परियोजना कार्य का संचालन स्पष्टता कीजिए
अथवा

शोध परियोजना क्या है? शोध परियोजना के प्रमुख चरणों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर परियोजना कार्य का आयोजन व संचालन

परियोजना कार्य को शुरू करने से पूर्व योजना का बनाना अति आवश्यक है क्योंकि कार्य की शुरुआत योजनाबद्ध तरीके से ना की जाए तो अध्ययन करता की मेहनत बेकार जाती है तथा समय व धन की बर्बादी होती है। परियोजना कार्य सामाजिक सर्वेक्षण के आयोजन व संचालन की संपूर्ण प्रक्रिया में अध्ययन करता को अनेक स्तरों से गुजर ना होता है जिन का संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित है-

1- परियोजना कार्य आयोजन

2-तथ्यों या सामग्री का संकलन

3-तथ्यों का विश्लेषण व निर्वाचन

4-तथ्यों का प्रदर्शन

परियोजना कार्य का आयोजन

परियोजना कार्य के आयोजन को निम्नलिखित स्तरों में विभाजित किया जा सकता है

1- समस्या का चुनाव- अध्ययन करता का किसी भी परियोजना कार्य को शुरू करने से पहले यह निर्धारित करना अति आवश्यक होता है कि सर्वेक्षण संबंधी समस्या क्या है? यदि समस्या का चयन उद्देश्य पर नहीं हुआ तो इसका नतीजा कभी भी सकारात्मक नहीं निकलेगा। सर्वेक्षण संबंधी समस्या का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है-

(i)- विषय ऐसा होना चाहिए जिसमें सर्वेक्षण करता या शोधकर्ता की रुचि हो। रुचि का विषय होने के कारण ही वे अधिक लगन व परिश्रम से कार्य करेगा।

(ii)- जिस विषय का चुनाव किया जाता है उसका सर्वेक्षण करता को पहले से ही थोड़ा बहुत ज्ञान होना चाहिए ताकि वह सर्वेक्षण को सही ढंग से आयोजित कर सके।

(iii)- विषय का साधन सीमा के अंतर्गत ही होना चाहिए तभी यथार्थ जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

2- लक्ष्य का निर्धारण- परियोजना कार्य के आयोजन में दूसरा चरण उद्देश्य लक्ष्य का निर्धारण है। उद्देश्य के निश्चित हो जाने पर अध्ययन उपकरणों व पद्धतियों आदि के बारे में सफलतापूर्वक निर्णय लिया जा सकता है विषय के उद्देश्य के निर्णय से अध्ययन करता सर्वेक्षण की तरह रचना सफलतापूर्वक कर सकता है।

3- सर्वेक्षण का संगठन सर्वेक्षण संबंधी समस्या व उद्देश्य के निर्धारण के पश्चात सर्वेक्षण योजना के लिए एक उचित संगठन की जरूरत होती है। योजना के उचित संगठन के लिए प्राया एक सर्वेक्षण टीम का गठन किया जाता है। में सर्वेक्षण निर्देशक प्रमुख सर्वेक्षक आदि प्रतिनिधि होते हैं। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य कार में सुगमता एकरूपता एवं सामाजिक सुधारों से संबंधित क्रियाओं को अधिक संभव बनाना होता है।

प्रश्न 2- प्रेषण पद्धति को परिभाषित कीजिए। इसके प्रमुख उद्देश्य बताइए।

उत्तर प्रेषण का अर्थ है कार्य कारण अथवा पारस्परिक संबंध को जानने के लिए स्वाभाविक रूप से घटित होने वाली घटनाओं का सुक्ष्म निरीक्षण पीवी यंग के अनुसार प्रेषण को नेत्रों द्वारा सामूहिक व्यवहार एवं जटिल सामाजिक संस्थाओं के साथ ही साथ संपूर्णता की रचना करने वाली पृथक इकाइयों के अध्ययन की विचार पूर्ण पद्धति के रूप में प्रयुक्त किया जा सकता है प्रो सी ए मोजर के अनुसार ठोस अर्थ में प्रेषण में कानू तथा वाणी की अपेक्षा आंखों के प्रयोग की स्वतंत्रता है।

प्रेक्षण पद्धति के उद्देश्य

1-मानवीय इंद्रियों का पूर्ण उपयोग करना
2-उद्देश्य पूर्णिया सूक्ष्म अध्ययन करना

3-प्रत्यक्ष अध्ययन करना
4-पारस्परिक एवं कार्य कारण संबंध का पता लगाना

5-सामूहिक व्यवहार का अध्ययन करना

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