वाष्पोत्सर्जन किसे कहते हैं? वाष्पोत्सर्जन की परिभाषा|Definition of transportation Vaspotsarjan kise kahate hai
दोस्तों आज की इस पोस्ट पर चर्चा करेंगे वाष्पोत्सर्जन किसे कहते हैं वाष्पोत्सर्जन की परिभाषा पोस्ट मे इसी की जानकारी आप लोगों को दी जाएगी तो आप लोगों को पोस्ट में अंत तक जरूर बने रहना है|
वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)-
वाष्पोत्सर्जन वह क्रिया है जिसमें जीवित पौधे अपने वायवीय भागों, जैसे पत्तियों, हरे पौधे अपने के द्वारा आंतरिक ऊतकों से अतिरिक्त पानी को वाष्प के रूप में बाहर निकलते हैं वाष्पोत्सर्जन पौधे के सभी वायवीय भागों से होता है परंतु पौधों में पत्तियां वाष्पोत्सर्जन करने वाले महत्वपूर्ण अंग है| ये अत्यधिक चौरस होती हैं और पौधे की वायवीय भी सतह का एक महत्वपूर्ण भाग बनाती हैं√ इन पर अधिक संख्या में पर्णरंद्र दोनों सदनों पर वितरित रहते हैं।
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वाष्पोत्सर्जन का महत्व-
वाष्पोत्सर्जन को आवश्यक बुराई कहा गया है अतः विशेष शुष्क स्थानों के पौधे तो इसे रोकने के लिए भी अनेक उपाय करते हैं फिर भी यह पौधे के लिए अत्यंत उपयोगी है। पौधे के लिए वाष्पोत्सर्जन के निम्नलिखित महत्व है-
1- अतिरिक्त जल का निस्तारण- पौधे भूमि से लगातार अपने मूल रोमों द्वारा परासरण व अंतः शोषण के द्वारा जल का अवशोषण करते हैं। शरीर में आवश्यकता की अपेक्षा यह जल कई गुना अधिक होता है, वाष्पोत्सर्जन द्वारा अनावश्यक तथा अतिरिक्त जल पौधे के शरीर के बाहर निकलता रहता है।
मानव नेत्र के विभिन्न भागों का वर्णन चित्र सहित
2- खनिज लवणों की प्राप्ति- वाष्पोत्सर्जन तथा जल के अवशोषण में एक घनिष्ठ संबंध होता है पौधे द्वारा जितना अधिक वाष्पोत्सर्जन होता है उतना ही अधिक भूमि से जल का अवशोषण होता है मृदा जल में खनिज लवणों की मात्रा बहुत ही कम होती है अतः पौधों के द्वारा जितना अधिक जल का अवशोषण होता है उतने ही अधिक खनिज लवण इस में घोलकर पौधे के शरीर में पहुंचते रहते हैं अधिक वाष्पोत्सर्जन से रिक्तका रस में परासरण दाब बढ़ जाता है इस प्रकार और अधिक लवण पादप शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
3-वाष्पोत्सर्जन कर्षण तथा रसारोहण-
वाष्पोत्सर्जन के द्वारा चूषण बल उत्पन्न होता है जो रसारोहण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है इससे जल बड़े-बड़े वृक्षों में भी उनकी अत्यधिक ऊंचाई तक पहुंच जाता है।
4- ताप का नियमन- वाष्पोत्सर्जन के कारण ही पौधे झुलसने से बच जाते हैं क्योंकि जल की वास्तु बनने के कारण ठंडक पैदा होती है इस प्रकार गुप्त ऊष्मा के वास्तव में चले जाने के कारण उसका उपयोग पौधा सांप से बचने में करता है।
5- जल का समान वितरण- वाष्पोत्सर्जन द्वारा पौधे के सभी भाग में पानी का वितरण समारोह से हो जाता है।
6- फलो मे शर्करा की सांद्रता-वाष्पोत्सर्जन द्वारा पौधों के सभी भागों में पानी का वितरण समान रूप से हो जाता है।
7- यांत्रिक ऊतको व आवरण का निर्माण- अधिक वाष्पोत्सर्जन से पौधों में अधिक यान्त्रिक ऊतकों की वृद्धि होती है जिसके कारण पौधे मजबूत होते हैं यह ऊतक पौधों की जीवाणुओं कवको आदि से रक्षा भी करते हैं विशेषकर बाहरी भागों पर बने उपचार आदि के आवरण से
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