My favourite leader essay / मेरे प्रिय नेता पर निबंध हिंदी में
Essay on my favourite leader jawaharlal nehru in English
essay on my favourite leader in hindi
My Favourite Leader
Or
A Popular Hero
Hints-1. Introduction, 2. Childhood and education, 3. Political Works, 4. As a Prime Minister, 5. His qualities.
1. Introduction-Pandit Jawahar Lal Nehru is my favourite leader. He was born on 14th November, 1889 in a Kashmiri Brahmin family in Allahabad. His father, Motilal Nehru was a famous lawyer. His mother was a noble lady.
2. Childhood and education-He was born in a very rich family. So he was brought up with love and care. His father gave him the best education. After receiving primary education at home, he went to England for higher education. From there he returned as a barrister.
3. Political Works-He heard the call of his motherland. He came in contact with Gandhiji. Then he joined the Congress. He worked day and night. He toured throughout the country. He suffered much for his country. He went to jail several times. So he became the most beloved leader of the country.
4. As a Prime Minister-India became free on 15th August, 1947. He became the first Prime Minister of free India. He died in New Delhi on 27th May, 1964. Under his leadership, our country progressed much. He solved many difficult problems.
5. His qualities-He was great in every way. He was a great speaker and thinker. He was also a famous author. His books are read in every part of the world. Discovery of India is his famous book. He was a man of good nature, so he was respected everywhere. He was a man of peace. He was true follower of Gandhiji. He believed in Ahimsa and brotherhood. He was one of the greatest statemen of the world.
मेरा प्रिय नेता
या
एक लोकप्रिय नायक
संकेत -1 परिचय, 2. बचपन और शिक्षा, 3. राजनीतिक कार्य, 4. एक प्रधान मंत्री के रूप में, 5. उनके गुण।
1. परिचय- पंडित जवाहर लाल नेहरू मेरे प्रिय नेता हैं। उनका जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में एक कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक प्रसिद्ध वकील थे। उनकी मां एक रईस महिला थीं।
2. बाल्यावस्था और शिक्षा- इनका जन्म अत्यंत धनी परिवार में हुआ था। इसलिए उन्हें प्यार और देखभाल के साथ पाला गया। उनके पिता ने उन्हें बेहतरीन शिक्षा दी। प्राथमिक शिक्षा घर पर प्राप्त करने के बाद वे उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड चले गए। वहां से वे बैरिस्टर बनकर लौटे।
3. राजकीय कार्य- इन्होंने अपनी मातृभूमि की पुकार सुनी। वे गांधीजी के संपर्क में आए। फिर वह कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने दिन-रात काम किया। उन्होंने पूरे देश का दौरा किया। उन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ सहा। वे कई बार जेल गए। इसलिए वे देश के सबसे चहेते नेता बन गए।
4. प्रधानमंत्री के रूप में-भारत 15 अगस्त, 1947 को आजाद हुआ। वह आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। 27 मई, 1964 को नई दिल्ली में उनका निधन हो गया। उनके नेतृत्व में हमारे देश ने काफी तरक्की की। उन्होंने कई कठिन समस्याओं का समाधान किया।
5. उसके गुण- वह हर प्रकार से महान था। वे एक महान वक्ता और विचारक थे। वे एक प्रसिद्ध लेखक भी थे। उनकी किताबें दुनिया के हर हिस्से में पढ़ी जाती हैं। भारत की खोज उनकी प्रसिद्ध पुस्तक है। वे अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे, इसलिए उनका हर जगह सम्मान होता था। वह शांतिप्रिय व्यक्ति थे। वे गांधीजी के सच्चे अनुयायी थे। वह अहिंसा और भाईचारे में विश्वास करते थे। वह दुनिया के महानतम राजनेताओं में से एक थे।
मम प्रियः नेता
अन्यतर
एकः लोकप्रियः नायकः
संकेत-1 परिचयः, 2. बाल्यकालः शिक्षा च, 3. राजनैतिककार्यम्, 4. प्रधानमन्त्रीरूपेण, 5. तस्य गुणाः।
1. परिचय- पंडित जवाहरलाल नेहरू मम प्रिय नेता। १४ नवम्बर् १८८९ तमे वर्षे इलाहाबाद-नगरे काश्मीरी-ब्राह्मण-परिवारे जन्म प्राप्नोत् । तस्य पिता मोतीलालनेहरू प्रसिद्धः वकिलः आसीत् । तस्य माता आर्यः महिला आसीत् ।
2. बाल्यकालः शिक्षा च- सः अतीव सम्पन्नकुटुम्बे जातः। अतः ते प्रेम्णा, परिचर्यायाः च पालनेन पालिताः आसन्। तस्य पिता तस्मै उत्तमशिक्षां दत्तवान् । गृहे एव प्राथमिकशिक्षां प्राप्य सः उच्चशिक्षणार्थं इङ्ग्लैण्डदेशं गतः । ततः सः बैरिस्टररूपेण प्रत्यागतवान् ।
3. राजनैतिककार्यम्- सः स्वमातृभूमिस्य आह्वानं श्रुतवान्। सः गान्धीजी इत्यस्य सम्पर्कं प्राप्तवान् । ततः सः काङ्ग्रेस-पक्षे सम्मिलितः । सः दिवारात्रौ कार्यं करोति स्म। सः सम्पूर्णं देशस्य भ्रमणं कृतवान् । सः स्वदेशस्य कृते बहु दुःखं प्राप्नोत् । सः बहुवारं कारागारं गतः। अत एव सः देशस्य सर्वाधिकप्रियः नेता अभवत् ।
4. प्रधानमन्त्रीरूपेण - भारतं 15 अगस्त 1947 दिनाङ्के स्वतन्त्रम् अभवत् । सः स्वतन्त्रभारतस्य प्रथमः प्रधानमन्त्री अभवत् । १९६४ तमे वर्षे मेमासस्य २७ दिनाङ्के नवदिल्लीनगरे तस्य मृत्युः अभवत् । तस्य नेतृत्वे अस्माकं देशे बहु प्रगतिः अभवत् । सः अनेकानां कठिनसमस्यानां समाधानं कृतवान् ।
5. तस्य गुणाः- सः सर्वथा महान् आसीत्। सः महान् वक्ता विचारकः च आसीत् । सः प्रसिद्धः लेखकः अपि आसीत् । तस्य पुस्तकानि विश्वस्य प्रत्येकस्मिन् भागे पठ्यन्ते । भारतस्य आविष्कारः तस्य प्रसिद्धः ग्रन्थः अस्ति । सः सद्भावस्य व्यक्तिः आसीत्, अतः सः सर्वत्र सम्मानितः आसीत् । सः शान्तिप्रेमी व्यक्तिः आसीत् । सः गान्धीजी इत्यस्य सच्चा अनुयायी आसीत् । सः अहिंसायां भ्रातृत्वे च विश्वासं करोति स्म । सः विश्वस्य महान् राज्यकर्तृषु अन्यतमः आसीत् ।
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